Dharmendra ने कहा- जाखड़ के खिलाफ कुछ नहीं बोलूंगा, Sunny deol के प्रतिद्वंद्वी कह दी ऐसी बात
धर्मेंद्र अपनी अदाकारी के संग खास मिजाज के लिए मशहूर हैं। धर्मेंद्र ऐसा ही कुछ पंजाब में भी दिखा रहे हैं। उनका सनी देयोल के चुनाव में विरोधी प्रत्याशी पर भी प्यार उमड़ आता है।
दीनानगर, [शंकर श्रेष्ठ]। बॉलीवुड के हीमैन और सदाबहार कलाकार धर्मेंद्र अपनी अदाकारी के संग-संग खास मिजाज व दोस्ती के लिए भी मशहूर हैं। धर्मेंद्र के बेटे सनी देयोल गुरदासपुर से भाजपा टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के सुनील जाखड़ हैं। धर्मेंद्र बेटे के चुनाव प्रचार के लिए गुरदासपुर आए हैं, लेकिन उनका प्यार सनी के प्रतिद्वंद्वी के लिए भी सामने आ जाता है। यहां यह प्यार एक बार फिर सामने अा गया है। धर्मेंद्र ने यहां एक सभा में कह दिया, मैं सुनील जाखड़ के खिलाफ कुछ नहीं कहूंगा। वह मेरे अपने बच्चे की तरह है। हालांकि इसके असर का अहसास होते ही उन्होंने कहा कि काम से उनकी बोलती बंद कराएंगे।
कहा- सुनील जाखड़ मेरे लिए अपने बच्चे की तरह, उसके खिलाफ नहीं बोलूंगा
धर्मेंद्र गुरदासपुर लोकसभा सीट के अधीन आते दीनानगर में चुनावी सभा को संबोधित करने आए थे। उन्होंने सभा में कहा, गुरदासपुर में विनोद खन्ना के सपनों को पूरा करेंगे। हम क्षेत्र में विकास कार्य करवाकर विरोधियों की बोलती बंद करेंगे।
फिर बोले- ऐसे नहीं, विकास से बंद करेंगे बोलती
इसी दौरान धर्मेंद्र ने बलराम जाखड़ से अपनी दोस्ती आैर संबंधों की चर्चा की। इसके बाद उनका सुनील जाखड़ के लिए उनका प्यार सामने आ गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी सुनील जाखड़ मेरे बच्चों के समान हैं। उनके पिता बलराम जाखड़ के मेरे साथ बेहद अच्छे संबंध थे। इसलिए वह भाषण से उनकी बोलती तो नहीं बंद कर सकते, लेकिन लोकसभा चुनावों में जीत के पश्चात विकास कार्यों के बलबूते पर जाखड़ की जरूर बोलती बंद करेंगे।
कहा, पिछले 50 वर्षों से रुके विकास कार्यों को करवा कर गए हैं विनोद खन्ना
धर्मेंद्र ने कहा कि पूर्व सांसद स्वर्गीय विनोद खन्ना ने पिछले 50 वर्षों से हलके के रुके विकास कार्य करवाकर शानदार काम किया है। हमारा मकसद भी किसी का विरोध करना नहीं है, बल्कि सीमावर्ती हलके गुरदासपुर का विकास करना है।
धर्मेंद्र ने कहा कि उन्हें अपनी पंजाब की धरती से बेहद प्यार है। उन्होंने कहा कि लगभग 60 वर्ष उन्हें फिल्मी दुनिया में हो गए हैं, लेकिन हमेशा मातृभूमि के लिए कुछ करने का जज्बा रखा है। लोगों के प्यार की बदौलत सनी देयोल चुनाव में जीतने के पश्चात यहीं रहेंगे और विकास कार्य करेंगे, ताकि पंजाब व गुरदासपुर पूरी दुनिया में पहचान बना सके।
यहां गाय चराई, चारा भी काटा है
धर्मेंद्र ने यह भी कहा कि उन्होंने इस धरती पर अपनी गाय चराई है, चारा काटा है और हर घरेलू कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उन्होंने फिल्मी दुनिया में लोगों के प्रति समर्पित कार्य करके विश्व भर से अपना प्यार हासिल किया है, ठीक उसी प्रकार वह हलके में विकास कार्यों को प्रगति देकर लोगों में अपने प्यार को दृढ़ करेंगे।
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पहले कहा था, पता होता सुनील जाखड़ चुनाव लड़ रहे हैं तो सनी को मना कर देते
इससे पहले उन्होंने गुरदासपुर में भी एक दिन पहले भी धर्मेंद्र ने सुनील जाखड़ के प्रति भी प्यार दिखाया था। गुरदासपुर में Dharmendra ने कहा था कि हम नेता नहीं, सेवक बनकर लोगों की सेवा करने आए हैं। अगर पहले पता होता कि सनी के खिलाफ बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ चुनाव लड़ रहे हैं तो शायद हम मना कर देते।
उन्होंने कहा था कि हम यहां भाषण देने नहीं, बल्कि लोगों के दर्द को समझने आए हैं, ताकि इसे दूर किया जा सके। उन्होंने कहा 'मैंने बीकानेर में पांच साल में वह काम करके दिखाए जो पहले 50 साल में नहीं हुए थे। बीकानेर से चुनाव लड़ने से पहले भाजपा ने पटियाला से चुनाव लड़ने की पेशकश की थी, लेकिन मैंने देखा कि उस सीट पर कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर चुनाव लड़ रही हैं। वह उनका बहुत सम्मान करते हैं और परनीत कौर उनकी बहन की तरह है। इसलिए मैंने वहां से चुनाव लड़ने के लिए मना कर दिया।'
धर्मेंद्र ने आगे कहा कि उन्हें लुधियाना से भी चुनाव लड़ने के लिए कहा गया, लेकिन वहां से चुनाव मैदान में उतरे ढिल्लों ने कहा कि वह भाई बनकर यहां से चुनाव न लड़े। इसके बाद उन्होंने पंजाब से चुनाव लड़ने का ख्याल ही छोड़ दिया। आज वह और उनका बेटा गुरदासपुर के लोगों का दर्द समझने और उसे दूर करने के लिए आए हैं। जिन लोगों ने उन्हें यहां भेजा, वह उनसे वादा लेकर आए हैं।
बता दें कि अपने जमाने के दिग्गज कांग्रेस नेता बलराम जाखड़ व अभिनेता धर्मेंद्र की बहुत मधुर संबंध रहे हैं। वे एक-दूसरे को भाई मानते थे और कई बार इस रिश्ते की गहराई दिखी थी। वर्ष 1991 में बलराम जाखड़ ने सीकर (राजस्थान) से चुनाव लड़ा तो उनके चुनाव प्रचार के लिए सिने स्टार धर्मेंद्र भी पहुंचे थे। 13 साल बाद 2004 में बलराम जाखड़ को कांग्रेस ने राजस्थान की चुरू सीट सेे लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा।
भारतीय जनता पार्टी बलराम जाखड़ के खिलाफ धर्मेंद्र को चुनाव मैदान में उतारना चाहती थी। लेकिन, धर्मेंद्र ने यह कहते हुए मना कर दिया कि बलराम जाखड़ उनके बड़े भाई हैं। उनके सामने वह नहीं उतरेंगे। इसके बाद भाजपा ने उनको बीकानेर से उतारा। जहां से उन्होंने कांग्रेस के रामेश्वर लाल को 57,175 वोटों से हरा दिया। बलराम जाखड़ भी चुरु से 29,854 वोटों से हार गए।
अब वक्त ने एक बार फिर से करवट ली है। बलराम जाखड़ और धर्मेंद्र की नई पीढ़ी चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं। बलराम जाखड़ के बेटे सुनील जाखड़ गुरदासपुर से चुनाव लड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी ने यहां से सनी देयोल को मैदान में उतारा है। भाजपा गुरदासपुर से हर हाल में जीतना चाहेगी। फिल्म स्टार विनोद खन्ना ने चार बार भाजपा की टिकट पर यहां से जीत हासिल की थी।
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