पीयू में 40 साल पुरानी कैंटीन बंद करने की तैयारी
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में 30 से 40 वर्ष पुरानी डिपार्टमेंट कैंटीन को बंद करने की तैयारी है। साइकिल शैड में चल रही इन कैंटीन की चाय समोसा और सस्ता लंच खूब स्टूडेंट्स में खूब फेमस है।
डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में 30 से 40 वर्ष पुरानी डिपार्टमेंट कैंटीन को बंद करने की तैयारी है। साइकिल शैड में चल रही इन कैंटीन की चाय, समोसा और सस्ता लंच खूब स्टूडेंट्स में खूब फेमस है। आठ से दस रुपये में मिलने वाली चाय और गर्म समोसे का रेट आने वाले दिनों में 20 से 25 रुपये हो सकता है। जी हां . पीयू कैंपस की जान कही जाने वाली कैंटीन में मिलने वाला ब्रेकफास्ट,लंच और डिनर भी बंद हो जाएगा। हजारों स्टूडेंट्स के लिए यह कैंटीन लाइफलाइन मानी जाती हैं। इन कैंटीन में अब सिर्फ पैक किया हुआ ही खाने का सामान मिलेगा। इतना ही नहीं इन कैंटीन की जगह पर अब नामी ब्रांड की टक शाप शुरू करने का प्लान है। गोपाल स्वीट्स, गोबिद डेयरी या वेरका जैसे ब्रांड को कैंपस में लाने की तैयारी है। पीयू प्रशासन नए कैंटीन कांट्रेक्ट से मोटी कमाई की तैयारी में जुटा है। लेकिन पीयू प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ कैंपस में विरोध होना तय माना जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार जनवरी 2021 में सेक्टर-14 और साउथ कैंपस में बनी सभी वर्षों पुरानी कैंटीन को बंद कर उनकी जगह नए सिरे से फूड कार्नर शुरू करने को लेकर प्रो.राजीव कुमार पुरी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है जो कैंटीन को नए सिरे से अलॉटमेंट नियम तैयार करेगी। कमेटी की पहली मीटिग 17 फरवरी को हुई थी। सूत्रों के अनुसार बुधवार को कमेटी की अहम मीटिग होने जा रही है, जिसमें इन कैंटीन को बंद करने पर फैसला लिया जा सकता है। पीयू प्रशासन के फैसले के खिलाफ स्टूडेंट्स, टीचर्स व कर्मी
पीयू कैंपस में अगर स्टूडेंट सेंटर का खाना सबका फेवरेट है तो केमिस्ट्री विभाग के समोसे और चाय का कोई जवाब नहीं। जियोलॉजी विभाग की कैंटीन हो या फिर लॉ विभाग की कैंटीन में स्टूडेंट्स को हुजूम हर समय रहता है। सूत्रों के अनुसार पीयू प्रशासन अब केमिस्ट्री,जियोलॉजी,हिदी, यूआइपीएस,लॉ विभाग,यूबीएस और यूआइएलएस कैंटीन को नए सिरे से अलॉटमेंट करने की तैयारी में हैं। कैंपस टीचर्स और स्टूडेंट्स का कहना है कि पीयू प्रशासन का यह फैसला पूरी तरह से गलत है और इसके खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। कमेटी ने यह तैयार किए हैं नियम
- सभी कैंटीन अब टक शॉप के तौर पर आपरेट होंगी।
- सिर्फ पैक किया हुआ सामान ही मिलेगा। समोसा,ब्रैड आदि नहीं बनेंगे।
- कैंटीन में अब गैस सिलेंडर प्रयोग नहीं होंगे।
- वैंडिग मशीन से ही चाय कॉफी मिलेगी।
- कैंटीन सुबह नौ से छ बजे तक ही खुलेंगी।
- ब्रेकफास्ट,लंच और डिनर कैंटीन में नहीं बनेगा।
- कैंटीन के तय एरिया से बाहर कुर्सी लगाने पर पांच हजार जुर्माना लगेगा।
- नई कैंटीन की जगह पीयू का आर्किटेक्चर विभाग तय करेगा।
पीयू को होगी लाखों की कमाई
पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस में इस समय कुल 13 कैंटीन हैं। जिनमें सेक्टर-14 और सेक्टर-25 स्थित यूआइइटी और डेंटल कैंटीन शामिल हैं। इन कैंटीन से पीयू को हर महीने करीब चार लाख किराया मिलता है। अधिकारियों का मानना है कि नए एग्रीमेंट से पीयू की कमाई में कई गुणा इजाफा होने की उम्मीद है। बेशक पीयू नए कांट्रेक्ट से आर्थिक लाभ तो होगा, लेकिन स्टूडेंट्स की जेब खूब हल्की होगी। सैंकड़ों स्टूडेंट्स काफी सस्ते रेट में यहां प्रतिदिन खाना खाते थे। बीते डेढ़ साल से सभी कैंटीन कोरोना के कारण बंद पड़ी हैं। किस विभाग की कैंटीन- मौजूदा किराया
केमिस्ट्री- 25027
फिजिक्स-12243
जियोलॉजी-49846
यूआइपीएस-24442
यूआइइटी-31629
यूआइएएमएस-24780
हिदी विभाग-28999
डेंटल- 21588
लॉ विभाग-30873
यूआइएलएस-19757
लाइब्रेरी-6957
यूआइइटी कैफे-15203
प्रशासनिक ब्लॉक- 71862
कुल रेंट - 3,63,212