स्पेक्ट्रोकापी से मिलता है किसी पदार्थ की आंतरिक रचना का ज्ञान

पंडित मोहन लाल एसडी कालेज फार वूमेन के केमिस्ट्री विभाग ने प्रिसिपल डा. नीरु शर्मा प्रभारी गुरदीप कौर व कुलजीत कौर की अगुवाई में एक वेबिनार करवाया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 05:05 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 05:05 PM (IST)
स्पेक्ट्रोकापी से मिलता है किसी पदार्थ की आंतरिक रचना का ज्ञान
स्पेक्ट्रोकापी से मिलता है किसी पदार्थ की आंतरिक रचना का ज्ञान

संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : पंडित मोहन लाल एसडी कालेज फार वूमेन के केमिस्ट्री विभाग ने प्रिसिपल डा. नीरु शर्मा, प्रभारी गुरदीप कौर व कुलजीत कौर की अगुवाई में एक वेबिनार करवाया। इसमें मुख्य वक्ता के रूप में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. नवनीत कौर आनलाइन रही।

इस दौरान गुरदीप कौर ने मुख्त वक्ता का स्वागत कर उनकी अकादमिक गतिविधियां पढ़ी। इसके बाद डा. नवनीत कौर ने अपने विचार साझे करते हुए सबसे पहले स्पेक्ट्रोकापी को परिभाषित किया। बताया कि स्पेक्ट्रोकापी रसायन विज्ञान की एक शाखा है, जिससे पदार्थो द्वारा अवलेशन चुंबकीय किरणों के जरिए मालिक्यूल का अध्ययन किया जाता है। इस अध्ययन से पदार्थो की आंतरिक रचना का ज्ञान प्राप्त किया जाता है। इस शाखा में मुख्य रूप में वर्णक्रम का भी अध्ययन होता है। किसी भी पदार्थ को उत्तेजित कर उसके स्पेक्ट्रम द्वारा यह जाना जा सकता है कि उक्त पदार्थ किन-किन तत्वों से बना है और इसमें उनका कितना अनुपात है। इस विश्लेषण से किसी भी तत्व की अति सूक्ष्म मात्रा का अनुपात ज्ञान किया जाता है। इस तकनीक के जरिए मेडिकल क्षेत्र, रोजाना वस्तुओं का इस्तेमाल, खेतीबाड़ी औद्योगिक क्षेत्रों से इन तत्वों की सरंचना का पता किया जाता है। प्रिसिपल ने मुख्य वक्ता का आभार जताया और केमिस्ट्री विभाग के प्रयास की प्रशंसा की।

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