मांगों के लिए 10 जत्थेबंदियों ने रोष रैली की

केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आहवान पर अलग अलग जत्थेबंदियों ने बस स्टैंड पर रोष रैली की। यहां पर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए नारेबाजी की गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 04:46 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 04:46 PM (IST)
मांगों के लिए 10 जत्थेबंदियों ने रोष रैली की
मांगों के लिए 10 जत्थेबंदियों ने रोष रैली की

संवाद सहयोगी, फरीदकोट : केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आहवान पर अलग अलग जत्थेबंदियों ने बस स्टैंड पर रोष रैली की। यहां पर केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए नारेबाजी की गई। वहीं कई मुलाजिम यूनियनों ने कामकाज ठप रखकर विरोध जताया। इस दौरान पेंशनर यूनियन के प्रधान अशोक कौशल ने मांग की कि केंद्र व पंजाब सरकार लंबे अरसे से मांगों को अनदेखी कर रही है जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। वहीं किसानों के संघर्ष की हिमायत करते हुए हरियाणा सरकार की तरफ से उन्हें रास्तों में रोकने और पुलिस बल प्रयोग करने की निदा की गई। मौके पर पीआरटीसी मुलाजिमों के नेता सिमरजीत सिंह बराड़, सुखदेव सिंह, कामरेड गुरतेज सिंह, कामरेड बलवीर सिंह औलख, भाई इंद्रजीत सिंह पुरी, नछत्तर सिंह, जतिंदर कुमार, अमरजीत कौर रण सिंह वाला, बलविंदर शर्मा, मलकीत सिंह, गुरप्रीत औलख, इकबाल सिंह रण सिंह वाला, बैंक मुलाजिम नेता सत्या सिंह, लाभ सिंह, प्रदीप सिंह बराड़, शविंदर सिंह संधू, हरपाल मचाकी सूबा सिंह रामेआना, सुखचरन सिंह, हरमीत सिंह और पंजाब पेंशनर यूनियन के नेता अशोक कौशल मौजूद रहे।

इन मांगों पर उबाल

केंद्र सरकार के कृषि सुधार व मजदूर विरोधी कानून के अलावा बिजली एक्ट 2020 और मोटर व्हीकल एक्ट 2020 रद किए जाएं, पब्लिक सेक्टर का निजीकरण करना बंद हो, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की जाए, ठेका और कच्चे मुलाजिम पक्के किए जाएं, महंगाई भत्ता और पे कमीशन की रिपोर्ट जारी की जाए, मनरेगा मजदूरों को साल में 200 दिन काम दिया जाए और आशा वर्कर, हेल्पर, आंगनबाड़ी, मिड डे मील समेत योजना के तहत कार्यरत वर्करों को पूरी तनख्वाह और पक्का किया जाए।

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