12वीं की परीक्षा रद, अब स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और टीचर्स को सरकार के अगले कदम का इंतजार

सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने 12वीं की परीक्षा को रद कर दिया। शहर में 12वीं के 11800 स्टूडेंट्स हैं। परीक्षा रद होने के फैसले के बाद स्टूडेंट्स और अभिभावक नाखुश दिखे जबकि टीचर्स असमंजस में है कि अब परिणाम कैसे तैयार किया जाएगा।

By Edited By: Publish:Tue, 01 Jun 2021 10:33 PM (IST) Updated:Tue, 01 Jun 2021 10:33 PM (IST)
12वीं की परीक्षा रद, अब स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और टीचर्स को सरकार के अगले कदम का इंतजार
सीबीएई 12वीं की परीक्षा रद होने पर स्टूडेंट्स ने दी अपनी राय।

चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने 12वीं की परीक्षा को रद कर दिया। शहर में 12वीं के 11800 स्टूडेंट्स हैं। परीक्षा रद होने के फैसले के बाद स्टूडेंट्स और अभिभावक नाखुश दिखे जबकि टीचर्स असमंजस में है कि अब परिणाम कैसे तैयार किया जाएगा। उन्हें अब सरकार के अगले कदम का इंतजार है।

सेंट जोन हाई स्कूल सेक्टर-26 की प्रिंसिपल कविता दास का कहना है कि परीक्षा रद होने से स्टूडेंट्स पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन भविष्य पर सवाल खड़े हो रहे है। शहर के कालेजों से लेकर देश भर की यूनिवर्सिटी में एडमिशन भी इसी परिणाम के बाद होता था लेकिन जब परीक्षा रद हो गई तो अब यह असमंजस है कि परिणाम कैसे बनेगा और स्टूडेंट्स की परसेंट क्या होगी जिसके आधार पर उन्हें एडमिशन मिलेगा। निश्चित तौर पर मेधावी स्टूडेंट्स को नुकसान हो सकता है। ।

परीक्षा रद करना गलत निर्णय

सीबीएसई ने अभी यह तय नहीं किया कि परिणाम कैसे बनेगा। सीबीएसई के फैसले पर अभी कुछ भी बोलना सही नहीं है, हालांकि परीक्षा पूरी तरह से रद होना गलत निर्णय है।

                                                                  -एचएस मामिक, डायरेक्टर विवेक हाई स्कूल सेक्टर-38।

एग्जाम का कोई ओर तरीका निकाला जा सकता था सीबीएसई ने परीक्षाओं को पूरी तरह से रद कर दिया जो कि गलत निर्णय है। आफलाइन के बजाए आनलाइन एग्जाम का कोई तरीका निकाला जा सकता था, जिससे स्टूडेंट्स की मानसिक बौद्धिक क्षमता का पता चल सकता था और वह अपने सपनों की तरफ बढ़ सकते थे। यह निर्णय पूरी तरह से गलत है।

                                                                                   -नितिन गोयल, प्रेसिडेंट पेरेंट्स एसोसिएशन।

परीक्षा की चिंता खत्म, अब नंबरों की परेशानी परीक्षा की चिंता तो खत्म हो गई लेकिन अब नंबर कितने मिलेंगे यह परेशानी है। आगे मेडिकल, नॉन मेडिकल या फिर कॉमर्स में एडमिशन पाने के लिए परेशानी हो सकती है क्योंकि पता नहीं है कि परिणाम में नंबर कितने आएंगे।

                                                                                                                       -निहारिका, स्टूडेंट।

परीक्षा ऑनलाइन होती तो बेहतर होता परीक्षा ऑनलाइन ही हो जाती तो बेहतर था। मैं भविष्य में जिस कालेज में एडमिशन लेना चाहती हूं पता नही मेरी परसेंटेज उतनी बनेगी या नहीं।

                                                                                                                              -महक, स्टूडेंट।

परीक्षा की बहुत तैयारी की थी पढ़ाई की थी लेकिन एग्जाम नहीं हो रहे जिससे दुखी है। एग्जाम के लिए बहुत तैयारी की थी और 99 परसेंटाइल अंक आने की उम्मीद थी। अब नंबर स्कूल से जारी होंगे जो कि सीबीएसई के नियमों के अनुसार होंगे। ऐसे में मेरे नंबर पता नहीं कितने आएंगे।

                                                                                                                   -समरप्रीत सिंह, स्टूडेंट।

एग्जाम के लिए पूरी तैयारी की थी। मंथली एग्जाम में टीचर्स कम नंबर देते हैं, ताकि हम अंतिम पेपर के लिए ज्याद मेहनत करें। आगे क्या होगा इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। नंबर कितने आएंगे या एग्जाम का क्या होगा कुछ ही तय नहीं है।

                                                                                                                    - कमलप्रीत सिंह, स्टूडेंट।

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