सात लोगों की हत्‍या में फांसी की सजा उम्रकैद में बदली, फरार होकर करने लगा लूटपाट

सात लोगों की हत्‍या में उम्रकैद मिलने के बाद फरार हुए अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसको फांसी की सजा सुनाई गई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उम्रकैद में बदल दिया था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Thu, 22 Mar 2018 08:09 PM (IST) Updated:Fri, 23 Mar 2018 09:05 PM (IST)
सात लोगों की हत्‍या में फांसी की सजा उम्रकैद में बदली, फरार होकर करने लगा लूटपाट
सात लोगों की हत्‍या में फांसी की सजा उम्रकैद में बदली, फरार होकर करने लगा लूटपाट

जेएनएन, फिरोजपुर। एक ही परिवार के सात लोगों की हत्‍या में उम्रकैद कर सजा काटने के दौरान फरार हुए व्‍यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तर कर लिया है। उसे हत्‍या के मामले में फांसी की सजा सुनाई गई थी। इसे बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उम्रकैद में बदल दिया था। इसके बाद पैराेल पर आने के बाद वह फरार हो गया और लूटपाट करने लगा। पुलिस ने अब उसे गिरफ्तार किया है। उसका भाई आंतकी रहा है।

फांसी की सजा सुनाई गई थी हत्यारे को, सुप्रीम कोर्ट ने सजा को बदला था उम्रकैद में

पु‍लिस ने बताया कि मोगा जिले के गांव ढोलेवाला निवासी मलूक सिंह ने अप्रैल, 1994 में गांव के ही एक परिवार के सात लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में उसे फांसी की सजा सुनाई गई थी। बाद में उसने सु्प्रीम कोर्ट में अपील की और वहां उसकी सजा उम्रकैद में तब्‍दील हो गई। मलूक सिंह आतंकवादी पिपल सिंह का भाई बताया जाता है। उम्रकैद मिलने के बाद वह 2009 में पैरोल पर आया अौर इसके बाद फरार हो गया।

यह भी पढ़ें: सुहागरात के लिए होटल पहुंचा था जोड़ा, दुल्‍हन को भगा ले गया कांग्रेस नेता का बेटा

एसएसपी प्रीतम सिंह ने बताया कि फरार होने के बाद मलूक सिंह लूटपाट करने लगा। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि मलूक सिंह जीरा में है। जीरा थाने के प्रभारी देवेंद्र शर्मा की टीम ने उसकी तलाश शुरू की और उसे जीरा के बस अड्डा के पास काबू कर लिया। पुलिस पूछताछ में मलूक सिंह ने कई राज खोले हैं।

फरार होने के बाद बनाया लुटेरा गिरोह

एसएसपी प्रीतम सिंह ने बताया कि भगोड़ा होने के बाद मलूक सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक लुटेरा गिरोह बनाया। उसने सबसे पहले जीरा के इलाहाबाद बैंक की शाखा में डकैती कर 12 लाख 45 हजार रुपये की लूट की थी। जीरा पुलिस ने मलूक सिंह व उसके गिरोह के सदस्यों पर 20 मई, 2011 को केस दर्ज किया गया था। इसके अलावा मलूक के खिलाफ जिला गुरदासपुर और अमृतसर देहाती में भी मुकदमे दर्ज हैं। थाना जीरा सिटी के प्रभारी देवेंद्र शर्मा ने बताया कि मलूक सिंह को फिरोजपुर की अदालत में पेश किया जाएगा और उसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें: सीमा की रक्षा में न झिझकें सेनाएं, हर कदम उठाएं : राष्‍ट्रपति काेबिंद

chat bot
आपका साथी