बाढ़ पीड़तों के पीने के लिए 21000 लीटर पानी लेजाया जाएगा

भले ही बारिश बंद होने के बाद पंजाब के कई इलाकों में भरा पानी कम होने लगा हो लेकिन बाढ़ के बाद आई मुसीबतें बाढ़ पीड़तों के लिए खत्म होने का नाम नहीं ले रही। उनका उनका जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Sep 2019 11:27 PM (IST) Updated:Mon, 02 Sep 2019 06:40 AM (IST)
बाढ़ पीड़तों के पीने के लिए 21000 लीटर पानी लेजाया जाएगा
बाढ़ पीड़तों के पीने के लिए 21000 लीटर पानी लेजाया जाएगा

देवानंद शर्मा, फरीदकोट : भले ही बारिश बंद होने के बाद पंजाब के कई इलाकों में भरा पानी कम होने लगा हो, लेकिन बाढ़ के बाद आई मुसीबतें बाढ़ पीड़तों के लिए खत्म होने का नाम नहीं ले रही। उनका उनका जीवन अस्त व्यस्त होने लगा है। खड़े पानी से उठ रही बदबू बीमारियो फैलने का डर बनी हुई है। इसमें पैदा हुए मच्छर, पशुओं के लिए चारे की कमी, खुद के लिए रोटी और सबसे बड़ी समस्य पीने के पानी की किल्लत मुसीबत का सबब बनी हुई है। वहीं पंजाब के लोग अपने-अपने तरीके से हर संभव मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं। ऐसे में फरीदकोट के गाव भाना के युवाओं ने कुछ दिन पहले बाढ़ पीड़ित इलाकों में खाने पीने के लिए राशन की सेवा भेजी। इन युवाओं को लगा कि पीने के पानी को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। इसके चलते उनके द्वारा 21000 लीटर पीने का पानी बाढ़ पीड़ित इलाकों में ले जाने का निश्चय किया, इसके चलते इन युवाओं द्वारा फरीदकोट से गुजरने वाली नहरों पर लगे हैंडपंप जिसका पानी पीने के लिए बहुत बढि़या है, वहां से कैनियो के जरिए पानी भर कर ट्रालियों में लोड किया जा रहा है और इसके अलावा खाने पीने का राशन इनके दुआरा बाढ़ पीड़ित इलाको में लेजाया जाएगा।वही देखा गया के नोजवानो में इस सेवा को लेकर काफी उत्साह दिखाया जा रहा है।

वही गाव भाना के नोजवान लवप्रीत सिंह का कहना है के कुछ दिन पहले जब हम बाढ़ पीड़ित इलाको में गए तो हमे पता चला के वहा सबसे ज्यादा जरूरत पीने के पानी की है जिसके लिए इंसान ही नहीं जानवर भी तरस रहे हैं। हमारे द्वारा आज 600 के करीब पानी की केनिया भर कर ले जाई जा रही है वही गाव में ओर भी खाने पीने का राशन इकठ्ठा हो रहा है, जो हम अपने मुसीबत में फंसे भाइयो के लिए ले जा रहे है ओर आगे भी जब तक जरूरत होगी हम सेवा के लिए जाते रहेंगे।

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