अटल ने खन्ना और मोदी ने सनी जैसा हीरा गुरदासपुर को दिया : मलिक

सोमवार को भाजपा उम्मीदवार सनी देओल अपने भाई बॉबी देओल के साथ अपना नामांकन करने गुरदासपुर पहुंचे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Apr 2019 07:36 PM (IST) Updated:Tue, 30 Apr 2019 06:26 AM (IST)
अटल ने खन्ना और मोदी ने सनी जैसा हीरा गुरदासपुर को दिया : मलिक
अटल ने खन्ना और मोदी ने सनी जैसा हीरा गुरदासपुर को दिया : मलिक

सुनील थानेवालिया, गुरदासपुर

सोमवार को भाजपा उम्मीदवार सनी देओल अपने भाई बॉबी देओल के साथ अपना नामांकन करने गुरदासपुर पहुंचे। नामांकन के उपरांत इंप्रूवमेट ट्रस्ट की स्कीम नंबर सात में आयोजित रैली को भी संबोधित किया। इसमें केंद्रीय मंत्री वीके सिंह व केंद्रीय राज्य मंत्री डा. जतिदर सिंह के अलावा प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक, जगमीत सिंह बराड़ विशेष रूप से शामिल हुए। इसके अलावा गुरदासपुर से भाजपा की ओर से टिकट के दोनों प्रमुख दावेदार कविता खन्ना और स्वर्ण सलारिया भी रैली में शामिल हुए।

केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि सनी आपकी आशाओं पर पूरा उतरेंगे। केंद्र में फिर से मोदी की सरकार बन रही है। सनी को जीत दिलाकर आप भी अपनी प्रतिनिधि को दिल्ली भेजे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार देश की पहली ऐसी सरकार है, जो विदेशों से दो लाख लोगों को बचाकर वापस भारत लाई है। डॉ. जतिदर सिंह ने कहा कि गुरदासपुर बहादुरों की धरती है। यहां सनी से बेहतर नहीं मिल सकता था। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर बार्डर एरिया हलका है और सनी को बार्डर का काफी अनुभव भी है। उन्होंने लोगों को सनी के हक में वोट डालने के लिए प्रेरित किया।

प्रदेश प्रधान श्वेत मलिक ने कहा कि 21 साल पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपायी ने विनोद खन्ना के रुप में एक हीरा गुरदासपुर को दिया था, जिसने चार बार जीत हासिल करके हलके के लोगों की समस्याओं को हल किया। अब नरेंद्र मोदी ने सनी देओल के रूप में एक और हीरा हलके के लोगों को दिया। जिसे हर वर्ग के लोग प्यार करते हैं। उन्होंने कहा कि सनी देओल के बार्डर फिल्म के किरदार मेजर कुलदीप सिंह व गदर फिल्म के किरदार तारा सिंह से हर कोई प्रभावित है। कार्यक्रम को बीच में छोड़कर चले गए सांपला

भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रधान व राज्य मंत्री विजय सांपला कार्यक्रम को बीच में छोड़कर ही चले गए। मंच पर उन्हें अभी बुलवाया भी नहीं गया था। भाजपा के लोकसभा हलका गुरदासपुर के प्रभारी कमल शर्मा ने रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह उनकी एक न सुनते हुए चले गए। काबिलेजिक्र ही कि सांपला होशियारपुर लोकसभा हलके से अपनी टिकट काटे जाने से निराश चल रहे थे। इसके बावजूद वह गुरदासपुर रैली में पहुंचे तो जरुर,लेकिन उनका रैली को बीच में छोड़कर चले जाना कई सवाल खड़े कर गया।

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