नशे के गर्त से यूं निकले थे 31 वर्षीय सतनाम खटड़ा, फिर बन गए थे बेजोड़ फिटनेस ट्रेनर

पंजाब के 31 वर्षीय प्रसिद्ध बॉडी बिल्डर सतनाम खटड़ा का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। बचपन मेें वह पैसे की कमी के कारण अंडे समझकर आलू खाते थेेे।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 30 Aug 2020 09:41 AM (IST) Updated:Sun, 30 Aug 2020 09:41 AM (IST)
नशे के गर्त से यूं निकले थे 31 वर्षीय सतनाम खटड़ा, फिर बन गए थे बेजोड़ फिटनेस ट्रेनर
नशे के गर्त से यूं निकले थे 31 वर्षीय सतनाम खटड़ा, फिर बन गए थे बेजोड़ फिटनेस ट्रेनर

फतेहगढ़ साहिब [धरमिंदर सिंह]। पंजाबी गबरू, 26 इंच का डौला , फिटनेस ऐसी कि पंजाबी फिल्म व म्यूजिक इंडस्ट्री भी मुरीद। हर कोई यही पूछता था 'इहो जेहा डौला किवें बनू...।' डौले की बदौलत सोशल मीडिया में करीब चार लाख प्रशंसक बनाए। एक समय नशे की दलदल में फंस गए, लेकिन खुद को इतना मजबूत बनाकर लौटे कि युवाओं के लिए फिटनेस स्टार बन गए।

हम बात कर रहे हैं फतेहगढ़ साहिब के गांव भलमाजरा के सतनाम खटड़ा की। बचपन में गांव की गलियों में दोस्तों के साथ कबड्डी खेलने वाले सतनाम राष्ट्रीय स्तर के बॉडी बिल्डर बने। शनिवार सुबह अचानक सतनाम के निधन की खबर ने सभी को हैरत में डाल दिया।

सतनाम को बचपन से ही बॉडी बनाने का शौक था। 10 साल की उम्र में गांव में कबड्डी खेलने लगे थे। परिवार की आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी। अच्छी डाइट के लिए पैसे नहीं होते थे। वह चाचा के क्लीनिक पर जाते थे। अंडे खरीदने के लिए कुछ पैसे ले लेते थे। अंडे जल्दी खत्म न हो जाएं, इसलिए चार अंडों के साथ चार आलू उबाल लेते थे।

 

चाचा के प्रोत्साहन से वह ग्रामीण स्तर के कबड्डी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने लगे। सतनाम अपनी ताकत से जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे। उसके बाद कनाडा में कबड्डी कप खेलने के लिए भी गए। वर्ष 2012 में सतनाम ने बॉडी बिल्डिंग में नाम कमाने का फैसला किया। वर्ष 2013 में जिम जाने लगे। इस दौरान लुधियाना के कोच रोहित खेड़ा से मुलाकात हुई। रोहित ने सतनाम की लगन को देखते उन्हें इस तरह तैयार किया कि उनके 26 इंच के डौले की दुनिया दीवानी हो गई।

तलाक के बाद शराब और चिट्टे के आदी हो गए थे

सतनाम ने वर्ष 2014 में शादी की। शादीशुदा जीवन ज्यादा देर तक नहीं चला। घर में संतान न होने से पत्नी से तलाक के बाद सतनाम को कई तरह की परेशानी से जूझना पड़ा। इसी परेशानी ने उन्हें शराब पीने और चिट्टे का आदी बना दिया। छह महीने से एक साल तक सतनाम नशे के दलदल में फंसे रहे। परिवार और दोस्तों की मदद से दोबारा अपने पैरों पर खड़े हुए। नशे की बेड़ियां तोड़कर दोबारा जिम जाना शुरू किया और लाखों युवाओं के स्टार बने।

रंजीत बाबा, एमी विर्क को भी दी थी ट्रेनिंग

पंजाबी फिल्म व म्यूजिक इंडस्ट्री के नामी सितारे भी सतनाम के डोले के दीवाने थे। मोहाली के गोल्ड जिम में सतनाम ने पंजाबी गायक रंजीत बावा और एमी विर्क को भी फिटनेस की ट्रेनिंग दी थी। सिद्धू मूसेवाला भी उनके डौले के मुरीद थे। फतेहगढ़ साहिब के पूर्व डीएसपी अतुल सोनी तो सतनाम की तरह अपने डोले बनाने के लिए जिम में खूब जोर लगाते थे।

सोशल मीडिया में लाखों फॉलोअर्स

सतनाम खटड़ा के इंस्टाग्राम पर 3.84 लाख और फेसबुक पर 49 हजार से अधिक फॉलोअर्स हैं। शनिवार को सतनाम के निधन के बाद सोशल मीडिया में फॉलोअर्स ने गहरा दुख जताया।

'तेरे आशक दे सिर जिड्डा, डौला जट्टा दा' 

करीब दस महीने पहले पंजाबी गीत 'तेरे आशक दे सिर जिड्डा, डौला जट्टा दा' में सतनाम मॉडल लिए गए थे। इस गीत को उन्हीं के डोले पर लिखा गया था और गायक हरमन ने इसे गाया था। 

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