दस माह बाद सुनाई दी यात्रीगण कृप्या ध्यान दें..

कोरोना का प्रकोप कम होने के दस महीने बाद यात्री ट्रेन पटरी पर लौट आई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 06:31 PM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 06:31 PM (IST)
दस माह बाद सुनाई दी यात्रीगण कृप्या ध्यान दें..
दस माह बाद सुनाई दी यात्रीगण कृप्या ध्यान दें..

राजिदर कुमार, गुरदासपुर

कोरोना का प्रकोप कम होने के दस महीने बाद यात्री ट्रेन पटरी पर लौट आई है। बुधवार को स्टेशन पर यात्रिगण कृप्या ध्यान दें की आवाज फिर सुनने को मिली। हालांकि अधिकतर लोगों को ट्रेन चलने की सूचना नहीं होने के कारण यात्रियों की संख्या नाममात्र ही रही। बुधवार को उड़ीसा से संबलपुर एक्सप्रेस ट्रेन वाया अमृतसर होती हुई गुरदासपुर पहुंची। ट्रेन पर एक भी यात्री गुरदासपुर से पठानकोट की तरफ जाने के लिए स्टेशन पर नहीं पहुंचा हुआ था और न ही कोई यात्री गुरदासपुर स्टेशन पर उतरा। ट्रेन यहां दो मिनट रुकने के बाद पठानकोट की तरफ निकल पड़ी। वहीं धुंध के चलते ट्रेन अपने निर्धारित समय सुबह 9.40 की बजाय दो घंटा देरी से 12 बजे के करीब स्टेशन पर पहुंची।

ट्रेन शुरू होने के बाद शहर के कारोबारियों का अमृतसर से भी रेल लिक जुड़ गया है। आने वाले दिनों में सिटी स्टेशन से देश के विभिन्न राज्यों में जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों के शुरू होने का रास्ता भी साफ हो गया है। स्टेशन मास्टर के मुताबिक कोविड-19 के कारण लंबी दूरी की शुरू की गई ट्रेनों में जनरल कोच की व्यवस्था नहीं है। केवल रिजर्वेशन करवाकर ही यात्री सफर कर सकते हैं। यात्री को अपनी सुरक्षा के लिए सैनिटाइजर साथ रखना होगा और मुंह पर मास्क व शारीरिक दूरी का पालन भी करना पड़ेगा। वहीं बहुत जल्द सिटी स्टेशन से चलने वाली बाकी एक्सप्रेस ट्रेनें भी शुरू होने की उम्मीद है। अन्य ट्रेनें भी जल्द चलने की उम्मीद

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रेलवे विभाग द्वारा दस महीने पहले रेल सेवा बंद कर दी गई थी। हालांकि रेल सेवा इतना लंबा समय बंद रहने के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कारोबार ठप हो गए थे। वहीं मुलाजिम वर्ग सहित अन्य जगहों पर काम करने वाले लोगों को बस पर अधिक किराये पर अपनी मंजिल तक जाना पड़ रहा था। इससे उन्हें आर्थिक तौर पर काफी कमजोर होना पड़ा। वहीं फिलहाल रेलवे विभाग द्वारा एक्सप्रेस ट्रेन शुरू कर दी गई है। बाकी ट्रेनें भी जल्द शुरू होने जा रही है। स्टेशन मास्टर सुरिदर कुमार का कहना है कि दस महीने बाद पटरी पर यात्री ट्रेन चली है। शेष ट्रेनें भी जल्द चलने की उम्मीद है। अभी केवल रिजर्वेशन करवाकर ही यात्री सफर कर सकते हैं। सप्ताह में चार दिन चलेगी संबलपुर एक्सप्रेस

संबलपुर से जम्मूतवी के बीच दस महीने बाद शुरू हुई एक्सप्रेस सप्ताह में केवल चार दिन ही चलेगी। संबलुपर से ट्रेन सोमवार, बुधवार, शुक्रवार व रविवार को सुबह 9.55 बजे सिटी स्टेशन पर पहुंचेगी। वापसी पर यह ट्रेन अगले दिन जम्मूतवी से दोपहर 11.15 बजे चलने के बाद शाम चार बजे सिटी स्टेशन के रास्ते संबलपुर के लिए रवाना होगी। गुरदासपुर से ट्रेन प्रत्येक मंगलवार, वीरवार, शक्रवार व शनिवार को चलेगी। ट्रेन में यात्रियों के लिए सेकेंड एसी, थर्ड ऐसी व स्लीपर क्लास कोच की व्यवस्था रहेगी। अधिकतर डिब्बे खाली रहे

19 डिब्बों वाली संबलपुर एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों की संख्या नाममात्र होने के कारण ज्यादातर डिब्बे खाली ही थे। हालांकि दिल्ली, कानपुर, इटावा व इलाहाबाद से करीब 67 यात्री ट्रेन में सफर कर रहे थे। इनमें से ज्यादातर माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले थे। जम्मूतवी निवासी मसूर, जिया, अजय यादव व दिल्ली के रंजीत कुमार, नकुल व कानपुर के आशीष कुमार यादव ने कहा कि उन्हें पांच दिन पहले ट्रेन के चलने का पता चला। कानपुर से जम्मूतवी के लिए कोई ट्रेन न होने के कारण वे माता वैष्णो देवी नहीं जा पा रहे थे। ये ट्रेनें अभी भी बंद

-दिल्ली-पठानकोट धौलाधार एक्सप्रेस।

-कटड़ा दुर्ग वाया पठानकोट-अमृतसर।

-अहमदाबाद-जम्मूतवी एक्सप्रेस।

-जम्मूतवी-अहमदाबाद एक्सप्रेस।

-बठिडा-जम्मूतवी एक्सप्रेस।

-जम्मूतवी- बठिडा एक्सप्रेस।

-पठानकोट-दिल्ली एक्सप्रेस।

-दिल्ली-पठानकोट एक्सप्रेस।

-अमृतसर सेक्शन की 16 पैसेंजर ट्रेनें।

-जम्मूतवी सेक्शन की छह पैसेंजर ट्रेनें।

-जालंधर रेल सेक्शन की सात पैसेंजर ट्रेनें।

- नैरोगेज सेक्शन की 15 ट्रेनें। दुकानदारों को कारोबार बढ़ने की उम्मीद

कोविड-19 के चलते विगत वर्ष 23 मार्च से सिटी स्टेशन पर पूरी तरह से सन्नाटा छाया हुआ था। लेकिन बुधवार को संबलपुर एक्सप्रेस के आने बाद यहां स्टेशन पर काम करने वाले आटो, रिक्शा चालकों व खान पान का सामान बेचने वालों के चेहरों पर रौनक देखने को मिली। रेलवे रोड के दुकानदारों को भी आने वाले दिनों में कारोबार के बढ़ने की उम्मीद जगी है। रेलवे रोड के दुकानदार जगजीत सिंह, गुरप्रीत आदि ने कहा कि उनका सारा कारोबार ट्रेनों पर ही निर्भर है। ट्रेनें बंद होने के कारण उन्हें आर्थिक तौर पर भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अब ट्रेनें शुरू होने से उन्हें दोबारा काम बढ़ने की उम्मीद जगी है।

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