Punjab DGP: पंजाब के डीजीपी वीके भावरा 5 जुलाई से जाएंगे छुट्टी पर, सरकार से मांगा दो माह का अवकाश

Punjab DGP पंजाब के डीजीपी वीके भावरा 5 जुलाई से छुट्टी पर जाएंगे। उन्‍होंने भगवंत मान सरकार से दो माह का अवकाश मांगा है। इससे साफ है कि राज्‍य को जल्‍द ही डीजीपी मिलेगा। बता दें कि पंजाब सरकार भावरा से नाराज है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 01 Jul 2022 09:05 PM (IST) Updated:Fri, 01 Jul 2022 11:56 PM (IST)
Punjab DGP: पंजाब के डीजीपी वीके भावरा 5 जुलाई से जाएंगे छुट्टी पर, सरकार से मांगा दो माह का अवकाश
पंजाब के डीजीपी वीके भावरा। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, [रोहित कुमार]। Punjab DGP: पंजाब के डीजीपी वीरेश कुमार भावरा अवकाश पर जाारहे हैं। उन्‍होंने भगवंत मान सरकार से दो महीने की छुट्टी मांगी है। उनके अवकाश पर जाने से पंजाब को नया कार्यकारी डीजीपी मिल सकता है। मौजूदा डीजीपी वीके भावरा ने पांच जुलाई से दो महीने की छुट्टी मांगी है। गृह विभाग को लिखे पत्र में भावरा ने छुट्टी लेने का कारण निजी कारण बताया है।

जल्द मिल सकता है पंजाब को नया डीजीपी

बताया जाता है कि राज्य में अमन कानून की स्थिति जिस प्रकार से बिगड़ रही है उससे सरकार डीजीपी भावरा के कामकाज से खुश नहीं है। काबिले गौर है कि डीजीपी ने केंद्र में डेपुटेशन पर जाने की इच्छा जताई है। भावरा ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय व राज्य सरकार को पत्र लिखा है।

सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद राज्य सरकार भी भावरा ने नाराज चल रही थी। आप के सत्ता में आने के बाद कानून और व्यवस्था को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेर रखा है। मूसेवाला की हत्या का असर संगरूर चुनाव नतीजे पर भी देखने को मिला है।

उधर, नए डीजीपी को लेकर दौड़ शुरू हो गई है। डीजीपी की स्थायी नियुक्ति से पहले सरकार को कार्यकारी डीजीपी लगाना पड़ेगा। पद रिक्त होने के बाद ही सरकार नए डीजीपी के लिए यूपीएससी को पैनल भेजेगी। कार्यकारी डीजीपी लगने की दौड़ में हरप्रीत सिंह सिद्धू और गौरव यादव का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।

गौरव यादव को कुछ समय पहले ही मुख्यमंत्री का स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था। सिद्धू के पास एसटीएफ चीफ की कमान है। इसके अलावा आईपीएस शरद सत्या चौहान, संजीव कालडा भी दौड़ में शामिल है। पंजाब में छह माह में चौथे डीजीपी बदले जाएंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में दिनकर गुप्ता डीजीपी थे, लेकिन उनके कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के पद छोड़ने के बाद गुप्ता को पद से हटा दिया गया। सत्ता में चन्नी सरकार के आने के बाद इकबाल प्रीत सिंह सहोता को कार्यकारी डीजीपी बनाया गया। इकबाल प्रीत सहोता के खिलाफ पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मोर्चा खोल दिया।

इसके बाद चन्‍नी सरकार के अंतिम समय में सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी की कमान सौंपी गई। इसके बाद चन्नी सरकार की ओर से यूपीएससी को पैनल भेजा। पैनल से नाम आने के बाद इसी साल बीते जनवरी में भावरा को डीजीपी लगाया गया। नियमों के मुताबिक सरकार भावरा को दो साल तक पद से नहीं हटाया सकती, लेकिन अब भावरा ने अब खुद ही केंद्र में जाने की इच्छा जताई है साथ ही दो महीने की छुट्टी भी अप्लाई कर दी है।

ध्यान रहे कि पंजाब की पूर्व कैप्टन सरकार में डीजीपी रहे दिनकर गुप्ता को भी हाल ही में एनआइए की कमान सौंपी गई है। गुप्ता पंजाब पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के चेयरमैन थे। गुप्ता की पत्नी विनी महाजन पहले ही दिल्ली में डेपुटेशन पर है।

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