नहरी पानी की समस्या से मिलेगी निजात : संदीप जाखड़

बोहर के साथ साथ बल्लुआना विधानसभा क्षेत्र तथा फाजिल्का विधानसभा क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों के किसानों की नहरी पानी से सबंद्ध समस्या का समाधान होने की उम्?मीद जताई जा रही है। पूरे पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र ¨सह सरकार के गठन के बाद सबसे पहले अबोहर क्षेत्र में ही साढे 25 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य शुरू किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Feb 2019 11:17 PM (IST) Updated:Thu, 14 Feb 2019 11:17 PM (IST)
नहरी पानी की समस्या से मिलेगी निजात : संदीप जाखड़
नहरी पानी की समस्या से मिलेगी निजात : संदीप जाखड़

जागरण संवाददाता, अबोहर : अबोहर के साथ-साथ बल्लुआना विधानसभा क्षेत्र तथा फाजिल्का विधानसभा क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों के किसानों की नहरी पानी से संबंद्ध समस्या का समाधान होने की उम्मीद जताई जा रही है। पूरे पंजाब में कैप्टन अमरेन्द्र ¨सह सरकार के गठन के बाद सबसे पहले अबोहर क्षेत्र में ही साढे 25 करोड़ रुपये की लागत से यह कार्य शुरू किया गया है।

जिला युवा कांग्रेस के पूर्व प्रधान संदीप जाखड ने वीरवार को इस कार्य का दीवानखेडा व मलूकपुरा में शिलान्यास व अन्य क्षेत्रों में निर्माणाधीन उप नहरों का अधिकारियों व पत्रकारों की मौजूदगी में निरीक्षण करते हुए कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र ¨सह व सुनील जाखड़ ने अकाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में यहां आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति समर्थन जताते हुए टेल पर आबाद गांवों का दौरा करके वायदा किया था कि कांग्रेस सरकार आने पर इस इलाके की नहरी पानी की समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। ¨सचाई विभाग के कार्यकारी इंजीनियर मुख्तायार ¨सह राणा ने इस अवसर पर बताया कि दौलतपुरा माईनर, मलूकपुरा राजवाहा, पंचकोसी माईनर, जंडवाला माईनर, बकैनवाला माईनर, डंगरखेडा माईनर का कपशेप पद्धति से सीमेंट कंक्रीट इस्तेमाल करते हुए पुर्न निर्माण किया जा रहा है। निर्माण सामग्री की गुणवता बनाये रखने के लिये डिजीटल मि¨क्सग प्लांट स्थापित किये गये हैं। इसके इलावा आजमवाला माईनर व अबोहर माईनर की मरम्मत का कार्य भी किया जायेगा। इस तकनीक द्वारा पहली बार नहरों का पुर्न निर्माण किया जा रहा है। इसमें पानी के सीपेज से बेकार हो जाने की आशंका बिल्कुल समाप्त हो जाएगी। जिन गांवों को इस महाअभियान का लाभ पहुंचेगा उनमें आलमगढ, धर्मपुरा, सैयदवालां, सप्पांवाली, दौलतपुरा, दीवानखेडा, गिदडांवाली, पंजाबा, मौजगढ, तूतवाला, कल्लरखेडा, उस्मानखेडा, किकरखेडा, कंधवाला अमरकोट, रूकनपुरा खुईखेडा, दलमीर खेडा, पट्टी बिला, ढींगावाली, अचाडिकी, डंगरखेडा, शेरगढ, जंडवाला हनुवंता, मौजगढ, पन्नी वाला माहला, गुमजाल, बकैनवाला, दानेवाला सतकोसी, रूपनगर, चुहडीवाला धन्ना, पतरेवाला आदि शामिल हैं। दौलतपुरा माईनर की क्षमता 168 और मलूकपुरा राजवाहा की क्षमता 155 क्यूसिक है। इसका नवनिर्माण से सदुपयोग होगा।

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