चंडीगढ़ में नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन, मटका चौक पर बैठे निहंग लाभ सिंह बने पुलिस के लिए चुनौती

चंडीगढ़ के मटका चौक पर पिछले दो महीने से किसानों के समर्थन में निहंग लाभ सिंह बैठे हुए हैं। वहीं चंडीगढ़ में वीकेंड लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के चलते पुलिस ने उन्हें यहां से हटाने की कोशिश की पर कामयाबी नहीं मिली।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 01:39 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 01:39 PM (IST)
चंडीगढ़ में नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन, मटका चौक पर बैठे निहंग लाभ सिंह बने पुलिस के लिए चुनौती
किसानों के समर्थन में बीते दो महीने से मटका चौक पर बैठे निहंग लाभ सिंह।

चंडीगढ़, जेएनएन। सिटी ब्यूटीफुल में कोरोना के कारण नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है। इन पाबंदियों में लोगों को बेवजह सड़कों पर निकलने के लिए मनाही है। वहीं, किसानों के समर्थन में पिछले दो महीने से मटका चौक पर बैठे निहंग लाभ सिंह चंडीगढ़ पुलिस के लिए परेशानी के साथ चुनौती बन चुके हैं।

शहर में नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन और बुधवार को रामनवमी के मौके पर एक दिन के लॉकडाउन के दौरान मटका चौक से निहंग लाभ सिंह को हटाने पहुंची पुुलिस तीसरी बार भी बेरंग लौट गई। हालांकि, इस बार उन्हें यहां से हटाने को लेकर देर रात खूब हंगामा हुआ। इस हंगामे के बीच सेक्टर-3 थाना पुलिस निहंग का समर्थन करने वाले सभी लोगों को राउंडअप कर थाने में भी लेकर गई थी। लेकिन, वीरवार की सुबह लाभ सिंह दोबारा से चंडीगढ़ के सेक्टर-16,17,9,10 के मटका चौक पर फिर बैठ गए हैं।

इससे पहले भी वीकेंड लॉकडाउन के दौरान बीते शनिवार को निहंग लाभ सिंह को पुलिस ने हटाने की कोशिश की थी। इसकी जानकारी होने पर समर्थन देने के लिए मंगलवार को बड़ी संख्या में ट्राईसिटी के लोग मटका चौक पर पहुुंचे। इस दौरान लोग अपने घरों से लड्डू, बर्फी और दूध लेकर आए और मटका चौक पर सभी में प्रसाद के तौर पर बांटा गया था। बाद में लोगों ने दोबारा से लाभ सिंह को मटका चौक पर बैठा दिया था।

पुलिस के सवाल पर लाभ सिंह बोले- लॉकडाउन में बाहर निकलने की वजह किसान आंदोलन

इस दौरान सेक्टर-3 थाना पुलिस से मामले के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब मिला कि माहामारी के दौर में लॉकडाउन लागू किया गया है। वीकेंड लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लागू होने के बावजूद बिना वजह बाहर कैसे निकालने दें। वहीं, इस पर निहंग लाभ सिंह ने जवाब दिया कि किसान आंदोलन से बड़ी वजह क्या हो सकती है।

chat bot
आपका साथी