सेनेटरी विभाग के अधिकारियों पर लगाया जातिसूचक शब्द कहने का अरोप

संवाद सहयोगी, मंडी गो¨बदगढ़ : समाज में ज्यादतियों का शिकार होने वाले अनुसूचित जाति के लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए ही एससी कमिशन का गठन किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 01 Nov 2018 11:43 PM (IST) Updated:Thu, 01 Nov 2018 11:43 PM (IST)
सेनेटरी विभाग के अधिकारियों पर लगाया जातिसूचक शब्द कहने का अरोप
सेनेटरी विभाग के अधिकारियों पर लगाया जातिसूचक शब्द कहने का अरोप

संवाद सहयोगी, मंडी गो¨बदगढ़ : समाज में ज्यादतियों का शिकार होने वाले अनुसूचित जाति के लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए ही एससी कमिशन का गठन किया गया है। इस संबंध में कमिशन को शिकायत मिलने पर उसकी निष्पक्ष जांच करवा कर कानून के अनुसार कार्रवाई भी की जाती है। यह बात पंजाब राज अनुसूचित जाति कमिशन के मेंबर राज कुमार हंस ने नगर कौंसिल के मी¨टग हाल में कौंसिल के कच्चे सफाई सेवकों की तरफ से सेनेटरी विभाग के अधिकारियों खिलाफ जाति सूचक शब्द कहने और कथित तौर पर जलील करने के आरोपों के अंतर्गत कमिशन को भेजी शिकायत की पड़ताल के बाद मीडिया से कही।

इससे पहले कमिशन मेंबर हंस ने नगर कौंसिल के कच्चे सफाई सेवकों की शिकायतें भी सुनी। जिस दौरान कच्चे सफाई सेवकों का नेतृत्व कर रहे कर्ण कुमार ने सेनेटरी विभाग के अधिकारियों पर उन्हें बेवजह तंग परेशान करने और कथित जातिसूचक शब्द कहने के दोष भी लगाए। जिस संबंधी मी¨टग में उपस्थित उप मंडल मजिस्ट्रेट अमलोह आनंद सागर शर्मा को शिकायत की एक महीने के अंदर निष्पक्ष जांच मुकम्मल करके कमिशन को रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी सौंपी। पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए राज कुमार हंस ने कहा कि सफाई सेवकों की तरफ से दी शिकायत की निष्पक्ष जांच होगी और यदि कोई अधिकारी इस में आरोपी पाया गया तो उस के खिलाफ एससी व एसटी एक्ट अधीन मुकदमा भी दर्ज करवाया जाएगा। इस मामले में राजनैतिक दखलअंदाजी होने संबंधी पूछे सवाल का जवाब देते उन्होंने कहा कि उनको इस बारे कोई जानकारी नहीं है और मामले को राजनैतिक रंगत देने की कोशिश न की जाए।

सेनेटरी विभाग के अधिकारियों ने आरोपों को सिरे से नकारा

उधर, नगर कौंसिल के सेनेटरी विभाग के अधिकारियों ने कच्चे सफाई सेवकों के आरोपों को सिरे से नकारते कहा कि एक राजनैतिक पार्टी के नेताओं की तरफ से कौंसिल मुलाजिमों को गुमराह कर साजिश के तहत उनको बदनाम करने की कोशिश की जा रही है और जल्दी ही सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी व्यवस्था अधीन काम करते कच्चे सफाई सेवकों को रखने या निकालने का अधिकार केवल ठेकेदार के पास ही होता है। जिस के साथ सेनेटरी विभाग का कोई संबंध नहीं। अधिकारियों ने कहा कि वह सारा दिन सफाई सेवकों के साथ ही वो रहते है उनके सामाजिक और धार्मिक समागमों में भी बराबर शामिल होते हैं। इस लिए जाति सूचक के आरोप बेबुनियाद और झूठे हैं। इस मी¨टग में कार्यकारी अधिकारी चरनजीत ¨सह, पीए परमजीत ¨सह, अशीष कथूरिया जिला समाज भलाई अफसर, कुलवंत ¨सह महतो बसपा इंचार्ज लोक सभा हलका फतेहगढ़ साहिब, बसपा नेता लाल चंद, राजेश कुमार समेत बड़ी संख्या में कच्चे सफाई सेवक शामिल थे।

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