वक्फ बोर्ड के नए मुलाजिमों की भर्ती संबंधी शर्त रद करने की मांग

पंजाब वक्फ बोर्ड के नए मुलाजिमों की भर्ती संबंधी किए गए नए फैसले पर मुस्लिम फ्रंट पंजाब के नेताओं ने असंतुष्टि जाहिर की है। नए नियम में पंजाब सरकार की हिदायत के मुताबिक दसवीं की परीक्षा में पंजाबी भाषा का पेपर पास किए होने को गैर-जरूरी करार दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 09 Jul 2020 03:12 PM (IST) Updated:Thu, 09 Jul 2020 09:59 PM (IST)
वक्फ बोर्ड के नए मुलाजिमों की भर्ती संबंधी शर्त रद करने की मांग
वक्फ बोर्ड के नए मुलाजिमों की भर्ती संबंधी शर्त रद करने की मांग

संवाद सूत्र जीरा,(फिरोजपुर) : पंजाब वक्फ बोर्ड के नए मुलाजिमों की भर्ती संबंधी किए गए नए फैसले पर मुस्लिम फ्रंट पंजाब के नेताओं ने असंतुष्टि जाहिर की है। नए नियम में पंजाब सरकार की हिदायत के मुताबिक दसवीं की परीक्षा में पंजाबी भाषा का पेपर पास किए होने को गैर-जरूरी करार दिया गया है। मुस्लिम फ्रंट पंजाब के नेताओं द्वारा एसडीएम रंजीत सिंह भुल्लर को ज्ञापन सौंपा और यह शर्त रद्द करने की मांग की।

मुस्लिम प्रांत के पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसा करके पंजाब के मूल निवासी मुस्लिम बेरोजगार उम्मीदवारों को उनके हक से वंचित करके पंजाब से बाहरी उम्मीदवारों को बोर्ड में भर्ती करने का रास्ता साफ किया जा रहा है। इस तरह पंजाब राज्य भाषा एक्ट के उपबंधों का भी उल्लंघन हो रहा है। जो संबंधित अधिकारियों का एक गैर कानूनी कदम है। उन्होंने कहा कि पंजाब वक्फ बोर्ड करते मूल पंजाबी मुस्लिम अधिकारी कर्मचारी पहले ही कम है, यदि यह पॉलिसी लागू की जाती है तो पंजाब के मूलनिवासी मुस्लिम नौजवानों के लिए रोजगार के मौके तथा वक्फ बोर्ड में चेयरमैन समेत अन्य चार मेंबर पंजाब तथा बाहरी राज्यों के साथ संबंधित हैं, जिनका हित पंजाब के मूलनिवासी मुस्लिम न होकर पंजाब से बाहरी अपने चाहने वालों से जुड़ा हुआ है।

उन्होंने सरकार से मांग की है कि पंजाब बोर्ड द्वारा 10वीं स्तर तक पंजाबी भाषा का पेपर पास करने की शर्त वाला प्रस्ताव तुरंत रद्द किया जाए तथा भविष्य में पंजाब वक्फ बोर्ड में पंजाब के ही मूल निवासी सदस्य तथा चेयरमैन नामजद किए जाएं। इस मौके लखबीर अली, मक्खन दीन, अकबर खान, गुलाम मुस्तफा, शाहिद खान, बाबू मोहम्मद, डॉक्टर शौकत अली, डॉक्टर अब्दुल हमीद,मक्खन अली फिरोजशाह, कर्मदीन आदि उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी