23 अक्टूबर से चंडीगढ़ की सफाई बंद, डोर-टू-डोर गार्बेज भी नहीं उठेगा, सफाई कर्मचारी यूनियन की हड़ताल की घोषणा

यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि उनकी हड़ताल में डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्टर भी साथ देंगे। ऐसे में शहर के रेजिडेंशियल एरिया से कचरा भी नहीं उठेगा। हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Mon, 19 Oct 2020 03:38 PM (IST) Updated:Mon, 19 Oct 2020 03:38 PM (IST)
23 अक्टूबर से चंडीगढ़ की सफाई बंद, डोर-टू-डोर गार्बेज भी नहीं उठेगा, सफाई कर्मचारी यूनियन की हड़ताल की घोषणा
सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष कृष्ण चड्ढा ने कहा स्मार्ट घड़ी पहनकर बंधुआ मजदूर जैसी भावना आती है।

चंडीगढ़, जेएनएन। चंडीगढ़ में सफाई कर्मचारी यूनियन ने 23 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की घोषणा कर दी है। ऐसे में शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो सकती है। यूनियन के अध्यक्ष कृष्ण चड्ढा का कहना है कि काम छोड़ हड़ताल तब तक जारी रहेगी, जब तक उनकी मांगें नहीं मान ली जाती। मालूम हो कि इस समय सफाई कर्मचारी यूनियन सबसे ज्यादा विरोध स्मार्ट घड़ियों के पहनने का कर रही है। ये उन पर नजर रखने के लिए नगर निगम ने सभी कर्मचारियों को उपलब्ध कराई हैं।

यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि उनकी हड़ताल में डोर-टू-डोर गार्बेज कलेक्टर भी साथ देंगे। ऐसे में शहर के रेजिडेंशियल एरिया से कचरा भी नहीं उठेगा। कृष्ण चड्डा का कहना है कि इससे पहले 1 दिन के लिए काम छोड़ हड़ताल और रोष प्रदर्शन 15 अक्टूबर को नगर निगम कार्यालय के सामने किया गया था। नगर निगम के अधिकारियों और कमिश्नर ने यूनियन के साथ कोई मीटिंग नहीं की। ऐसे में 17 अक्टूबर को यूनियन की एक बैठक हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि 23 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। इसमें ठेके पर काम कर रहे सफाई कर्मचारी भी उनका साथ देंगे।

अध्यक्ष का कहना है कि डेली वेज कर्मचारियों को पक्का करने के अलावा उन्हें समान वेतन देने की मांग भी की जा रही है। उनका कहना है कि ठेकेदार के अधीन काम करने वाले कर्मचारियों को नगर निगम के अधीन किया जाए। इसके अलावा, जो स्मार्ट घड़ियां कर्मचारियों को दी गईं हैं, उन्हें पहन कर बंधुआ मजदूर की भावना आती है। इस फैसले को वापस लिया जाए और सफाई कर्मचारियों का शोषण बंद किया जाए।

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