आप के चिन्ह पर गंदगी साध रही प्रश्नचिन्ह

शहर में स्वच्छ भारत अभियान के तहत हाथों में झाड़ू लेकर सफाई के नाम पर फोटो खिंचवाने की होड़ अब फीकी पड़ चुकी है। सफाई का नारा देने वाले इन नेताओं के घरों के आसपास ही गंदगी के ढेर लगे हैं। कहीं कचरा पड़ा है तो कहीं सीवर का पानी जमा। अपने घर के आसपास सफाई करने की बजाय यह लोग नेतागिरी में नंबर बढ़ाने के लिए दूसरे स्थानों पर जाकर सफाई करते दिखाई देते थे। अगर यह नेता अपने घरों के पास सफाई करें तो अन्य लोगों में भी सफाई के प्रति जागरूकता आएगी। टैगोर नगर कॉलोनी में रहते आम आदमी पार्टी के लोकसभा के प्रत्याशी डॉक्टर रवजोत के घर के मुख्य द्वार के सामने कचरे का ढेर लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 04:54 PM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 04:54 PM (IST)
आप के चिन्ह पर गंदगी साध रही प्रश्नचिन्ह
आप के चिन्ह पर गंदगी साध रही प्रश्नचिन्ह

रजनीश गुलियानी, होशियारपुर : शहर में स्वच्छ भारत अभियान के तहत हाथों में झाड़ू लेकर सफाई के नाम पर फोटो खिंचवाने की होड़ अब फीकी पड़ चुकी है। सफाई का नारा देने वाले इन नेताओं के घरों के आसपास ही गंदगी के ढेर लगे हैं। कहीं कचरा पड़ा है तो कहीं सीवर का पानी जमा। अपने घर के आसपास सफाई करने की बजाय यह लोग नेतागिरी में नंबर बढ़ाने के लिए दूसरे स्थानों पर जाकर सफाई करते दिखाई देते थे। अगर यह नेता अपने घरों के पास सफाई करें तो अन्य लोगों में भी सफाई के प्रति जागरूकता आएगी। टैगोर नगर कॉलोनी में रहते आम आदमी पार्टी के लोकसभा के प्रत्याशी डॉक्टर रवजोत के घर के मुख्य द्वार के सामने कचरे का ढेर लगा है। इतना ही नहीं, कॉलोनी के लोग भी खाली प्लाटों में कचरा फेंकते हैं। वहीं सिविल अस्पताल के पास सड़क किनारे कचरे के ढेर लगे हुए हैं। कहीं पर सड़कों पर गंदा पानी बह रहा है, तो कही पर कूड़ा सड़कों व सार्वजनिक स्थानों पर पसरा है। शहर के नलोइया चौक में गंदगी का अंबार लगा है। लेकिन नगर निगम गंदगी बढ़ाने वालों से सख्ती से नहीं निपटता। कहने को तो निगम अधिकारी शहर को स्वच्छ बनाने के बड़े-बड़े दावे करते नहीं थकते। मगर इन सारे दावों की जमीनी हकीकत शहर में पसरी गंदगी बयां कर देती है।

66 सेकेंडरी प्वाइंट, फिर भी व्यवस्था नहीं टाइट

शहर में निगम द्वारा कचरा फेंकने के लिए 66 के करीब सेकेंडरी प्वांइट बनाए हैं। दैनिक जागरण द्वारा शहर में सफाई व्यवस्था की स्थिति जानने के लिए पुराने सिविल सर्जन कार्यालय, मॉडल टाउन, सिविल अस्पताल के पास, मेडिसिन मार्केट, धोबीघाट चौक आदि का दौरा किया तो वहां पर सफाई व्यवस्था चरमराई नजर आई। शहर के कई स्थान ऐसे हैं जहां दिनभर कचरा फैला रहता है। शहर की बस्सी ख्वाजू स्थित मेडिसन मार्केट में दुकानदारों द्वारा फेंके कचरे से मोहल्ले में गंदगी फैल रही है। सिविल अस्पताल के बाहर बने सेकेंडरी प्वाइंट पर भी गंदगी अकसर देखने को मिल जाती है। रही सही कसर इस कचरे में मुंह मारते हुए जानवरों के कारण पूरी हो जाती है।

निगम अधिकारियों का रवैया नकारात्मक

टैगोर नगर वासी एसके पोंमरा कहते हैं कि लोग सड़कों के आसपास कचरा फेंक देते हैं। इस बारे में निगम अधिकारियों को कई बार कहा कि उपयुक्त स्थानों पर कूड़ा उठाने वाले डंपर रखे जाए और उनको रोजाना खाली करवाया जाए। लेकिन निगम के कई ऐसे अधिकारी और इंस्पेक्टर है जिनका रवैया नकारात्मक है। घर के पास ही खाली प्लॉट हैं, वह अब कचरा घर बन चुका है।

खल रही सफाई सेवकों की कमी : मेयर शिव सूद

मेयर शिव सूद ने कहा, शहर की आबादी के हिसाब से नगर निगम में सफाई सेवकों की भारी कमी है। सफाई कर्मियों को रखने की प्रपोजल सरकार के पास कई बार भेजी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। निगम की तरफ से यह भी प्रपोजल दी किडीसी लेबर रेट पर सफाई कर्मियों से कार्य करवा दिया जाए, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ सकी। नगर परिषद के समय शहर में 31 वार्ड थे। नगर निगम का दर्जा मिलने के बाद वार्डो की गिनती 50 हो गई। वार्ड बढ़ने से एरिया भी बढ़ा। मगर सफाई कर्मियों की गिनती में कोई इजाफा नहीं हुआ। संसाधनों का उपयोग करके शहर को काफी हद तक गंदगीमुक्त किया गया है।

chat bot
आपका साथी