नर्सरी कक्षा की छात्रा को कुत्ते ने नोचा, अमृतसर रेफर

अशोक कुमार, गुरदासपुर सेंट मैथ्यू स्कूल की नर्सरी की छात्रा को छुट्टी के बाद स्कूल बस पर चढ़ते

By JagranEdited By: Publish:Thu, 27 Jul 2017 01:02 AM (IST) Updated:Thu, 27 Jul 2017 01:02 AM (IST)
नर्सरी कक्षा की छात्रा को कुत्ते ने नोचा, अमृतसर रेफर
नर्सरी कक्षा की छात्रा को कुत्ते ने नोचा, अमृतसर रेफर

अशोक कुमार, गुरदासपुर

सेंट मैथ्यू स्कूल की नर्सरी की छात्रा को छुट्टी के बाद स्कूल बस पर चढ़ते समय आवारा कुत्ते ने सिर व मुंह पर नोच लिया। उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल गुरदासपुर में भर्ती करवाया गया, लेकिन इस संबंधी वैक्सीन गुरदासपुर सिविल अस्पताल में उपलब्ध न होने के चलते उसे अमृतसर रेफर कर दिया गया।

गुरदासपुर के मोहल्ला संत नगर निवासी प्रीत (3) पुत्री हैप्पी जेल रोड पर स्थित सेंट मैथयू स्कूल में नर्सरी कक्षा में पढ़ती है जबकि उसकी बड़ी बहन मुस्कान दूसरी कक्षा में पढ़ती है। बुधवार को स्कूल में छुट्टी के बाद घर वापस जाने के लिए जब वह स्कूल की बस में सवार हो रही थी तो अचानक वहां पर घूम रहे एक आवारा कुत्ते ने उस पर हमला करके सिर और मुंह से बुरी तरह से नोच दिया। लोगों ने काफी मशक्कत के बाद उसे कुत्ते से छुड़वाकर सिविल अस्पताल गुरदासपुर में पहुंचाया।

गुरदासपुर में नहीं वैक्सीन उपलब्ध

सिविल अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर राज मसीह ने बताया कि कुत्ते द्वारा बच्ची को काफी अधिक काट लिया गया है। इसके चलते उन्हें आम वैक्सीन की बजाए एक खास तरह के वैक्सीन की जरूरत होती है, जोकि गुरदासपुर में उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि यह वैक्सीन तीन घंटे के भीतर लगाना जरूरी होती है, जिसके चलते उसे तुरंत अमृतसर रेफर कर दिया गया है।

मां चुप हो जाओ, मैं ठीक हूं

तीन वर्षीय बच्ची प्रीत को कुत्ते ने काफी अधिक नोच लिया था। इसके चलते अपनी बेटी को इस हालत में देखकर उसकी मां चिल्ला उठी, लेकिन बच्ची ने बहादुरी दिखाते हुए अपनी मां को हौसला देते हुए कहा मां चुप हो जाओ, मैं ठीक हूं।

सिविल अस्पताल में रोजाना आ रहे करीब 7 मामले

पशु पालन विभाग के मुताबिक मौजूदा समय जिले में 30 हजार के करीब आवारा कुत्ते घूम रहे है। जबकि सेहत विभाग के मुताबिक रोजाना छह-सात केस कुत्ते के काटे के आ रहे है। इसके बावजूद जिला हेडक्वार्टर गुरदासपुर में स्थित सिविल अस्पताल में केवल सामान्य रूप से कुत्ते के काटने वाले लोगों के लिए ही वैकसीन उपलब्ध है, जबकि अधिक काटे जाने पर वैकसीन उपलब्ध नहीं है।

जिले में हुई कुछ बड़ी दुर्घटना

-कुछ समय पहले आवारा कुत्तों ने गुरदासपुर के गीता भवन रोड पर रेवा शर्मा नामक महिला के मुंह पर काट लिया था, जिसे बाद में मुंह ठीक करवाने के लिए सर्जरी करवानी पड़ी थी।

-सिविल अस्पताल के एसएमओ डाक्टर विजय कुमार कुत्ते से बचने के लिए भागते हुए गिर गए थे, जिसके चलते उनका बाजू टूट या था।

--काहनूवान के गांव फेरोचेची में खेतों में काम कर रहे एक बुजुर्ग को आवार कुत्तों ने नोच-नोच कर जान से ही मार दिया था।

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