किशोरी से दुष्कर्म, छह दिन बाद भी नहीं हुआ मेडिकल, परिजनों की थाने के बाहर नारेबाजी

फिरोजपुर के मक्खू में एक किशोरी से दुष्कर्म हुआ। पुलिस ने आरोपित को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन छह दिन से लड़की का मेडिकल नहीं करवाया। गुस्साए परिजनों ने आज थाने के बाहर धरना दिया।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 06:56 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 06:56 PM (IST)
किशोरी से दुष्कर्म, छह दिन बाद भी नहीं हुआ मेडिकल, परिजनों की थाने के बाहर नारेबाजी
किशोरी से दुष्कर्म, छह दिन बाद भी नहीं हुआ मेडिकल, परिजनों की थाने के बाहर नारेबाजी

मक्खू [प्रेम अहुजा]। राज्य में कानून व्यवस्था की सरेआम धज्जियां पुलिस की तरफ से ही उड़ाई जा रही हैंं। दुष्कर्म पीड़िता 14 वर्षीय किशोरी का छह दिन से मेडिकल ही नहीं करवाया गया और न ही पुलिस ने पीड़िता का बयान लिया। इस बात से गुस्साए परिजनों ने वीरवार को मक्खू थाना घेर लिया। महिलाओं सहित दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने थाने के गेट पर धरना दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

मक्खू थाना अंतर्गत वीरवार की शाम पांच बजे दिए गए धरने की जानकारी मक्खू थाना के पुलिस इंस्पेक्टरों ने अपने एचएसओ बचन सिंह को दी। उन्होंने परिवार वालों को थाने में बैठाकर समझाने की बात कही है, लेकिन परिवार वालों का आरोप है कि उनकी 14 साल की बच्ची के साथ आरोपित ने दुष्कर्म कर दिया। आरोपित छिंदर सिंह उर्फ छिंदा मक्खू के गांव माहले वाला का रहने वाला है। हालांकि पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी तक दुष्कर्म पीड़िता का मेडिकल नहीं करवाया गया है।

परिवार वालों ने बच्ची का मेडिकल करवाने के बारे में पुलिस से पूछा तो पुलिस की तरफ से टालमटोल दिया जा रहा है कि उन्हें अस्पताल वाले लिखकर देंंगे, तो वह मेडिकल करवाएंगे। उधर, मक्खू पीएचसी सेंटर में परिवार वाले गए तो वहां डॉक्टरों से बच्ची का मेडिकल करवाने के बारे में पूछा तो डॉक्टरों ने कहा कि पुलिस लिखकर देगी तभी बच्ची का मेडिकल होगा। परिवार वालों का आरोप है कि दुष्कर्म के आरोपी को पुलिस ने भले ही गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन पुलिस बिचौलिया बनकर मामले को रफा दफा करना चाहती है, इसलिए 29 मई से उनकी बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद भी बच्ची की कोई खैर खबर नहीं ली गई है। 

परिवार वालों का आरोप है कि बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन धारा 354, 354-ए ही लगाई गई है जो कि छेड़छाड़ की है। उनकी मांग है कि बच्ची का मेडिकल करवाया जाए, जिससे बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की पुष्टि हो सके। पुलिस जानबूझ कर लेटलतीफी कर रही है, ताकि दिन बढ़ने के साथ दुष्कर्म की पुष्टि न हो सके। बच्ची की हालत खराब है। वह सरकारी अस्पताल में उपचाराधीन है।

हेल्पलाइन नंबर पर भी मदद नहीं

परिवार वालों का आरोप है कि उन्होंने बच्ची के साथ इंसाफ के लिए 181 नंबर और 112 नंबर हेल्प लाइन नंबर पर भी फोन किए, बावजूद उन्हें बहुत ज्यादा मदद नहीं मिली है। बच्ची को बयान देने के दौरान भी डराया, धमकाया जा रहा है। 

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