World Heart Day 2021: दिल दा मामला... ऐसे रखें अपने दिल का ख्याल, PGI चंडीगढ़ डॉक्टर ने बताए तरीके
World Heart Day 2021 पीजीआइ चंडीगढ़ के कार्डियोलॉजिस्ट प्रो. राजेश विजयवर्गीय ने वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर लोगों को जरूरी सलाह दी है। यह सलाह दिल की बीमारी से बचने के लिए दी गई है। कैसे अपने दिल का ख्याल रख इसे दुरुस्त किया जा सकता है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। World Heart Day 2021: आमतौर पर इंसान का दिल एक मिनट में 60 से 100 बार धड़कता है। दिल धड़कना मतलब इंसान की सांसे चल रही हैं। ऐसे में अपने दिल को स्वस्थ रखना बहुत ही जरूरी है। पीजीआइ चंडीगढ़ के कार्डियोलॉजिस्ट प्रो. राजेश विजयवर्गीय ने वर्ल्ड हार्ट डे के मौके पर लोगों को जरूरी सलाह दी है। यह सलाह दिल की बीमारी से बचने के लिए दी गई है। बताया गया है कि कैसे अपने दिल का ख्याल रख इसे दुरुस्त किया जा सकता है।
कोरोना महामारी के इस दौर में हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी। किसी भी व्यक्ति को फिजिकली और मेंटली फिट रहने के लिए रेगुलर 30-45 मिनट एक्सरसाइज करें। स्मोकिंग, एक्सेस एल्कोहल न करें। हेल्दी फूड स्टाइल अपनाएं। अगर कोई व्यक्ति डायबिटीज, हाई ब्लड प्रैशर, असामान्य कोलेस्ट्रोल जैसी हार्ट संबंधी बीमारी से ग्रस्त है तो रेगुलर दवाई लें। दिल संबंधी शिकायत को गंभीरता से लें। खुद से दवा का सेवन न करें। फिजिशियन से कंसल्ट करें। इससे बीमारी की स्थिति का पता चलेगा और कार्डियक एक्यूट की संभावना से बचा जा सकेगा।
कोविड इंफेक्शन या कार्डियक इमरजेंसी है तो बिना समय गवाए तुरंत इलाज के लिए पहुंचे। फिजिशियन की सलाह को मानें।शत प्रतिशत आबादी के वैक्सीनेशन होने तक हाथ साफ करते रहें, मास्क और उचित दूरी का ध्यान रखें।
दिल की बीमारी से बचने के लिए यह करें
इनसे बचें अत्यधिक फैट की मात्रा वाली चीजों से बचें। रेड मीट, डेयरी प्रोड्क्ट्स, कोकोनट, पाम ऑयल का इस्तेमाल न करें। हाई ट्रांसफैट कंटेंट जैसे डीप फ्राइड फास्ट फूड, बेकरी प्रोडक्ट्स, पैकेज्ड स्नैक फूड का सेवन करने से बचें।
30-45 मिनट व्यायाम करें सभी स्वस्थ व्यस्कों को रोजाना 30-45 मिनट तक मध्यम से जोरदार व्यायाम करना चाहिए। कम से कम सप्ताह में पांच दिन तो ऐसा करना ही चाहिए। असामान्य बीमारियों का उपचार एक्सरसाइज, वजन कम करने और दवाओं से करें। स्मोकिंग और तंबाकू चबाना बंद कर दें। ब्लड प्रैशर 140 से 90 एमएमएचजी तक है। डायबिटीज और रीनल फेलियर के साथ जी रहे हैं उन्हें हाई ब्लड प्रैशर को हर हाल में कंट्रोल करना चाहिए। ब्लड प्रैशर को नमक की मात्रा कम कर, वजन को सही कर और मेडिकेशन से नियंत्रित किया जा सकता है। फास्टिंग ब्लड शुगर 110 एमजी तक रखें। इसे डाइट मोडिफिकेशन, बॉडी वेट मेंटेनेंस और दवाओं के जरिए नियंत्रित कर सकते हैं। घर और ऑफिस की साइक्लोजिकल स्ट्रेस को योग, एक्सरसाइज, ऑफिस में काम का इन्वायरमेंट बदलकर और साइक्लोजिकल काउंसलिंग से दूर कर सकते हैं। एस्प्रिन और स्टेटिन जैसी दवाएं फिजिशियन की सलाह के बिना न लें।