स्कूलों में फिर रौनक, पहले दिन 50 फीसद रही बच्चों की संख्या

कोरोना महामारी के कारण बंद हुए प्राइमरी से लेकर सेकेंडरी तक के स्कूल सोमवार को खुल गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 06:39 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 06:39 PM (IST)
स्कूलों में फिर रौनक, पहले दिन 50 फीसद रही बच्चों की संख्या
स्कूलों में फिर रौनक, पहले दिन 50 फीसद रही बच्चों की संख्या

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : कोरोना महामारी के कारण बंद हुए प्राइमरी से लेकर सेकेंडरी तक के स्कूल सोमवार को खुल गए। इस दौरान विद्यार्थी और स्कूल स्टाफ कोविड-19 के नियमों का पालन करते दिखे। सभी विद्यार्थी और स्टाफ सदस्य मास्क लगाए थे। स्कूलों के गेट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था थी। बच्चे और स्टाफ सदस्य हाथों को सैनिटाइज करने के बाद ही अंदर जा रहे थे। कक्षाओं में बच्चे दूर-दूर बैठे थे। पहले दिन लगभग 50 फीसद बच्चों की उपस्थिति रही।

सोमवार को जिले के सभी 2174 स्कूल खोले गए। इनमें सरकारी स्कूल 1544, प्राइवेट स्कूल 586 और एडिड 44 स्कूल खोले गए। डीईओ सेकेंडरी हरपाल सिंह का कहना है कि भले ही पहले दिन स्कूलों में बच्चों की संख्या थोड़ी कम देखने को मिली, लेकिन एक दो दिन में यह संख्या पूरी हो जाएगी। बच्चों में भी अब कुछ खुशी दिखाई दे रही है। आनालाइन क्लासेज में हिस्सा लेने वाले बच्चे अब खुश है कि वे स्कूल जाकर फेस टू फेस पढ़ाई करेंगे। काबिलेजिक्र है कि प्राइमरी स्कूल करीब डेढ़ साल बाद खुले हैं। स्कूलों के एंट्री प्वाइंट्स पर लगे थे सैनिटाइजर

पहले दिन स्कूलों में बच्चों की एंट्री को लेकर शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन द्वारा कोविड के खिलाफ बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन किया गया। अधिकतर स्कूलों के एंट्री प्वाइंट्स पर सैनिटाइजर मशीन लगाई गई। बच्चे अपने आप को सैनिटाइज करने के बाद स्कूलों में प्रवेश हुए। वहीं क्लासों को एक दिन पहले ही सैनिटाइज करवा दिया गया था। बच्चे मुंह पर मास्क लगाकर आए और कक्षाओं में बच्चों को दो फीट की दूरी पर बैठा गया। वहीं टीचर्स ने भी पहले दिन बच्चों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन विशेष तौर पर करने की प्रेरणा दी। इसके बाद पढ़ाई शुरू की गई। अध्यापकों ने पूछा--स्कूल आकर कैसा लग रहा है

पहले दिन टीचर्स ने विद्यार्थियों से पूछा कि कैसे हो बच्चो, स्कूल आकर कैसा लग रहा है। बच्चों ने भी टीचर्स को जवाब देते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि जैसे वह कोई सपना देख रहे हैं। डेढ़ साल बाद स्कूल का मुंह देखा और अपनी कक्षा में बैठकर पढ़ने का मौका मिला है, यह सब एक सपना लग रहा है। आने वाले दिनों में बढ़ेगी बच्चों की संख्या : डीईओ

डीईओ हरपाल सिंह का कहना है कि आने वाले दिनों में बच्चों की संख्या और बढ़ेगी। स्कूलों में कोरोना प्रोटोकाल का सख्ती से पालन किया जा रहा है।

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