नकोदर में भाजपा गठबंधन बदल सकती है उम्मीदवार, आदमपुर में भी नहीं मिल चेहरा
भाजपा गठबंधन के लिए नकोदर और आदमपुर की सीट सिरदर्दी बन गए हैं। दोनों सीटें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस के खाते में है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : भाजपा गठबंधन के लिए नकोदर और आदमपुर की सीट सिरदर्दी बन गए हैं। दोनों सीटें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस के खाते में है। कैप्टन ने भारतीय हाकी टीम के विश्व विजेता कप्तान अजीत पाल सिंह के नाम की घोषणा की थी लेकिन बताया जा रहा है कि 74 साल के अजीत पाल सिंह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं है। भाजपा की स्टेट टीम ने भी अजीत पाल सिंह से संपर्क किया है लेकिन बात नहीं बनी। ऐसे में यहां पर उम्मीदवार बदलने की तैयारी है। यह भी माना जा रहा है कि नकोदर और आदमपुर सीट भाजपा के खाते में जा सकती हैं। भाजपा की नजर दो-तीन युवा चेहरों पर हैं जिन्हें नकोदर सीट से उतारा जा सकता है। इनमें एक नरिदर पाल सिंह ढिल्लों हैं जो भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव हैं। वह कैंट सीट से टिकट के दावेदार थे लेकिन भाजपा ने यहां पर सरबजीत सिंह मक्कड़ के साथ कमिटमेंट की हुई थी इस वजह से उन्हें टिकट नहीं मिल पाई। पार्टी उन्हें नकोदर सीट से उतार सकती है। यह भी चर्चा है कि कांग्रेस के एक युवा नेता पर भी भाजपा की नजर है। यह युवा नेता जालंधर छावनी से टिकट का बड़ा दावेदार था लेकिन टिकट नहीं मिली। इस नेता ने नकोदर सीट पर भी टिकट के लिए आवेदन किया था। नकोदर में कैप्टन अमरिदर सिंह को चेहरा नहीं मिल रहा। ऐसे में भाजपा ही सीट पर फोकस कर रही है। आदमपुर से जगदीश जस्सल का नाम रुका हुआ
आदमपुर में कैप्टन अमरिदर सिंह अपने उम्मीदवार पर फैसला नहीं कर पाए हैं। यहां पर जगदीश जस्सल पंजाब लोक कांग्रेस की टिकट के दावेदार हैं। उनके नाम की घोषणा रोकी गई है। पूर्व सांसद मोहिदर सिंह केपी को कांग्रेस से टिकट नहीं मिली है इसलिए भाजपा गठबंधन की यह कोशिश रही है कि केपी को भाजपा गठबंधन की तरफ से चुनाव लड़ाया जाए। अब इसके आसार कम लग रहे है क्योंकि वीरवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रधान राहुल गांधी से मोहिदर सिंह केपी की मुलाकात हुई है। ऐसे में बताया जा रहा है कि उनकी नाराजगी भी कम हुई है और वह कांग्रेस में बने रह सकते हैं। आदमपुर सीट पर अब भाजपा ही फोकस कर रही है और भाजपा की टिकट पर ही उम्मीदवार आ सकता है।