विभीषण-रावण संवाद सुना कहा, नीतिवान बनें

By Edited By: Publish:Wed, 30 Jul 2014 01:00 AM (IST) Updated:Wed, 30 Jul 2014 01:00 AM (IST)
विभीषण-रावण संवाद सुना कहा, नीतिवान बनें

संवाद सहयोगी जालंधर

सिद्ध शक्तिपीठ स्वर्ण मंडल श्री देवी तालाब मंदिर के पावन दरबार में आयोजित सुंदरकांड के पाठ में सनातम धर्म प्रचार मंडल के प्रवक्ता मदन लाल गुप्ता ने श्री राम की वानर सेना का सागर पार करने का प्रसंग सुनाया। इसमें उन्होंने बताया कि रामभक्त महात्मा विभीषण ने रावण को बहुत ही प्रेम व आदर के साथ समझाया कि श्रीराम के साथ वैर विरोध रखना ठीक नहीं है। इस बात को यहीं खत्म करने को सीता को वापस भेज देना चाहिए। विभीषण ने चरण भी पकड़े, लेकिन बड़ा भाई रावण उसकी सभी बातें को अनसुना करता चला गया। इतना ही नहीं विभीषण के दु‌र्व्यवहार भी किया। यहां नीतिवान बनने की प्रेरणा देते हुए कथावाचक ने बाकी अंश अगले दिन के लिए छोड़ कथा को विराम दिया।

इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ मंडल के सदस्यों ने श्री गणेश सरस्वती वंदना उपरांत हनुमान चालीसा के गायन से किया और अंत में हनुमान जी की आरती उतारी गई। इस मौके पर मंडल प्रदान सुखदेव सैनी, महेशकांत, उर्वशी, हेमंत शर्मा, यशपाल सोहन लाल, कस्तूरी लाल, संयोगिता शर्मा, माला, उषा, रमेश, राजू मौरया, राकेश महाजन, कृष्णदेव शर्मा, यशपाल, सुरिंदर अग्रवाल, सुरिंदर मोहन चोपड़ा, आजव राव, शशि, संगीता, उर्मिला, मोहिनी व बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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