किसानों पर मौसम की मार, तीन लाख मीट्रिक टन उत्पादन घटने की आशंका

धान रोपाई के समय और पकने के समय तापमान ज्यादा रहने का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Nov 2019 11:48 PM (IST) Updated:Wed, 06 Nov 2019 06:30 AM (IST)
किसानों पर मौसम की मार, तीन लाख मीट्रिक टन उत्पादन घटने की आशंका
किसानों पर मौसम की मार, तीन लाख मीट्रिक टन उत्पादन घटने की आशंका

जागरण संवाददाता, फरीदकोट : धान रोपाई के समय और पकने के समय तापमान ज्यादा रहने का खामियाजा धान का उत्पादन घटने के रूप में सामने है। गत वर्ष के मुकाबले इस बार जिले में धान के कुल उत्पादन में तीन लाख मीट्रिक टन कम पैदा होने की बात की जा रही है। धान कटाई का 97 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो गया है, और अब तक जिले की मंडियों में सामान्य धान व बासमती धान की कुल आवक 510923 मीट्रिक टन ही हुई है।

धान का उत्पादन घटने से शेलरों के मालिक चितित है, वह अपना कोटा फुल करने के लिए ज्यादा से ज्यादा मंडियों से धान पाने की चाहत में एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे है, शेलरों को खरीद एजेंसियों द्वारा जो धान मिलिग के लिए उपलब्ध करवाया जा रहा है, वह उसे जल्द से जल्द उठाकर अपने शेलरों में लगा रहे है, जिसकी बनगी आंकड़ों को देखकर लगती है कि दो नवंबर तक मंडियों में लिफ्टिग के लिए मात्र 73331 मीट्रिक टन बचा था, यह सभी धान सरकारी खरीद एजेंसियों द्वारा खरीद गया है। जबकि प्राइवेट खरीददारों द्वारा मंडी में जो भी अपने धान खरीदे गए वह हाथों हाथ उठा लिए गए है, जिसके कारण मंडियों में प्राइवेट खरीददारों का एक दाना भी नहीं पड़ा हुआ है।

उत्पदान घटने का कारण कृषि माहिर डॉ श्याम सिंह ने बताया कि इस बार धान की रोपाई व दानों के पकने के समय तापमान औसत से ज्यादा रहा। धान रोपाई के समय तापमान ज्यादा रहने से पौधों का अपेक्षाकृत जहां विकास कम हुआ वहीं दूसरी ओर दानों के पकने के समय भी तापमान के ज्यादा रहने के कारण दाने पतले हो गए, जिसका असर प्रति एकड़ में चार से छह क्विटल कम पैदावार के रूप में दिखाई पड़ा है।

फरीदकोट अनाज मंडी के आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान कुलभूषण राय बंसल, गिरीश छावड़ा, प्रमोद बंसल व महेन्द्र पाल बंसल ने बताया कि इस बार लिफ्टिग व भुगतान की प्राक्रिया सामान्य रूप से चल रही है, हालांकि कुलभूषण ने बताया पिछले दो दिनों से पोर्टल में कुछ तकनीकी परेशानी होने के कारण भुगतान में कुछ परेशानी आई थी, जो कि सोमवार दोपहर बाद तक सामान्य होने की आशा है। एजेंसियों द्वारा की गई खरीद-

-पनग्रेन-179655 एमटी,

-मार्कफेड-147184 एमटी,

-पनसप-109320 एमटी,

-वेयरहाऊस-48375 एमटी,

-एफसीआई-1672 एमटी,

-प्राइवेट खरीददारों द्वारा-23122 एमटी,

--कुल लिफ्ट किए गए धान-435997 एमटी,

-प्राइवेट खरीददारों ने सौ का सौ फीसदी किया लिफ्ट,

-लिफ्टिग के इंतजार में मंडियों में धान 73331 मीट्रिक टन धान।

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