बच्चों को दिए परीक्षाओं की तैयारी के टिप्स
को रिव्यू करना चाहिए। किताब खोलकर पेज पलटने से बेहतर होगा पहले सिलेबस का गहन करना क्योंकि अक्सर 30-40 प्रतिशत सिलेबस में से 60 से 70 अंक का पेपर आता है। मतलब ज्यादा घंटे पढ़ने से नही बल्कि अच्छा पढ़ने से होता है। हर आधे घंटे में उठने से बेहतर है पढ़ाई शुरु करने से पूर्व ही अपने सारे नोट्स किताबें अपने पास रखें। घर मे शांत जगह ढूढ़कर पढ़ाई शुरु करें। पेपरों दौरान कोशिश करे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहें। मौसम बदल रहा है जिसमे विशेष तौर से खान पान का ध्यान रखे। ़फास्ट ़फूड से परहेज करे। इस दौरान मनी गोगिया ने विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय संबंधी भी टिप्स दिए। उहनोने कहा गद्यांश करते दौरान पहले प्रश्न पढ़े फिर पैरा पढ़े जिससे विद्यर्थियों का समय बचेगा। अंत मे मास्टरमाइंड इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर मनी गोगिया ने विद्यार्थियों को बेहतर रिजल्ट लाने की शुभकामनाएं दी।
जेएनएन, होशियारपुर : आत्मविश्वास के बिना किसी भी काम में सफल होने की कल्पना करना अपनेआप को धोखा देने के समान है। यह बात मास्टरमाइंड इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर मनी गोगिया ने किया। उन्होंने कहा कि विभिन्न बोर्डो की परीक्षाओं का जोर है, जिसमें विद्यार्थियों को कई बातों का ध्यान देना जरूरी होता है। उन्होंने कहा जिन विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा नहीं हुआ है, उन्हें अपनेआप पर विश्वास रखना चाहिए तथा किसी भी विषय को पढ़ने से पहले उसके सारे सिलेबस को रिव्यू करना चाहिए। किताब खोलकर पेज पलटने से बेहतर होगा, पहले सिलेबस को पूरा करना, क्योंकि अक्सर 30-40 प्रतिशत सिलेबस में से 60 से 70 अंक का पेपर आता है। मतलब ज्यादा घंटे पढ़ने सें नहीं, बल्कि अच्छा पढ़ने से होता है। हर आधे घंटे में उठने से बेहतर है, पढ़ाई शुरू करने से पूर्व ही अपने सारे नोट्स, किताबें अपने पास रखें। घर में शांत जगह ढूढ़कर पढ़ाई शुरू करें। पेपरों के दौरान कोशिश करें इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहें। मौसम बदल रहा है, जिसमें विशेष तौर से खान पान का ध्यान रखें। फास्ट फूड से परहेज करें। इस दौरान मनी गोगिया ने विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय संबंधी भी टिप्स दिए। उन्होंने कहा के गद्यांश करते दौरान पहले प्रश्न पढ़े फिर पैरा पढ़े जिससे विद्यार्थियों का समय बचेगा। अंत में उन्होंने विद्यार्थियों को बेहतर रिजल्ट लाने की शुभकामनाएं दी।