10 लाख रुपये के लालच में देश का गद्दार बना नायक का बेटा, पाकिस्तान को ऐसेे भेजी जानकारी

कई साल सेना में बतौर नायक कार्यरत रहकर देश सेवा करने वाले जवान का बेटा पैसों के लालच में आकर ऐसा भटका की देश से ही गद्दारी कर बैठा।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Fri, 20 Sep 2019 05:07 PM (IST) Updated:Sat, 21 Sep 2019 05:43 PM (IST)
10 लाख रुपये के लालच में देश का गद्दार बना नायक का बेटा, पाकिस्तान को ऐसेे भेजी जानकारी
10 लाख रुपये के लालच में देश का गद्दार बना नायक का बेटा, पाकिस्तान को ऐसेे भेजी जानकारी

जेएनएन, गुरदासपुर। कई साल सेना में बतौर नायक कार्यरत रहकर देश सेवा करने वाले जवान का बेटा पैसों के लालच में आकर ऐसा भटका की देश से ही गद्दारी कर बैठा। वह 10 लाख रुपये के लालच में देश की सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तान को भेजने लगा। आरोपित को सेना ने काबू कर पुलिस के हवाले कर दिया है। आरोपित पुलिस को लगातार गुमराह करने कोशिश कर रहा है, जिसके चलते उसे पूछताछ के लिए ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर अमृतसर भेजने का फैसला लिया गया। अमृतसर में खुफ‍िया व सुरक्षा एजेंसियां आरोपित से पूछताछ करेंगी।

एसपी हेडक्वार्टर हरविंदर सिंह संधू ने बताया कि सेना की खुफिया एजेंसी की ओर से तिब्बड़ी मिलिट्री स्टेशन में अस्थाई तौर पर काम करते एक लड़के को संदिग्ध गतिविधियों के चलते 17 सितंबर को काबू किया गया था। युवक विपन सिंह पुत्र मलकीत सिंह गांव भुल्लेचक्क का रहने वाला है। यह लड़का पिछले एक वर्ष से तिब्बड़ी कैंट के थापा सुविधा सेंटर में दुकान पर छह हजार रुपये प्रति महीना नौकरी कर रहा था। इसका कैंट में जाने के लिए एंट्री पास भी बना हुआ थाजबकि इसका पिता सेना का पूर्व नायक है।

मोबाइल में मिले पाक के दो नंबर

सेना के अधिकारियों ने युवक को काबू कर पूछताछ करने के बाद वीरवार सायं करीब साढे सात बजे पुलिस के हवाले कर दिया था। सेना के अ‍धिकारियों ने मुख्य थाना पुराणाशाला को लिखित पत्र भी दिया है। पत्र के मुताबिक विपन सिंह की संदिग्ध गतिविधियां ध्यान में आने पर उसका मोबाइल चेक किया गया। मोबाइल में पाकिस्तान के दो नंबर मिले हैं। इन नंबरों के जरिये वह पाक में बैठे व्यक्ति से संपर्क करता था।

दस लाख रुपये का लालच और तीन जगह बुलाकर दिए पैसे

आरोपित ने पूछताछ में बताया कि पाकिस्तान के एक नंबर से उसके मोबाइल पर फोन आया था। कॉल करने व्यक्ति ने अपना नाम नजीर अहमद बताया और कहा कि अगर वह तिब्बड़ी कैंट की अलग-अलग लोकेशन की तस्वीरें भेजेगा तो उसके बदले में उसे दस लाख रुपये मिलेंगे। इसके बाद वह लालच में आ गया और कैंट की कई महत्वपूर्ण जगहों की तस्वीरें Whatsapp के जरिये पाक के नंबर पर भेज दीं। इसके बाद उसे पठानकोट बुलाकर पहली बार दस हजार रुपये, दूसरी बार दीनानगर में 20 हजार रुपये और तीसरी बार परमानंद के नजदीक टोल बैरियर पर 50 हजार रुपये दिए।

तीनों जगहों पर उसे पैसे देने वाले आदमी संबंधी कोई जानकारी नहीं है। पाकिस्तान के नंबर से ही फोन करके उसे इन लोकेशन पर भेजा जाता था। जहां पर उसके मोटरसाइकिल नंबर को देखकर उसे पैसे दिए जाते थे। एसपी ने बताया कि उक्त पत्र के आधार पर थाना पुरानाशाला में मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच डीएसपी सब डिवीजन दीनानगर महेश कुमार को सौंपी गई है। आरोपित को अदालत में पेश किया जा रहा है। अदालत से रिमांड लेकर आरोपित को ज्वाइंट इंटेरोगेशन सेंटर अमृतसर भेजा जाएगा। पूछताछ के दौरान जो भी सच्चाई सामने आएगी, उसी के मुताबिक अगली कार्रवाई की जाएगी। आरोपित से बरामद हुए मोबाइल फोन का सारा डाटा चंडीगढ़ से चेक करवाया जाएगा।

सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल

भले ही सुरक्षा एजेंसियां पाक को सुरक्षा संबंधी जानकारी देने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल करने का दावा कर रही हो, लेकिन इसी बीच आरोपित द्वारा सुरक्षा एजेंसियों के सामने अपना गुनाह कुुबूल करने व सारी कहानी बताने संबंधी एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। जिसका जवाब न तो सेना के पास है और न ही पुलिस के पास है कि आखिर यह वीडियो कैसे वायरल हुआ।

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