मोटापा और टाइप टू डायबिटीज को एक साथ मात दे रही मेटाबॉलिक सर्जरी

क्या आप मोटापे से ग्रस्त हैं और टाइप टू डायबिटीज भी है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Nov 2019 10:32 PM (IST) Updated:Tue, 26 Nov 2019 10:32 PM (IST)
मोटापा और टाइप टू डायबिटीज को एक साथ मात दे रही मेटाबॉलिक सर्जरी
मोटापा और टाइप टू डायबिटीज को एक साथ मात दे रही मेटाबॉलिक सर्जरी

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : क्या आप मोटापे से ग्रस्त हैं और टाइप टू डायबिटीज भी है? बार-बार इंसुलीन लेने के झंझट और दवाओं के डोज से परेशान हो चुके हैं तो इन दोनों परेशानियों से बचने का सबसे आसान उपाय है मेटाबॉलिक सर्जरी। इस सर्जरी के बाद आपका मोटापा तो गायब होगा ही साथ ही डायबिटीज से भी काफी हद तक मुक्ति मिलेगी। सर्जरी के महज एक हफ्ते के बाद इंसुलीन लेना बंद हो जाएगा और लगभग डायबिटीज की 90 प्रतिशत कॉमप्लीकेशन खत्म हो जाएगी। यह जानकारी बेरियाट्रिक और मेटाबोलिक सर्जन डॉ. अमित गर्ग ने दी। ट्राईसिटी में तेजी से बढ़ रही बीमारी

उन्होंने बताया कि डायबिटीज और मोटापे की समस्या ट्राईसिटी में तेजी से बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में इस सर्जरी से दोनों का आसानी से इलाज संभव हो रहा है। इस सर्जरी में बहुत कम खर्च में बीमारी के साथ अपने तनाव का भी प्रबंधन किया जा सकता है। डॉ. गर्ग का कहना है कि इससे बचाव के लिए लोगों को अपने रहन-सहन के साथ ही खान-पान पर नियंत्रण करना होगा। एक हजार में 42 मौत का कारण डायबिटीज

डॉ. गर्ग ने बताया कि देश में डायबिटीज के कारण होने वाली मौतों का आंकड़ा एक हजार प्रति डेथ पर 42 तक जा पहुंचा है। इसे अगर काबू नहीं किया गया तो स्थिति बेहद गंभीर होगी। डायबिटीज का सबसे बड़ा कारण मोटापा है। जिसे नियंत्रित कर दर्जनों गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। जिसमें बांझपन, घुटना खराब होना, फैटी लीवर, गॉलब्लेडर डिजीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, स्लीप एप्निया, स्ट्रोक और किडनी फैल्योर जैसी बीमारियां शामिल हैं। ऐसे करें बचाव

नियमित व्यायाम, योगा, फास्ट और जंक फूड से तौबा, आउटडोर एक्टिविटी पर फोकस, तनाव प्रबंधन, संतुलित आहार, सात घंटे की नींद, सिगरेट और शराब का सेवन नहीं करना।

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