सिख श्रद्धालु बिना वीजा जा सकेंगे करतारपुर साहिब, रास्‍ता खाेलेगा पाक, सिद्धू बोले- मकसद पूरा

पाकिस्‍तान गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाशोत्‍सव पर करतारपुर मार्ग खोलने को राजी हो गया है। सिख श्रद्धालु बिना वीजा वहां जा सकेंगे। नवजोत सिद्धू ने कहा कि उनका मकसद पूरा हो गया है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Publish:Fri, 07 Sep 2018 02:44 PM (IST) Updated:Sat, 08 Sep 2018 09:45 AM (IST)
सिख श्रद्धालु बिना वीजा जा सकेंगे करतारपुर साहिब, रास्‍ता खाेलेगा पाक, सिद्धू बोले- मकसद पूरा
सिख श्रद्धालु बिना वीजा जा सकेंगे करतारपुर साहिब, रास्‍ता खाेलेगा पाक, सिद्धू बोले- मकसद पूरा

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि पाकिस्‍तान गुरु नानकदेव जी के 550वें प्रकाशोत्‍सव पर श्री करतारपुर साहिब का रास्‍ता खोलने के लिए तैयार हो गया है। पंजाब के लोगों के लिए इससे कोई बड़ी खुशी नहीं हो सकती है। इससे मेरी पाकिस्‍तान यात्रा का मकसद पूरा हो गया है। इस्‍लामाबाद में पाकिस्‍तान ने घोषणा की, कि भारत के सिख श्रद्धालु अब बिना वीजा पाक स्थित श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में माथा टेकने जा सकेंगे। पाकिस्‍तान के एक मंत्री ने यह रास्‍ता खोले जाने का एेलान किया।

सिद्धू ने कहा- सिखों के लिए इससे बड़ी खुशी नहीं हो सकती

पाकिस्‍तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि भारत से लगने वाली इस सीमा को जल्द ही सिख श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा। वे यहां से बिना वीजा के पाकिस्तान आ सकेंगे और वहां बने पवित्र गुरुद्वारे के दर्शन कर सकेंगे। सिख समुदाय लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था। अब पाकिस्तान अगले वर्ष श्री गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर कॉरिडोर खोलने के लिए भारत के विदेश मंत्रालय को लिखेगा। आगामी निर्णय भारत पर छोड़ा गया है।

चंडीगढ़ में नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पाकिस्‍तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने साफ कर दिया है कि पाक सरकार गुरु नानकदेव की 550वें प्रकाशोत्‍सव पर श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोलने को तैयार है। पाकिस्‍तान इस संबंध में भारत सरकार को प्रस्‍ताव भेज रहा है। इसके बाद भारत सरकार के सहमत हो जाने पर इस कॉरिडाेर को खोल दिया जाएगा।

सिद्धू ने कहा कि पाकिस्‍तान के इस कदम से पंजाब के लोगों को बड़ी सौगात मिलेगी। यह बेहद खुशी की बात है। इससे मेरे पाकिस्‍तान यात्रा का मकसद पूरा हो गया है। उन्‍होंने कहा कि मेरे पाकिस्‍तान दौरे को लेकर बेवज‍ह के सवाल उठाए गए। करतारपुर मार्ग खुल जाने से भारत और पाकिस्‍तान के बीच शांति व दोस्‍ती की राह भी खुलेगी। सिद्धू ने कहा, अब समय आ गया है कि दोनों देशों के बीच हिंसा, अशांति और वैर का माहौल खत्‍म हो।

सिखों की अरदास जल्द पूरी होगी: सिद्धू

श्री करतारपुर श्री गुरुद्वारा साहिब के लिए रास्‍ता खोलने पर सिद्धू ने फवाद चौधरी व इमरान खान का आभार व्यक्त किया। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि आज वह किसी भी नकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्ति के बारे में कुछ नहीं बोलेंगे। परमात्मा उनको लंबी उम्र बख्शे। वोट की राजनीति को धर्म के मुद्दों से दूर रखना चाहिए। हर सिख रोज अपनी अरदास में बिछड़े हुए गुरुधामों के दर्शन की बात करता है, मुझे लगता है कि यह अरदास जल्द पूरी हो जाएगी। सिद्धू ने कहा कि पाक सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह फैसला सेना प्रमुख, पुलिस प्रमुख, विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से बैठक के बाद लिया है।

पाक अार्मी चीफ के भड़काऊ बयान पर सिद्धू बोले, नो कमेंट्स

पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिद्धू से प‍ाकिस्‍तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के भारत के विरोध में दिए गए बयान के बारे में पूछा गया ताे उन्‍होंने इस पर कोई टिप्‍पणी करने से मना कर दिया। सिद्धू ने कहा, नो कमेंट्स। इसके साथ वह बोले कि दोनों देशों के लिए आगे बढ़ने का एक ही रास्‍ता है वार्ता, तरक्‍की का एक ही रास्‍ता है शा‍ंति। दोनों देशों को शांति और दोस्‍ती के रास्‍ते पर बढ़कर वार्ता करनी चाहिए।

पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा ने शुक्रवार को ही भारत को गीदड़भभकी दी है। उन्‍होंने कहा कि सरहद पर जो लहू बह चुका है और जो बह रहा है, सभी का हिसाब लेंगे। बाजवा ने विवादित बयान में कहा कि वह कश्मीर के लोगों को सलाम करते हैं जो वहां खड़े हैं और बहादुरी से लड़ रहे हैं।

फवाद चौधरी बोले- जल्‍द सिख श्रद्धालुओं के करतारपुर जाने की व्‍यवस्‍था बनाएंगे

एजेंसी के अनुसार, पाक सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, पाकिस्तान सरकार जल्द ही ऐसी व्यवस्था बनाएगी, जिससे सिख श्रद्धालु सुविधाजनक तरीके से करतारपुर के गुरुद्वारा दरबार साहिब आ सकें। यह मार्ग खोलने का संकेत पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को दिया था। सिद्धू इमरान खान के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए पिछले महीने पाकिस्तान गए थे। इसी दौरान सिद्धू ने पाक सेना प्रमुख को जफ्फी भी डाली थी, जिस पर काफी विवाद हुआ था।

पाकिस्‍तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी।

फवाद ने भारत पर अारोप भी जड़ा, कहा- भारत नहीं दिखा रहा सकारात्मक रुख

एजेंसी के अनुसार, बीबीसी की उर्दू सेवा से साक्षात्कार में चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव जीतने के बाद से ही भारत के साथ संबंध सुधारने की इच्छा जतानी शुरू कर दी है। इसी के चलते उन्होंने भारतीय क्रिकेटरों को अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया, लेकिन भारत सरकार उनकी इच्छा का सम्मान नहीं कर रही है। पाकिस्तानी सेना और सरकार भारत के साथ शांति वार्ता शुरू करना चाह रहे हैैं, लेकिन भारत इसके लिए सकारात्मक रुख नहीं दिखा रहा।

सिद्धू के पाक सेना प्रधान से गले मिलने पर हुआ था भारी विवाद

 

इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पाक सेना प्रधान के साथ नवजोत सिंह सिद्धू। (फाइल फोटो)

बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू पिछले दिनों पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे और वहां वह पाकिस्‍तान के सेना अध्‍यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिले थे। इस पर भारत में काफी विवाद हुआ था और नवजोत सिंह सिद्धू निशाने पर आ गए थे। इसके बाद सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा, पाकिस्‍तान के सेना अध्‍यक्ष ने उनसे कहा था कि गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाशोत्‍सव पर पाक श्री करतारपुर साहिब मार्ग खोलने पर विचार कर रहा है। यह सुनकर मैंने खुशी में पाक सेना प्रधान को गले से लगा लिया।

बीच में पाक ने लिया था यू टर्न

इससे पहले श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के बारे में पाकिस्तान ने यू टर्न ले लिया था। कुछ दिन पहले वह इस मामले में बहानेबाजी और शर्तबाजी पर उतर आया था। उसने कहा था कि वह अकेले इस बारे में विचार नहीं कर सकता। इस्लामाबाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डाॅ. मुहम्मद फैज़ल ने कहा था कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर द्वारा हम दोनों देशों में संबंधों को सुधारने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस में अभी और विचार किए जाने की ज़रूरत है। इसके साथ ही उसने सीजफायर का उल्‍लंघन करने का अारोप लगाया था। गौरतलब है कि पाकिस्तान 2001 से कहता आया है कि अगर भारत भी चाहे तो वह इस कॉरिडोर को खोल सकता है।

 

श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा।

यह है श्री करतापुर साहिब गुरुद्वारे का महत्‍व

श्री करतापुर साहिब गुरुद्वारे को पहला गुरुद्वारा माना जाता है जिसकी नींव श्री गुरु नानक देव जी ने रखी थी। उन्होंने यहां से लंगर प्रथा की शुरुआत की थी। यह स्थल पाकिस्तान में भारतीय सीमा से करीब चार किलोमीटर दूर है और अभी पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक बार्डर आउटपोस्ट से दूरबीन से भारतीय श्रद्धालु इस गुरुद्वारे के दर्शन करते हैैं। श्री गुरुनानक देव जी का 550 वां प्रकाश पर्व 2019 में वहां मनाया जाना है और इस अवसर पर सिख समुदाय इस कॉरिडोर को खोलने की मांग जोर शोर से कर रहा है।

गुरु नानक देव ने करतारपुर में गुजारे 15 साल, यहीं ली अंतिम सांस

सिखों के पहले गुरु श्री नानक देव जी ने अपने जीवन के अंतिम 15 साल करतारपुर की धरती पर ही गुजारे थे। यहां खुद खेती करके उन्होंने समाज को 'किरत करो, वंड छको और नाम जपो' का संदेश दिया था। यहीं उन्होंने अपना शरीर भी छोड़ा था। यह गुरुद्वारा पटियाला स्टेट के महाराजा भूपेंद्र सिंह ने 1947 में बनवाया था। अभी यह गुरुद्वारा निर्माणाधीन ही था कि भारत पाक विभाजन हो गया।

पहले भी हुए थे प्रयास

इससे पहले भी करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाने के प्रयास शुरू हुए थे। जनरल परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान की तरफ 1.5 किलोमीटर कॉरिडोर बनाने को सहमति दी थी, लेकिन ये प्रयास सिरे नहीं चढ़ सके।

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एसजीपीसी रास्ता बनाने के लिए तैयार: लोंगोवाल

अमृतसर। उधर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान की सरकारें सहमत हों, तो एसजीपीसी श्री करतारपुर तक जाने का रास्ता तैयार करने की जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने दोनों देशों की सरकारों से अपील की है कि इस मार्ग पर जल्द बिना वीजा आने-जाने की स्वीकृति दी जानी चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने धार्मिक मुद्दे पर राजनीति न करने की नसीहत दी और कहा कि सभी को राजनीति से ऊपर उठकर मिलकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने पाकिस्तान के बयान का स्वागत किया और भारत सरकार से जल्द फैसला लेने की अपील की है।

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