संत रामपाल के समर्थकों का हरियाणा सरकार के खिलाफ रोष मार्च
राष्ट्रीय समाज सेवा समिति और जज एडवोकेट पीड़ित आग्रेनाइजेशन लुधियाना की अगुवाई में सतलोक आश्रम बरवाला (हिसार) के मुखी संत रामपाल के समर्थकों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
जासं,फरीदकोट:राष्ट्रीय समाज सेवा समिति और जज एडवोकेट पीड़ित आग्रेनाइजेशन लुधियाना की अगवाई में सतलोक आश्रम बरवाला (हिसार) के मुखी संत रामपाल के समर्थकों ने रविवार को काला दिवस मनाया और शहर में हरियाणा सरकार के खिलाफ रोष मार्च निकाला। इस दौरान जिला प्रशासन को मांग पत्र भी सौंपा गया।
इस मौके पर आग्रेनाइजेशन के प्रधान सुभाष चंद्र ने कहा कि 18 नवंबर 2014 की घटना को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उस दिन पुलिस को संत रामपाल को सम्मन तालीम करवाकर ले जाना था और संत रामपाल को डॉक्टरों ने मेडिकल आधार पर रेस्ट करने को लिख कर दिया था। पुलिस प्रशासन को चाहिए था कि वह 2-4 अधिकारियों के साथ सम्मन तालीम करवाकर कानून के मुताबिक जबाव लेते लेकिन पुलिस ने आईजी स्तर के अधिकारी की निगरानी में भारी पुलिस बल के साथ आश्रम को घेर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि एक पुलिस अधिकारी की रंजिश के कारण पेश आए उक्त घटनाक्रम की जिम्मेवारी संत रामपाल व उनके श्रद्धालुओं के सिर थोप दी गई जिसमें पिछले माह 16 व 17 अक्टूबर को उन्हें उम्रकैद की सजा का फरमान सुनाया गया है।
इससे पहले संत रामपाल के श्रद्धालुओं का रोष मार्च जुबली सिनेमा चौक से शुरू हुआ जोकि विभिन्न हिस्सों से होते हुए मिनी सचिवालय स्थित डीसी दफ्तर पर समाप्त किया गया। इस मौके पर सेवा समिति के अरजन दास,राजेश दास,रोहित दास,जगत दास,इंद्रजीत दास,रोशन दास व हरजीत दास आदि मौजूद थे।