ज्यूडिशियल परीक्षा पेपर लीक मामले में सेकेंड टॉपर और जीजा-साले से होगा सवाल-जवाब

हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में एसआइटी अब सेकेंड टापर और आरोपित जीजा-साले को आमने सामने बिठाकर पूछताछ करेगी।

By Edited By: Publish:Fri, 05 Oct 2018 02:55 PM (IST) Updated:Fri, 05 Oct 2018 02:57 PM (IST)
ज्यूडिशियल परीक्षा पेपर लीक मामले में सेकेंड टॉपर और जीजा-साले से होगा सवाल-जवाब
ज्यूडिशियल परीक्षा पेपर लीक मामले में सेकेंड टॉपर और जीजा-साले से होगा सवाल-जवाब

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) प्रारंभिक परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरफ्तार सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई और जीजा-साले को एसआईटी आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेंगी। पिछले बुधवार कोर्ट में पेश कर एसआईटी ने दोबारा तीन दिन के रिमांड में लिया हैं। एसआईटी ने अपनी दलील में कहा कि आरोपितों को सामने-सामने बैठाकर सवाल-जवाब करनी है। इसके अलावा पैसे कहां से आए, किसके-किसके पास बंटे और अन्य कौन-कौन आरोपित शामिल थे। इसकी पूरी डिटेल्स आरोपितों से पूछताछ करनी हैं। जिसके बाद कोर्ट ने तीनों आरोपितों को तीन दिन के रिमांड में भेज दिया।

मामले में हाईकोर्ट की फटकार के बाद एसआईटी प्रमुख एसपी रवि कुमार, डीएसपी कृष्ण कुमार और इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर रहे हैं। हाईकोर्ट ने फटकार में कहा था कि एसआईटी की कार्रवाई कभी भी उजागर नही होनी चाहिए।

इससे पहले बीते शनिवार को एसआईटी ने आरोपित आयुषी के पिता सुभाष गोदारा और मामा सुशील भादू को गिरफ्तार कर रविवार को 4 दिन के रिमांड में लिया था। जबकि, उनकी निशानदेही पर एसआईटी ने सेकेंड टॉपर तेजिंदर बिश्नोई को बीते सोमवार को गिरफ्तार कर 2 दिन के रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान तेजिंदर ने खुलासा किया कि उसने आगे भी दो कैंडिडेट्स को पेपर खरीदने के लिए मुलाकात करवाई थी। इससे पहले मामले में आरोपित ने खुलासा किया कि उसने 7 लाख रूपये एडवांस दिए थे और काम पूरा होने पर 1 करोड़ रूपये देने का एग्रीमेंट किया था। तीनों आरोपित 50-50 हजार रूपये के ईनामी थे।  

19 सितंबर 2017 को दर्ज हुआ था केस

पिंजौर निवासी सुमन ने याचिका दायर कर कहा था कि हरियाणा ने एचसीएस च्यूडिशियल के 109 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। जिसके बाद पेेपर की तैयारी के लिए एक कोचिंग जाना शुरू कर दिया। इस बीच उसकी दोस्ती सुशीला से हो गई। जिसके बाद गलती से उसने एक ऐसी ऑडियो रिकार्डिंग भेज दी जिसमें वह अन्य लड़की से डेढ़ करोड़ में नियुक्ति की बात कर रही थी। पूछने पर पेपर लीक होने के मामले का खुलासा हुआ था। जिसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 19 सितंबर को भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 8, 9, 13 (1) डी, 13 (2) और आईपीसी 409, 420, 120 बी धारा के तहत सेक्टर-3 थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर ही इसकी जांच के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम का गठन किया गया था। जिसमें एसपी रवि कुमार सिंह, डीएसपी कृष्ण कुमार और इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी को शामिल किया गया।  

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