एमफिल-पीएचडी ग‌र्ल्स स्कॉलर्स को 24 घंटे हॉस्टल एंट्री से छूट

पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन आखिर कुछ हद तक पीयू स्टूडेंट काउंसिल और स्टूडेंट फॉर सोसायटी (एसएफएस) के कड़े विरोध के सामने झुक गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 03 Nov 2018 10:46 AM (IST) Updated:Sat, 03 Nov 2018 03:19 PM (IST)
एमफिल-पीएचडी ग‌र्ल्स स्कॉलर्स को 24 घंटे हॉस्टल एंट्री से छूट
एमफिल-पीएचडी ग‌र्ल्स स्कॉलर्स को 24 घंटे हॉस्टल एंट्री से छूट

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन आखिर कुछ हद तक पीयू स्टूडेंट काउंसिल और स्टूडेंट फॉर सोसायटी (एसएफएस) के कड़े विरोध के सामने झुक गया है। पीयू प्रशासन ने शुक्रवार को कैंपस में कई दिन से चले आ रहे विरोध प्रदर्शन के बाद ग‌र्ल्स हॉस्टल की छात्राओं को थोड़ी राहत दी है। पीयू प्रंवक्ता के अनुसार अब पीयू हॉस्टल में एमफिल और पीएचडी की छात्राओं को 24 घंटे एंट्री को मंजूरी दे दी है। साथ ही पीयू स्टूडेंट काउंसिल प्रधान कनुप्रिया की अगुआई में विरोध प्रदर्शन करने वालों की कई मांगों पर तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया है। लेकिन स्टूडेंट काउंसिल प्रेसिडेंट कनुप्रिया और एसएफएस नेताओं का कहना है कि पीयू प्रशासन जब तक सभी छात्राओं को हॉस्टल में 24 घंटे एंट्री से छूट नहीं देता, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।

चार दिन से चल रहा था विरोध

पीयू कैंपस में बीते चार दिन से देर रात तक ग‌र्ल्स हॉस्टल और वीसी आवास के बाहर देर रात तक जारी लड़कियों के कड़े विरोध के सामने घुटने टेकने ही पड़े। छात्राओं द्वारा उन्हें ग‌र्ल्स हॉस्टल में लड़कों के बराबर 24 घंटे अंदर और बाहर जाने की अनुमति देने की मांग की जा रही थी। पीयू प्रशासन ने पेरेंट्स के बीच करवाए गए सर्वे का हवाला देते हुए इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया। लेकिन पीयू कैंपस में बढ़ते हंगामे के बाद अब एमफिल और पीएचडी छात्राओं को एंट्री से छूट दे दी है। लेकिन अन्य छात्राओं के मामले में अभी कमेटी ने कोई फैसला नहीं किया है।

चांसलर तक पहुंचा मामला तो जागा पीयू प्रशासन

सूत्रों के अनुसार बीते कई दिनों से पीयू कैंपस में चल रहे विरोध प्रदर्शन का मामला पीयू चांसलर ऑफिस तक भी पहुंच चुका था। मामले को समय पर नहीं सुलझा पाने को लेकर कुछ अधिकारियों को फटकार भी लगी है। कैंपस के बिगड़ते माहौल को देखते हुए वीसी ने तुरंत मामले में कमेटी गठित कर कार्रवाई के आदेश दिए। जानकारी अनुसार पीयू के सात सीनियर प्रोफेसरों की अगुआई में एक कमेटी गठित की गई। कमेटी ने सभी हॉस्टल में जाकर छात्राओं से उनकी मांगों को लेकर विस्तार से चर्चा की। डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने एमफिल-पीएचडी छात्राओं को हॉस्टल में 24 घंटे एंट्री की अनुमति दिए जाने के निर्देश दे दिए।

पीयू गेट नंबर-3 से रात को भी एंट्री

पीयू प्रवक्ता द्वारा बताया गया है कि छात्राओं की अधिकतर मांगों को मान लिया गया है। अब देर रात पीयू के गेट से साउथ कैंपस जाने वाले स्टूडेंट्स को दिक्कत नहीं होगी। गेट को खोलने का फैसला लिया गया है। पीयू प्रशासन ने वर्किग वूमेन हॉस्टल में लाइट्स लगाने के निर्देश जारी किए हैं। पीयू साउथ कैंपस स्थित हॉस्टल में एटीएम लगाने और केमिस्ट शॉप खोलने का भी आश्वासन दिया गया है। पंजाब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्राओं की मांगों को लेकर सीनियर प्रोफेसर की कमेटी गठित की है। स्टूडेंट्स की अधिकतर मांगों को मान लिया गया है। अब ग‌र्ल्स हॉस्टल में रहने वाली पीएचडी-एमफिल और एलएलएम रिसर्च स्कॉलर को 24 घंटे एंट्री की अनुमति दे दी गई है। अन्य मांगों को लेकर गठित कमेटी जल्द फैसला लेगी।

रेणुका सालवान, डायरेक्टर पब्लिक रिलेशंस, पंजाब यूनिवर्सिटी

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