मौलीजागरां और विकास नगर में कदम-कदम वेंडर, किसकी हिम्मत-जो उठा दे

करमजीत ¨सह परवाना, चंडीगढ़ : मौलीजागरां और विकास नगर में अतिक्रमण का जाल इतना बिछा हुआ है कि यहां से नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता भी कार्रवाई करने से कतराता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Dec 2018 05:36 AM (IST) Updated:Tue, 25 Dec 2018 05:36 AM (IST)
मौलीजागरां और विकास नगर में कदम-कदम वेंडर, किसकी हिम्मत-जो उठा दे
मौलीजागरां और विकास नगर में कदम-कदम वेंडर, किसकी हिम्मत-जो उठा दे

करमजीत ¨सह परवाना, चंडीगढ़ : मौलीजागरां और विकास नगर में अतिक्रमण का जाल इतना बिछा हुआ है कि यहां से नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ दस्ता भी कार्रवाई करने से कतराता है। दस्ते का मानना है कि जब भी कार्रवाई करने के लिए जाते हैं, बवाल हो जाता है। जबकि यहां पर वेंडरों की भरमार है। ऐसे में अब स्ट्रीट वेंडर एक्ट को लागू करने के बायलॉज की अधिसूचना भी जारी हो चुकी है। इसके बावजूद यहां पर सरकारी जमीन पर लगातार कब्जे बढ़ रहे हैं। मौलीजागरां की मुख्य सड़क पर वेंडरों के साथ-साथ दुकानदारों ने भी कब्जा किया हुआ है। अधिसूचना के अनुसार पार्किग, पार्क और स्कूलों से कम से कम 50 मीटर की दूरी पर ही वेंडर होने चाहिए। यहां पर स्ट्रीट वेंडरों ने पार्को के साथ-साथ साथ फुटपाथ पर कब्जा किया हुआ है। जिसके कारण यहां रहने वाले आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सड़क किनारे फड़ियां लगने से आवाजाही भी बाधित होती है। कॉलोनी में फल-सब्जी और फास्ट फूड वेंडर्स का कब्जा

कॉलोनी में सैकड़ों की संख्या में रोजाना लोग फल और सब्जी बेचने की लिए रेहड़ी-फड़ी लगाते हैं। कॉलोनी को सब्जी मंडी में तब्दील कर रखा है। अगर कोई इसके खिलाफ बोलने की कोशिश करता है, तो ये वेंडर और कुछ स्थानीय नेता उनके पीछे पड़ जाते हैं। इस जगह को खाली करवाकर वेंडरों को दूसरी जगह पर शिफ्ट किया जाए, ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े।

-मंजूर अहमद, स्थानीय निवासी हमारा पार्षद खुद ही वेंडर जोन नहीं बनने देता

कॉलोनी में स्ट्रीट वेंडर के लिए निगम की ओर से कोई जगह तय नहीं की गई। इसके चलते ये वेंडर जगह-जगह पर अपना ठिकाना बना बैठे हैं। निगम को चाहिए कि इन लोगों एक जगह दी जाए। जहां पर वे लोग अपना काम कर सकें। हमारे इलाके का पार्षद खुद यहां पर वेंडर जोन नहीं बनने देना चाहता। क्योंकि जब भी निगम का कोई भी बड़ा अधिकारी कॉलोनी का दौरा करने आता है, तो पार्षद अनिल दूबे उन्हें केवल कॉलोनी के बाहर-बाहर घूमाकर ले जाते हैं। कॉलोनी के अंदर लोगों की समस्या को अधिकारियों के सामने आने ही नहीं दिया जाता।

-हुकम ¨सह, कांग्रेस नेता छोटे से लेकर बड़ा अधिकारी मिला हुआ है

यह बहुत बड़ा गोरखधंधा है। जिसमें छोटे से लेकर बड़ा अधिकारी तक मिला हुआ है। जिस कारण स्ट्रीट वेंडरों और अतिक्रमण करने वालों पर लगाम नहीं लग रही है। यहां से वेंडरों को शिफ्ट करके उन्हें सेफ जोन में शिफ्ट करना चाहिए।

-पारस नाथ प्रजापति कोई अतिक्रमण हटाने के लिए नहीं आता

कॉलोनी में हर जगह स्ट्रीट वेंडरों का कब्जा दिखाई देता है। स्कूल, लाइब्रेरी, सड़क और पार्किंग कोई जगह ऐसी नहीं है, जहां पर वेंडरों का कब्जा न हो। यहीं नहीं, मौलीजागरां की मुख्य सड़क ही दुकानदारों और स्ट्रीट वेंडर्स ने कब्जा कर रखा है। लेकिन उन्हें वहां से हटाने के लिए निगम कोई अभियान नहीं चलाता। कभी कोई अतिक्रमण हटाने आता भी है, तो यह लोग अगले दिन फिर कब्जा करके बैठ जाते हैं।

-रामेश्वर प्रसाद गुप्ता मौलीजागरां में वें¨डग जोन बनाना तय नहीं हुआ है। जोन के तय होने के बाद सभी स्ट्रीट वेंडरो को पहले इसके बारे में जानकारी दी जाएगी, ताकि वह सरकारी जमीन पर कब्जा नहीं करें। इसके अलावा उन्हें निगम के आदेश अनुसार सरकारी भवन, स्कूल और फुटपाथ से 50 मीटर की दूरी बनाए रखने के लिए कहा जाएगा।

-अनिल दूबे, वार्ड पार्षद सरकारी जमीन पर अवैध तौर पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ अभियान जारी है। किसी की भी मिलीभगत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। गैर रजिस्टर्ड वेंडरों को हटाया जा रहा है। बार-बार चालान करने के लिए कहा गया है, ताकि वेंडर खुद ही अवैध कब्जा करना छोड़ दें।

-तिलक राज, अतिरिक्त कमिश्नर

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