सऊदी अरब में इलाज के दौरान मरे जगजीत ¨सह का पैतृक गांव भाम में अंतिम संस्कार

माहिलपुर माहिलपुर ब्लॉक के गांव भाम का जगजीत ¨सह जो अपने परिवार का पालन-

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Jul 2018 07:19 PM (IST) Updated:Wed, 11 Jul 2018 07:19 PM (IST)
सऊदी अरब में इलाज के दौरान मरे जगजीत ¨सह का पैतृक गांव भाम में अंतिम संस्कार
सऊदी अरब में इलाज के दौरान मरे जगजीत ¨सह का पैतृक गांव भाम में अंतिम संस्कार

संवाद सहयोगी, माहिलपुर

माहिलपुर ब्लॉक के गांव भाम का जगजीत ¨सह जो अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए सऊदी अरब गया था, वर्ष 2015 में एक सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद तीन साल ¨जदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद हार गया और मंगलवार को उसका शव गांव लाया गया। जहां नम आंखों से उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। जगजीत ¨सह का शव पूर्व मंत्री बलबंत ¨सह रामूवालिया की बेटी अमनजोत रामूवालिया द्वारा बनाई गई हेल्पलाइन संस्था के प्रयास से ही भारत आना संभव हो सका है।

जगजीत ¨सह पुत्र बूटा राम वासी भाम करीब आठ साल पहले अपने परिवार का पालन-पोषण करने के लिए सऊदी अरब की कंपनी 'अरेबियन गल्फ' में कार्य करने के लिए गया था। उसके परिजनों ने बताया कि 2015 में वह एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। मगर, कंपनी द्वारा इलाज न कराने के कारण वह अपने कमरे में ही इलाज के लिए तड़पता रहा। परिवार वालों ने इंडियन एंबेसी से जगजीत ¨सह का बेहतर इलाज कराने के लिए संपर्क किया था, परंतु किसी भी अधिकारी ने इस तरह कोई ध्यान नहीं दिया। आखिर में जगजीत ¨सह के परिजनों ने भारत लाकर इलाज कराने के लिए पूर्व मंत्री बलबंत ¨सह रामूवालिया की बेटी अमनजोत रामूवालिया द्वारा बनाई गई हेल्पलाइन संस्था से संपर्क किया। मगर, संस्था के प्रयासों के बीच ही जगजीत ¨सह की 12 जून को मौत हो गई।

हेल्पलाइन संस्था की प्रबंधक अमनजोत कौर रामूवालिया ने संस्था के खर्चे पर जगजीत ¨सह के शव को भारत लाने में सहयोग दिया। जगजीत ¨सह के शव का अंतिम संस्कार बुधवार को उसके गांव में नम आंखों से किया गया। ग्रामीणों व परिजनों में इस बात को लेकर काफी रोष था कि जगजीत ¨सह की कंपनी और भारत सरकार के राजदूत ने उसे कोई सहयोग नहीं दिया।

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