्रखालसा एड को तलब करना गलत : सुखबीर

नगर कौंसिल व पंचायत चुनावों को लेकर रविवार को शहर के दौरे पर पहुंचे शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि केंद्र सरकार ने जब गुजरात में मानवीय सहायता प्रदान की तो उस समय उन्हें खालसा ऐड के बारे में कुछ गलत नही लगा लेकिन जब दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों की सहायता की तब उन्होने एनजीओ पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने खालसा एड को तलब कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 10:55 PM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 10:55 PM (IST)
्रखालसा एड को तलब करना गलत : सुखबीर
्रखालसा एड को तलब करना गलत : सुखबीर

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर : नगर कौंसिल व पंचायत चुनावों को लेकर रविवार को शहर के दौरे पर पहुंचे शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि केंद्र सरकार ने जब गुजरात में मानवीय सहायता प्रदान की तो उस समय उन्हें खालसा ऐड के बारे में कुछ गलत नही लगा लेकिन जब दिल्ली की सीमाओं पर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों की सहायता की तब उन्होने एनजीओ पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने खालसा एड को तलब कर लिया है। इस दौरान सुखबीर में शिअद में शामिल हुए 200 नेताओं व वर्करों का स्वागत भी किया।

इस दौरान उन्होने विभिन्न वार्डों का दौरा किया। सुखबीर पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा फिरोजपुर से पांच बार विधायक रह चुके बाल मुकुंद शर्मा के घर भी गए जिनका हाल ही में निधन हो गया था।

कांग्रेस के स्थानीय विधायक द्वारा लगाए गए पीजीआइ सेटेलाइट सेंटर के कथित शिलान्यास के बारे में सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उन्होने इस बारे में पता लगाया है तथा यह पता चला है कि केंद्र सरकार की ओर से बेसहारा पशुओं को बाहर रखने के लिए चारदीवारी का प्राधिकार दिया गया है। उन्होने कहा कि इसके बाद कांग्रेस के स्थानीय विधायक ने जनता को मूर्ख बनाया है। 'यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि उपायुक्त तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने यह जानते हुए भी कि इस तरह से इसका उद्घाटन नही हो सकता ऐसा किया है। जहां तक प्रोजेक्ट का संबध है , दो कंपनियों को शार्ट लिस्ट किया गया था तथा वह लगातार इसकी समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अधिकारी झूठे मामले दर्ज करने के अलावा नगर निगम चुनाव में ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों में मतदाताओं को इधर उधर भेजकर तथा झूठे पर्चे दर्ज करके चुनावी हेराफेरी में लिप्त हैं। शिरोमणि अकाली दल के सत्ता में आने के बाद एक आयोग बनाया जाएगा तथा तीन महीने के भीतर सभी मामलों की जांच की जाएगी। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जनमेजा सिंह सेखों, जोगिदर सिंह जिदू, अवतार सिंह जीरा, वरदेव सिंह मान तथा मोंटू वोहरा शामिल थे।

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