फाजिल्का के सिविल अस्पताल में बंद पड़ी डायलिसिस सुविधा शुरू, अब मरीजों को बाहर जाने की नहीं पड़ेगी जरूरत

फाजिल्का के लोगों को बड़ी राहत मिली है। दरअसल सिविल अस्पताल में बंद पड़ी डायलिसिस सुविधा को शुरू कर दिया गया है। इसके शुरू होने से लोगों को अब इलाज के लिए बाहर जाने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा।

By mohit KumarEdited By: Publish:Tue, 15 Nov 2022 10:39 PM (IST) Updated:Tue, 15 Nov 2022 10:39 PM (IST)
फाजिल्का के सिविल अस्पताल में बंद पड़ी डायलिसिस सुविधा शुरू, अब मरीजों को बाहर जाने की नहीं पड़ेगी जरूरत
डायलिसिस सुविधा शुरू करवाते हुए विधायक नरेंद्र पाल। (जागरण)

संवाद सूत्र, फाजिल्का: सिविल अस्पताल में पिछले लंबे समय से बंद पड़ी डायलिसिस की दो मशीनें सोमवार को विधायक नरेंद्र पाल सिंह सवना ने शुरू करवाई। सिविल सर्जन डा. सतीश कुमार व एसएमओ डा. रोहित गोयल विशेष तौर पर मौजूद थे। विधायक नरेंद्र पाल सिंह सवना ने कहा कि डायलिसिस के लिए मरीज बठिंडा, फिरोजपुर लुधियाना आदि जाने के लिए मजबूर थे।

उन्होंने कहा कि लोगों की पिछले लंबे समय से मांग थी कि डायलिसिस मशीन को शुरू किया जाए। अब फाजिल्का के सरकारी अस्पताल के डाक्टरों की मेहनत से इन डायलिसिस मशीनों को शुरू कर दिया गया है। अब मरीजों को बाहर से महंगे दामों पर डायलिसिस करवाना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल में ओपीडी पहले से दोगुना बढ़ने के बावजूद डाक्टर पूरी निष्ठा के साथ सेवाएं दे रहे हैं, जोकि प्रशंसा के पात्र हैं।

इससे पहले पहले बंद पड़ी अल्ट्रासाउंड मशीन शुरू करवाई थी। विधायक ने कहा कि जल्द ही उनकी कोशिश यहां सिटी स्कैन मशीन लाने की भी रहेगी। डा. भूपेन ने बताया कि उनके द्वारा दो माह तक फरीदकोट में प्रशिक्षण हासिल किया गया है। अब यहां मरीजों को डायलिसिस की सेवाएं बिना किसी परेशानी की दी जाएंगी। इन मशीनों से एक समय में दो मरीजों का डायलिसिस हो सकेगा। एक डायलिसिस में दो से अढ़ाई घंटे का समय लग जाता है।

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संवाद सूत्र, फाजिल्का: एसएसपी भूपिंद्र सिंह की अगुआई में विभिन्न टीमों का गठन कर 13 जगहों पर सर्च अभियान चलाया गया। नशे के कारोबार में पहले से संलिप्त लोगों के घरों की जांच तो की ही गई। साथ ही हर आने व जाने वाले वाहन चालक की चेकिंग भी हुई।

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