यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन की मांग, हरियाणा की तर्ज पर चंडीगढ़ में भी स्कूलों में बढ़ाई जाए छुट्टियां

यूनियन का कहना है कि कोरोना का खतरा कायम है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है और वैक्सीन लगवाने के बाद भी कई लोगों को कोरोना संक्रमण हो रहा है जो कि चिंता का विषय है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 30 May 2021 01:49 PM (IST) Updated:Sun, 30 May 2021 01:49 PM (IST)
यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन की मांग, हरियाणा की तर्ज पर चंडीगढ़ में भी स्कूलों में बढ़ाई जाए छुट्टियां
यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन ने स्कूलों में गर्मियों की छुट्टिया बढ़ाने की मांग की है।

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा सरकार ने स्कूलों की गर्मियों की छुट्टियों को एक महीने के लिए बढ़ा दिया है, ताकि सभी कोरोना से सुरक्षित रह सके। उसी के आधार पर चंडीगढ़ शिक्षा विभाग को भी गर्मियों की छुट्टियां आठ जून से बढ़ा देनी चाहिए। यह मांग यूटी कैडर एजुकेशन यूनियन के प्रेसिडेंट स्वर्ण सिंह कंबाजे ने चंडीगढ़ प्रशासन से की है।

स्वर्ण सिंह कंबोज ने कहा कि कोरोना की लहर भले ही धीमी हो गई है लेकिन खतरा कायम है। कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर की भी आशंका जताई जा रही है और वैक्सीन लगवाने के बाद भी कई लोगों को कोरोना संक्रमण हो रहा है जो कि चिंता का विषय है। इसलिए जून में स्टूडेंट्स और टीचर्स को स्कूल नहीं बुलाना चाहिए और घर से ऑनलाइन पढ़ाई की अनुमति दी जाए। उल्लेखनीय है कि शहर के सरकारी स्कूलों में 10 मई से आठ जून तक गर्मियों की छुट्टियां है।

कोरोना से मरने वाले अध्यापकों को मिले 50 लाख मुआवजा, अनुकंपा के आधार पर नौकरी

कोरोना महामारी में ड्यूटी दे रहे किसी का देहांत कोरोना के चलते हो जाता है तो उसके परिवार को 50 लाख रुपये तक का मुआवजा और अनुकंपा के आधार पर एक नौकरी दी जानी चाहिए। स्वर्ण सिंह कंबोज ने कहा कि दूसरे राज्यों में कोरोना से मरने वाले कर्मचारियों में मुआवजा दिया जा रहा है लेकिन अभी तक विभाग में तीन से चार अधिकारियों और टीचर्स की मौत कोरोना से हो चुकी है, लेकिन उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिला है। इसके साथ जिन टीचर्स को मधुमेह या फिर बीपी की समस्या है उनकी ड्यूटी कोरोना कंटेनमेंट जोन में नहीं लगाई जानी चाहिए।

डिजास्टर मैनेजमेंट के तहत ड्यूटी दे रहे टीचर्स को मिले छुट्टी

इस साथ ही यूनियन ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि जिन टीचर्स की ड्यूटी कंटेनमेंट जोन में लगी हुई है उन्हें अब छुट्टी मिलनी चाहिए ताकि वह खुशी से हर ड्यूटी को निभा सके। गौरतलब है कि कोरोना के दौरान डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत करीब डेढ़ सौ टीचर्स गर्मियों की छुट्टियों में भी सेवा दे रहे है।

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