आशिक के साथ मिलकर कराया था पति का कत्ल, दोनों गिरफ्तार

गांव रणियां में 23 दिसंबर की रात को खाना खाकर घर के हाल में सैर कर रहे युवक जगजीत सिंह की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Jan 2021 05:21 PM (IST) Updated:Wed, 06 Jan 2021 09:56 PM (IST)
आशिक के साथ मिलकर कराया था पति का कत्ल, दोनों गिरफ्तार
आशिक के साथ मिलकर कराया था पति का कत्ल, दोनों गिरफ्तार

जागरण संवाददाता गुरदासपुर-धालीवाल : गांव रणियां में 23 दिसंबर की रात को खाना खाकर घर के हाल में सैर कर रहे युवक जगजीत सिंह की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जगजीत की हत्या उसकी पत्नी ममता ने ही अपने मायके अमृतसर के रहने वाले आशिक के साथ मिलकर करवाई थी। धारीवाल पुलिस ने ममता और उसके आशिक को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में शामिल दो और आरोपितों की पहचान कर ली गई है, जो फरार हैं।

डीएसपी कुलविदर सिंह विर्क, डीएसपी राजेश कक्कड़ ने बुधवार को संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता में बताया के आरोपित महिला ममता के साथ उसके आशिक गणेश की तीन साल पहले फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। ममता का मायका अमृतसर के मजीठा रोड पर है जबकि गणेश झब्बाल रोड, अमृतसर का रहने वाला है। दोनो आठवीं कक्षा तक अमृतसर के एक ही स्कूल में पढ़ते रहे हैं। अब फिर इनकी फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी। पुलिस के मुताबिक ममता को उसका पति जगजीत सिंह मारपीट वह फिजिकल टॉर्चर करता था। जगजीत को ममता के चाल-चलन पर शक था। इससे दुखी होकर ममता को गणेश से प्यार हो गया। इसके बाद उसने गणेश के साथ मिलकर जगजीत की हत्या करने की सोच ली। फोन काल डिटेल से सुलझा मामला

हत्या के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने जगजीत के पूरे परिवार के लोगों की फोन काल डिटेल निकलवाई। उसकी पत्नी की काल डिटेल भी निकलवाई। इसी से खुलासा हुआ कि घटना के कुछ देर पहले ममता किसी से लगातार व्ट्सअप पर मैसेज की थी। इसी के आधार पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो मामला सामने आया। इसके बाद गणेश को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस जांच में सीआइए स्टाफ गुरदासपुर के इंचार्ज प्रभजोत सिंह, डीएसपी राजेश काकड़, डीएसपी कुलविदर सिंह विर्क व थाना प्रभारी मंजीत सिंह शामिल थे। ममता ने हमलावरों को दी थी जगजीत के नीचे जाने की सूचना

23 दिसंबर की रात को जैसे ही जगजीत सिंह खाना खाने के बाद अपने घर के नीचे हाल में गया तो इस बात की सूचना आरोपित महिला ममता ने अपने आशिक गणेश उर्फ गेशी को व्हाट्सएप पर दी। इसके बाद गणेश अपने दोस्त अमृतसर के झब्बाल रोड इंदिरा कालोनी के बाबी पुत्र दविदर कुमार और शेर सिंह पुत्र धर्म सिंह के साथ जगजीत के घर के नीचे आ गया। जगजीत को देखते ही तीनों ने उस पर तेजधार हथियारों से वार करने शुरू कर दिए। अस्पताल में जगजीत की मौत हो गई। फेसबुक की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदली

ममता और गणेश दोनों आठवीं कक्षा में अमृतसर के एक निजी स्कूल में पढ़ते थे। दोनों की तीन साल पहले फिर फेसबुक पर दोस्ती हो गई। दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। ममता गणेश को अपने घर की आपबीती सुनाने लगी। पति की मारपीट की बात भी कहती थी। इससे प्यार में पागल गणेश ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर जगजीत सिंह की हत्या करने का फैसला ले लिया। इसमें ममता भी उसका साथ दे रही थी। धारीवाल पुलिस के लिए ये तीन और मामले चुनौती

धारीवाल पुलिस के लिए दिसंबर माह कुछ ज्यादा सही नहीं निकला। तिहरे सुसाइड कांड में पुलिस ने अभी तक मुख्य आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया है। किन्नू से महिद्रा गाड़ी को लूटने वाले भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इसी तरह रिक्की मसीह रोका हत्याकांड मामले में भी पुलिस को सफलता नहीं मिली है।

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