दैनिक जागरण कार्यालय पहुंचीं मेयर, बोलीं- पार्टी कोई भी हो, रहूंगी वफादार Chandigarh News
राजबाला मलिक ने शहर में लंबित चल रहे प्रोजेक्ट्स को लेकर स्पष्ट तौर पर कहा कि वही काम किए जाएंगे जिनकी शहर को जरूरत होगी।
चंडीगढ़ [डॉ. सुमित सिंह श्योराण]। चंडीगढ़ में मैं रहती हूं, यही मेरा शहर है। मैं बस अपने शहर की तरक्की के बारे में सोचती हूं। मेयर पद पर जिम्मेदारी बहुत बड़ी है। मेरे लिए शहरवासियों की उम्मीदों पर खरा उतरना जरूरी है। मेरा फोकस शहर के हर प्रोजेक्ट्स लोगों की राय और शहर की बेहतरी को ध्यान फैसला लेना है। मेरी जीत में पार्टी के सभी लोगों ने सहयोग किया है। अब शहर से जुड़े कामों को पूरा कर रिजल्ट देने की बारी है। कुछ इस तरह के विचार चंडीगढ़ की चुनी गई नई मेयर राजबाला मलिक ने रखे।
अपने खास दबंग अंदाज के लिए जानी जाने वाली राजबाला मलिक
शुक्रवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-9सी स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में पहुंचीं थी। दूसरी बार शहर की मेयर चुनी गई राजबाला ने विशेष बातचीत में शहर से जुड़े प्रोजेक्ट्स और राजनीति से जुड़े सवालों पर बेबाक बात रखी। दैनिक जागरण ग्रेटर पंजाब के मुख्य महाप्रबंधक मोहिंदर कुमार ने मेयर बनने पर राजबाला मलिक का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी। समाचार संपादक बरींद्र सिंह रावत ने मेयर का सभी लोगों से परिचय करवाया और दैनिक जागरण समूह के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में हरियाणा ब्यूरो प्रभारी अनुराग अग्रवाल, चीफ रिपोर्टर राजेश ढल्ल सहित अन्य स्टाफ के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
शहर के लिए जो प्रोजेक्ट्स जरूरी होंगे, उसी पर काम होगा
राजबाला मलिक ने शहर में लंबित चल रहे प्रोजेक्ट्स को लेकर स्पष्ट तौर पर कहा कि वही काम किए जाएंगे, जिनकी शहर को जरूरत होगी। बीते साल में आबादी बढ़ने के कारण अब जगह की कमी है, ऐसे में भविष्य में मल्टीलेवल बिल्डिंग बनाने पर फोकस करना होगा। उन्होंने माना कि चंडीगढ़ में ट्रैफिक एक बड़ी समस्या है जिसके लिए दूसरी मल्टीलेवल पार्किग पर विचार किया जाएगा। निगम की आर्थिक तंगी पर उन्होंने कहा कि इस समस्या का भी हल वह निकाल लेंगी। राजबाला ने शहर में स्ट्रीट वेंडरो के शिफ्ट करने के बाद उन्हें बेसिक सुविधाएं जल्द दिलाने का आश्वासन दिया है।
मुझे एडजेस्ट करना आता है
किसी भी मामले में खुलकर विचार रखने में माहिर राजबाला मलिक ने कहा कि उनकी यह खूबी है कि वह आठ साल के बच्चे से 80 साल तक के लोगों के साथ एडजेस्ट कर लेती हैं। मलिक ने कहा कि अहम (घमंड) को हमेशा खुद से कोसों दूर रखती हूं। इनका मानना है कि कोई भी काम करने से पहले छोटे या बड़ों से सुझाव जरूर लें लेकिन करें वही जो आपको बेहतर लगे। इसी फार्मूले को हमेशा खुद पर लागू करती हैं।
स्टेट राजनीति में नहीं दिलचस्पी, अपने शहर की करूंगी सेवा
मेयर मलिक ने कहा कि उनका हरियाणा की राजनीति या वहां से चुनाव लड़ने में फिलहाल कोई दिलचस्पी नहीं है। उनके लिए पार्टी का आदेश सर्वोपरि हैं। मलिक ने कहा वह चंडीगढ़ में रहती हैं और बस अपने शहर की तरक्की के बारे में सोचती हैं। मेयर पद पर जीत के बाद भविष्य में पैतृक स्टेट हरियाणा में राजनीतिक जमीन तैयार करने के सवाल को मेयर ने सिरे से खारिज कर दिया। मैं दिल से वफादार हूं, पार्टी कोई भी हो कांग्रेस से बीजेपी में आकर दूसरी बार मेयर बनी राजबाला ने कहा कि मैं दिल से वफादार हूं। चाहे पार्टी कोई भी हो। सांसद किरण खेर, प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन सहित सभी लोगों ने मुझपर विश्वास जताया है। सभी ने चुनाव में पूरा समर्थन किया। जिसके लिए सभी का धन्यवाद करती हूं। सभी को साथ लेकर ही बेहतर रिजल्ट मिलेंगे।
पति ने दिखाया जीत का रास्ता... जो ठाना वो करके दिखाया
मेयर राजबाला ने बताया कि पारिवारिक और राजनीतिक सफर में उनके पति सीनियर एडवोकेट आरके मलिक का खास योगदान रहा है। उन्होंने हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। चंडीगढ़ शहर में आने के बाद इन्होंने पढ़ाई पूरी। एक वाकया याद करते हुए राजबाला ने बताया कि जब वह किसी महिला को गाड़ी चलाते देखती थी तो उन्हें हैरानी होती थी कि इतनी बड़ी गाड़ी को कैसे चला लेती हैं लेकिन उनके सीखने के जुनून के कारण उन्होंने भी गाड़ी सीख कर ही दम लिया।