कैप्टन की पार्टी को झटका, पांच पर भाजपा व दो सीटों पर शिअद संयुक्त लड़ेगी चुनाव

विधानसभा चुनाव में जीत की जुगत भिड़ाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) को करारा झटका लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Jan 2022 10:38 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 10:38 PM (IST)
कैप्टन की पार्टी को झटका, पांच पर भाजपा व दो सीटों पर शिअद संयुक्त लड़ेगी चुनाव
कैप्टन की पार्टी को झटका, पांच पर भाजपा व दो सीटों पर शिअद संयुक्त लड़ेगी चुनाव

हजारी लाल, होशियारपुर : विधानसभा चुनाव में जीत की जुगत भिड़ाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) को करारा झटका लगा है। अमरिदर सिंह जिले की सात विधानसभा सीटों में से दो सीटें गढ़शंकर और चब्बेवाल अपने खाते में डालने की वकालत कर रहे थे, लेकिन भाजपा हाईकमान ने उनकी एक न सुनते हुए जिले की एक भी सीट पीएलसी को नहीं दी। हालांकि गठबंधन का सहयोगी दल शिरोमणि अकाली दल संयुक्त दो सीटें शामचौरासी और उड़मुड़ को अपनी झोली में डलवाने में कामयाब रहा। पीएलसी को एक भी सीट न मिलने से सबसे करारा झटका गढ़शंकर के पूर्व विधायक लव कुमार गोल्डी को लगा है। क्योंकि कांग्रेस से टिकट कटने के बाद गोल्डी ने कांग्रेस का हाथ छोड़ कर पंजाब लोक कांग्रेस का दामन थाम लिया था। उन्हें यह पूरी उम्मीद थी कि पीएलसी से उन्हें टिकट मिल जाएगी। सूत्रों के मुताबिक गोल्डी ने टिकट पाने का पक्का भरोसा करके कांग्रेस छोड़ी थी। गोल्डी के लिए कैप्टन ने टिकट मंथन में लड़ाई भी लड़ी थी, लेकिन टिकट की बाजी कांग्रेस का ही हाथ छोड़ कर भाजपा में शामिल हुईं गोल्डी की राजनीतिक विरोधी निमिषा मेहता मार गईं।

सूत्रों की मानें तो भाजपा, पीएलसी और शिअद संयुक्त गठबंधन के बीच टिकट मंथन के दौरान कैप्टन अमरिदर सिंह जिले की सीटों गढ़शंकर और चब्बेवाल को अपने खाते में डालने की वकालत जोरशोर से कर रहे थे। लेकिन भाजपा हाईकमान ने जनाधार का हवाला देते हुए उन्हें दोनों ही सीटों को देने से इंकार कर दिया। गढ़शंकर विधानसभा से भाजपा ने निमिषा मेहता को उम्मीदवार बना दिया। चब्बेवाल विधानसभा सीट से डा. दिलबाग राय को अपना चुनावी घोड़ा बनाया। कुल मिलाकर पीएलसी के अरमानों पर पानी फेर कर रख दिया।

हालाकि भाजपा का सहयोगी दल शिअद संयुक्त जिले की दो सीटें अपनी झोली में डालने में कामयाब रहा। उड़मुड़ और शामचौरासी पर बाजी मार ही ली। उड़मुड़ से उसने मंजीत सिंह दसूहा और शामचौरासी से पूर्व विधायक देसराज धुग्गा को उम्मीदवार बना दिया। शामचौरासी सीट पर भाजपा हाईकमान नेशनल एससी कमिशन के चेयरमैन विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला के लिए छोड़ी सीट की वकालत करता रहा, लेकिन शिअद संयुक्त भी देसराज धुग्गा के लिए अड़ा रहा। गठबंधन धर्म निभाने के लिए भाजपा को अंतत: शामचौरासी सीट छोड़नी पड़ी। सूत्रों के मुताबिक सांपला परिवार फगवाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकता है। पीएलसी, शिअद संयुक्त गठबंधन के साथ भाजपा जिले की चब्बेवाल, गढ़शंकर, होशियारपुर, दसूहा और मुकेरियां से चुनावी हुंकार भरेगी। यूं कहें कि होशियारपुर से तीक्ष्ण सूद को छोड़कर अन्य सीटों पर भाजपा के भी नए चेहरे ही हैं। देखना यह है कि चुनावी रण में भाजपा के योद्धा कमल को खिलाने में कितना कामयाब होते हैं।

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