प्राइवेट स्कूलों की राह पर चलने लगे सरकारी स्कूल
स्कूल बंद होने के चलते स्टूडेंट्स के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई करवाने का निर्णय लिया गया था। इस कड़ी में अप्रैल से ही शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई थी।
वैभव शर्मा, चंडीगढ़
स्कूल बंद होने के चलते स्टूडेंट्स के भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई करवाने का निर्णय लिया गया था। इस कड़ी में अप्रैल से ही शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो गई थी। इस बीच कई प्राइवेट स्कूलों ने ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करवाई। वहीं शहर के कुछेक सरकारी स्कूल भी प्राइवेट स्कूलों के पदचिन्हों पर चलने लग गए हैं। इन स्कूलों के कई टीचर्स स्टूडेंट्स को ऑनलाइन असाइमेंट नहीं भेज रहे हैं। स्कूल न खुलने की वजह से इस समय पूरा फोकस ऑनलाइन पढ़ाई पर है। लेकिन टीचर्स की इस तरह की लापरवाही स्टूडेंट्स के भविष्य को अंधकार में धकेल रही है। इन बातों के बावजूद न तो स्कूल प्रिसिपल टीचर्स पर नजर रख रहे हैं और न ही शिक्षा विभाग के अधिकारी। जीएमएसएसएस-23 में कई टीचर्स सप्ताह में एक दिन दे रहे है असाइमेंट
शहर टॉप सरकारी स्कूलों में शुमार जीएमएसएसएस-23 में टीचर्स मनमर्जी के अनुसार स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे हैं। जब उनका मन होता है वह स्टूडेंट्स को तब असाइमेंट देते है। इस स्कूल में अर्थशास्त्र, अंग्रेजी और अकाउंट्स क्लास की रोजाना असाइनमेंट नहीं भेजी जा रही है। इसके साथ ही शहर में करीबन दस स्कूल ऐसे हैं जहां पर कुछ सब्जेक्ट के टीचर्स ऑनलाइन पढ़ाई नहीं करवा रहे हैं। वाट्सएप पर दिया जाता है काम
ऑनलाइन पढ़ाई के लिए हर क्लास टीचर ने स्टूडेंट्स के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया है। उसके अलावा टीचर्स का एक कॉमन ग्रुप भी बना हुआ है जिसमें स्कूल प्रिसिपल या हेड भी शामिल है। इस ग्रुप में टीचर्स से ऑनलाइन पढ़ाई का ब्योरा मांगा जाता है। ऑनलाइन पढ़ाई की पूरी मॉनिटरिग शिक्षा विभाग के अधिकारी स्वंय कर रहे हैं। स्कूलों से ही टीचर्स स्टूडेंट्स को पढ़ा रहे हैं। ऑनलाइन पढ़ाई का पूरा खाका विभाग ही तैयार करके दे रहा है। शहर के सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही हैं। अगर किसी स्कूल में टीचर रोजाना असाइनमेंट नहीं दे रहा है तों उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अभी तक हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है।
-हरबीर सिंह आनंद, जिला शिक्षा अधिकारी