पंजाब दौरे पर केजरीवाल का विरोध, लग रहे 'गो बैक' के नारे

पंजाब दौरे पर आए दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कई जगह विराेध का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को बटाला में उनके ख्‍ािलाफ प्रदर्शन हुआ। इससे पहले उन्‍हें तरनतारन में भी लोगों का विरोध झेलना पड़ा। उनके खिलाफ 'केजरीवाल गो बैक' के नारे लग र‍हे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2016 11:29 AM (IST) Updated:Mon, 29 Feb 2016 10:48 AM (IST)
पंजाब दौरे पर केजरीवाल का विरोध, लग रहे 'गो बैक'  के नारे

गुरदासपुर। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल काे अपने पंजाब दौरे में विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान उनके खिलाफ 'केजरी गो बैक' के नारे भी लग रहे हैंं। रविवार को गुरदासपुर जिले के बटाला में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इससे पहले माझा क्षेत्र में भी उनके खिलाफ प्रदर्शन हुए। बटाला में केजरीवाल के यहां पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हलका लाठीचार्ज किया। इसमें कई लोग घायल हो गए। काफी संख्या में कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।

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रविवार को बटाला में सुबह से ही भाजपा नेता और कार्यकर्ता जुटने शुरू हाे गए थे। भाजपा नेताओं व कार्यकर्ता केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। उनका कहना था कि केजरीवाल ने दिल्ली में कोई भी वादा पूरा नहीं किया आैर वहां की जनता के साथ धोखा किया है। अब वह पंजाब की जनता काे ठगने आए हैं।

बटाला में केजरीवाल के खिलाफ काले झंडे लहराते भाजपा कार्यकर्ता।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को केजरीवाल की सभास्थल की ओर जाने से रोका, लेकिन वे नहीं माने तो हल्का लाठीचार्ज किया। इससे भी भाजपा के जिला अध्यक्ष सुरेश भाटिया सहित कई लोग घायल हो गए। इसके आद पुलिस ने काफी संख्या मेंं प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। हिरासत में लिए गए भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस दो बसों में भरकर ले गई।

माझा क्ष्ेात्र में भी हुआ विरोध, लगे 'गो बैक' के नारे

तरनतारन में भी अरविंद केजरीवाल को विरोध का सामना करना पड़ा। शनिवार को राज्य के माझा क्षेत्र का दौरा करते हुए केजरवाल को चार से अधिक जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान 'केजरी गो बैक' के नारे लगे। इस दौरान, केजरीबाल टाइटलर के मुद्दे पर काफी असहज दिखे और पिछले दिनों टाइटलर से हुई मुलाकात पर सफाई देते नजर आए।

बटाला में केजरीवाल के खिलाफ प्रदशर्ग्न करते भाजपा कार्यकर्ता।

तरनतारन जिले के खेमकरण क्षेत्र के गांव पहूविंड में केजरी ने भाषण के दौरान सिख विरोधी दंगे पर बोलना शुरू किया तो पंडाल से मुर्दाबाद के नारे लगने शुरू हो गए। नारे लगाने वालों की अगुवाई कर रहे गांव माड़ी उदोके निवासी गुरसेवक सिंह ने पंडाल में खड़े होकर केजरीवाल से सवाल किया कि उनके साथ जगदीश टाइटलर की फोटो का क्या मामला है? दिल्ली के सीएम ने इस सवाल को नजरअंदाज कर भाषण जारी रखा। इस पर विरोध बढ़ गया और 'केजरीवाल वापस जाओ' का नारा लगने लगा। हालांकि, बाद में नारे लगाने वालों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

उधर, गांव मकबूलपुरा व अमृतसर के सर्किट हाउस में भी केजरीवाल के विरोध में नारे लगे। सर्किट हाउस में जब केजरीवाल उद्यमियों से बातचीत कर रहे थे तो युवाओं की टोली काले झंडे लेकर बाहर 'केजरी गो बैक' के नोर लगा रहे थे। युवाओं ने केजरीवाल पर हिंदू-सिख एकता का विरोधी होने का आरोप लगाया।

शिअद प्रवक्ता व मुख्य संसदीय सचिव प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि सिख विरोधी दंगों के लिए कांग्रेस सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं आैर जगदीश टाइटलर इसके लिए बड़े गुनहगार हैं। ऐसे में जगदीश टाइटलर के साथ अरविंद केजरीवाल की सांठ-गांठ जगजाहिर हो चुकी है। टाइटलर के मामले में वह स्वयं सफाई देने की बजाए पंजाबियों को गुमराह करने की कोशिश में जुटे हैं।
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गार्ड ऑफ ऑनर से किया इनकार

मोगा। अरविंद केजरीवाल को पंजाब पुलिस ने प्रोटोकाल के तहत शनिवार को यहां सलामी देने के लिए गारद तैनात की थी। लगभग डेढ़ घंटा इंतजार के बाद पुलिस गारद हटना पड़ा। बताया जा रहा है कि केजरीवाल ने यह कहते हुए सलामी लेने से इनकार कर दिया कि वह पंजाब में शोक पर आए हुए हैं। इससे पूर्व वह रात्रि विश्राम के यहां पहुंचे थे तब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की।
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ई मेल पर जान से मारने की धमकी
तरनतारन : केजरीवाल को सोशल मीडिया पर जान से मारने की धमकियां मिलने की दिनभर चर्चा रही है। धमकी देने वाले ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को मारने के लिए हथियार एकत्रित किए जा रहे हैं।

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काले झंडे दिखाने वालों को पैसे देकर भेजा गया : केजरीवाल

विरोध प्रदर्शनों पर अरविंद केजरीवाल ने कहा हि इन्हें पैसे देकर भेजा जा रहा है। उन्होने कहा कि काले झंडे दिखाने वालों को कुछ राजनीतिकाें द्वारा पैसे देकर भेजा जा रहा है। इस बात को पंजाब की जनता अच्छी तरह जानती है कि ये लोग कौन हैं और इन्हें कौन भेज रहे हैंं।

उन्होंने कहा कि काले झंडे दिखाकर उनके इरादों को कमजोर नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इन प्रभावित परिवारों की चौखट पर कभी नहीं आए। बादल यहां आकर देखें कि पंजाब में नशा कितना कुप्रभाव डाल रहा है। परिवारों के परिवार उजड़ गए हैं। उन्होंने काले झंडे दिखाने वालों को कहा कि सच्चाई को जानने की कोशिश करेंगे तो वे भी उनका समर्थन करेंगे।

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