जस्टिस काटजू ने बहिबल गोलीकांड की स्‍वतंत्र जांच शुरू की

सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने बहिबल कलां गोलीकांड की स्‍वतंत्र जांच शुरू की है। रविवार को उन्होंने बहिबल कलां में 41 गवाहों के बयान दर्ज किए। उन्‍होंने घोषणा की कि इस मामले की जांच जल्‍द पूरी कर वह इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक करेंगे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Sun, 31 Jan 2016 07:42 PM (IST) Updated:Mon, 01 Feb 2016 10:44 AM (IST)
जस्टिस काटजू ने बहिबल गोलीकांड की स्‍वतंत्र जांच शुरू की

जागरण संवाददाता, कोटकपूरा (फरीदकोट)। सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश व प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने बहिबल कलां गोलीकांड व कोटकपूरा में हुए लाठीचार्ज मामले की स्वतंत्र जांच शुरू की है। उनका कहना है कि यह जांच निष्पक्ष होगी और इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। उन्होंने रविवार को घायलों व प्रत्यक्षदर्शियों समेत करीब 41 गवाहों के बयान दर्ज किए। वह इस मामले की चंडीगढ़ की एक संस्था की ओर से स्वतंत्र जांच कर रहे हैं।

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पुलिस ने श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोेगों पर पिछले वर्ष 14 अक्टूबर को कोटकपूरा में लाठीचार्ज अौर बहिबल कलां में फायरिंग की थी। फायरिंग में दो युवकों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे।

जांच में कोटकपूरा लाठीचार्ज मामला भी शामिल, 41 गवाहों के बयान किए दर्ज

गांव बहिबल कलां निवासी गुरदीप सिंह, पाखर सिंह, अंग्रेज सिंह, हाकम सिंह सेखों के अलावा सिख संगठनों के प्रतिनिधि भाई पंथप्रीत सिंह खालसा, भाई हरजिंदर सिंह मांझी, भाई सतनाम सिंह चंदड़ समेत 41 गवाहों ने बयान दर्ज कराए।

बयान दर्ज कराने पहुंचे लोग।

गवाहों ने बताया कि पुलिस ने कोटकपूरा-बठिडा रोड पर प्रदर्शन कर रहे करीब 67 सिख युवकों व महिलाओं को हिरासत में लिया। इसके बाद सभी को गांव से दूर छोड़ा गया। इसी दौरान सुबह करीब नौ बजे मोगा के तत्कालीन एसएसपी चरणजीत सिंह व एसपी एचएस पन्नू के नेतृत्व में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की। इसमें दो युवकों गुरजीत सिंह व कृष्ण भगवान सिंह की मौत हो गई व कई घायल हो गए।

गवाहों ने कहा कि इसके बाद पुलिसकर्मियों ने वहां लगभग 40 वाहनों में तोडफ़ोड़ की व अपने वाहनों समेत करीब आधा दर्जन वाहनों को खुद ही आग के हवाले कर दिया। कोटकपूरा के हालातों के बारे में गवाहों ने बताया कि पुलिस ने कोटकपूरा के मेन चौक में करीब सात बजे इसी मामले को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया व सौ राउंड फायर किए। घटना में दो दर्जन लोग घायल हुए। इस दौरान जस्टिस काटजू ने घटनास्थल का निरीक्षण भी किया।

जांच के बाद रिपोर्ट होगी सार्वजनिक : काटजू

जस्टिस सी मार्कंडेय काटजू ने कहा कि वह स्वतंत्र रूप से जांच कर रहे हैं। इसका सरकार या किसी भी राजनीतिक संगठन के कुछ लेना देना नहीं है। वह सारे तथ्यों की व्यापक जांच के बाद अपनी जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करेंगे। उनके साथ पूर्व डीजीपी (जेल) शशिकांत भी मौजूद थे। काटजू ने मामले पर एडवोकेट एचएस फूलका, दल खालसा के कंवरपाल सिंह, चरणजीत सिंह धामी आदि से भी बातचीत की।

जस्टिस काटजू ने बताया कि चंडीगढ़ के लायर्स फॉर जस्टिस की ओर से इस फायरिंग मामले की जांच के लिए उनकी अध्यक्षता में आयोग का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की बिना किसी पक्षपात के जांच कर जल्द ही रिपोर्ट सौंपी जाएगी।

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