बटाला में दो जगह जलाए गए रावण के पुतले

दशहरा पर्व त्योहार शहर में धूमधाम से मनाया गया कोविड-19 के कारण स्थानीय प्रशासन द्वारा देर से मिली त्योहार मनाने की इजाजत के कारण इस बार पिछले वर्ष की तुलना में इस बार लगने वाली राम लीला तथा दशहरा पर्व में पहले जैसा रोमांच देखने को नहीं मिला।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 10:13 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 05:01 AM (IST)
बटाला में दो जगह जलाए गए रावण के पुतले
बटाला में दो जगह जलाए गए रावण के पुतले

संवाद सूत्र, बटाला : दशहरा पर्व त्योहार शहर में धूमधाम से मनाया गया कोविड-19 के कारण स्थानीय प्रशासन द्वारा देर से मिली त्योहार मनाने की इजाजत के कारण इस बार पिछले वर्ष की तुलना में इस बार लगने वाली राम लीला तथा दशहरा पर्व में पहले जैसा रोमांच देखने को नहीं मिला। विभिन्न राम लीला कमेटियों की ओर से जहां इस बार शहर में राम लीलाओं का आयोजन नहीं हो सका ,वही श्री राम तलाई मंदिर में होने वाला लंका दहन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से आयोजित पथ संचलन तथा भारतीय जनता पार्टी की ओर से पॉलिटेक्निकल कॉलेज के स्टेडियम में आयोजित किया जाने वाला दशहरा पर्व नहीं मनाया गया, वहीं दूसरी ओर प्रशासन से नपी तुली इजाजत मिलने पर समाज सेवी संस्था हिमालया कला मंच तथा लवकुश दशहरा कमेटी की ओर से अनीश अग्रवाल के नेतृत्व में चंचल भवन हाथी गेट में दशहरा पर्व का आयोजन किया गया। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की ओर से श्री राम तीरथ रोड पर आरडी खोसला स्कूल के सामने विशालकाय रावण का पुतला जलाया गया तथा पूर्व विधायक अश्विनी सेखड़ी की ओर से उपस्थित लोगों तथा शहर वासियों को दशहरा पर्व की शुभकामनाएं दी गई। इसी बीच केंद्रीय कृषि बिलो का विरोध कर रही किसान यूनियनों की ओर से रावण के स्थान पर प्रधानमंत्री के पुतले जलाए। यहां यह भी वर्णन योग्य है ,कि पिछले वर्षों में भारतीय जनता पार्टी द्वारा पॉलिटेक्निकल कॉलेज में आयोजित दशहरा कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित आरडी खोसला के सामने दशहरा पर्व के साथ साथ शहर के आधी दर्जन के करीब स्थानों पर रावण कुंभकरण तथा मेघनाथ के पुतले जलाए जाते थे, जो आज केवल दो स्थानों पर ही जले। इस मौके पर सहारा क्लब के सदस्यों द्वारा लोगो के हाथों में सैनिटाजर भी किया गया।

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