स्वाइन फ्लू की जागरूकता को मल्टीपर्पज हेल्थ सुपरवाइजरों ब्लाकों में भेजा

स्वाइन फ्लू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हेल्थ विभाग की एप्डमोलोजिल्ट (महामारी) आफिसर डा. रू¨पद्र कौर के नेतृत्व में फाजिल्का शहर और गांवों के स्कूल आदि में जागरूकता अभियान चलाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jan 2019 10:58 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jan 2019 10:58 PM (IST)
स्वाइन फ्लू की जागरूकता को मल्टीपर्पज हेल्थ सुपरवाइजरों ब्लाकों में भेजा
स्वाइन फ्लू की जागरूकता को मल्टीपर्पज हेल्थ सुपरवाइजरों ब्लाकों में भेजा

संवाद सहयोगी, फाजिल्का

स्वाइन फ्लू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हेल्थ विभाग की एप्डमोलोजिल्ट (महामारी) आफिसर डा. रू¨पद्र कौर के नेतृत्व में फाजिल्का शहर और गांवों के स्कूल आदि में जागरूकता अभियान चलाया गया। वीरवार को डा. रू¨पद्र ने अपने ब्लाकों के मल्टीपर्पज हेल्थ सुपरवाइजरों के साथ सिविल अस्पताल में बैठक की और सुपरवाइजरों को ब्लाकों के स्कूलों, पंचायतों और गांवों में जाकर लोगों को स्वाइन फ्लू के बारे में जागरूक करने को कहा। इसके साथ ही उन्हें पंफलेट बांटने तथा सेमिनार आदि के माध्यम से भी बच्चों को जागरूक करने की हिदायतें दी है।

बैठक में डा. रू¨पद्र कौर ने सुपरवाइजरों को बताया कि स्वाइन फ्लू लोगों में डर का कारण न बने, इस बात को खास ध्यान में रखते हुए उन्हें सबसे पहले जागरूक करने की जरूरत है कि आखिरकार स्वाइन फ्लू क्या, कैसे होता है। इसके लिए ब्लाकों के स्कूलों, गांवों और पंचायतों में लोगों को इकट्ठा करके उन्हें स्वाइन फ्लू के बारे में जागरूक करने को कहा गया। उन्हें बताया गया कि लोगों को स्वाइन फ्लू के फैलने जैसे कि नजला, सुखी खांसी, गले में खारिश और बुखार होने को नजरअंदाज न करे, ऐसे लक्ष्य अगर 3 से 4 दिन तक पाए जाए तो बिना देरी से डाक्टर को दिखाए, क्योंकि अगर किसी व्यक्ति में स्वाइन फ्लू पॉजीटिव पाया जाता है तो उसके लिए इलाज जल्द से जल्द करवाना चाहिए। उन्होंने हेल्थ सुपरवाइजरों को पंफलेट आदि देकर गांवों के उन हिस्सों पर लगाने को कहा है, जहां लोगों की ज्यादा से ज्यादा आवाजाही हो, अधिक से अधिक लोग उसे देख सके। स्कूलों में प्रमुख गेट या जहां बच्चे अधिक जमा होते हो, वहां पंफलेट लगाने को कहा गया है।

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