इंडिगो एयरवेज में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 45 हजार रुपये ठगे, ऑनलाइन भेजा था बायोडाटा

सुधीर कुमार की शिकायत पर पुलिस ने अविनाश कुमार शर्मा, सारिफ खान दोनों निवासी गांव उनचा उत्तर प्रदेश व सचिन निवासी नोएडा को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है।

By Pankaj DwivediEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 11:30 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 11:30 AM (IST)
इंडिगो एयरवेज में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 45 हजार रुपये ठगे, ऑनलाइन भेजा था बायोडाटा
इंडिगो एयरवेज में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 45 हजार रुपये ठगे, ऑनलाइन भेजा था बायोडाटा

जागरण संवाददाता, मोहाली। तीन लोगों ने विमान कंपनी इंडिगो एयरवेज का नाम इस्तेमाल कर नौकरी का झांसा देकर सुधीर कुमार से 45 हजार रुपये ठग लिए। आरोपितों ने 32,900 रुपये की और डिमांड की थी लेकिन उससे पहले पीड़ित सुधीर ने पुलिस को शिकायत दे दी। पुलिस ने जांच के बाद अविनाश कुमार शर्मा, सारिफ खान दोनों निवासी गांव उनचा उत्तरप्रदेश व सचिन निवासी नोएडा पर मामला दर्ज कर लिया है।

सुधीर कुमार ने कहा कि गरीबी व बेरोजगारी के चलते उसने जैसे-तैसे बीए सेकेंड ईयर की और आमदनी बढ़ाने के लिए उसने प्राइवेट नौकरी के बारे में सोचा। इसी बीच उसने शाइनडॉटकॉम पर अपना बायोडाटा सेंड किया। जिसके अगले दिन उन्हें एक कॉल आई और उसे बताया गया कि इंडिगो एयरवेज लिमिटेड कंपनी में काफी पोस्ट खाली हैं और उसे एयर टिकट की नौकरी के लिए चुना गया है। उन्होंने इसके लिए बकायदा एचआर सीनियर से भी बात करवाई।

भरोसा दिलाकर शुरू हुआ पैसे मांगने का खेल

सुधीर ने बताया कि उक्त व्यक्तियों ने उसे पहले कहा कि एप्लीकेशन फार्म लेने के लिए उन्हें पहले बताए हुए नंबर पर 2300 रुपये पेटीएम करने होंगे। फार्म मिलते ही उसे भरकर एक अलग नंबर पर व्हाट्सएप करना होगा। सुधीर ने पेटीएम में पैसे डलवाकर फार्म लिया और उनके बताए नंबर पर भेज दिया। फिर कॉल आया कि 7900 रुपये ट्रेनिंग फीस भरनी होगी। सुधीर ने यह रकम भी भर दी और उसके अगले दिन फिर से कॉल आई कि 13 हजार 900 रुपये उन्हें यूनिफार्म फीस के भरने होंगे। साथ ही यूनिफार्म के लिए अपना माप व घर का पता भेजना होगा, क्योंकि बनाई गई यूनिफार्म उनके घर पर कोरियर करवाई जाएगी। सुधीर ने यह रकम भी भेज दी।

ज्वाइनिंग लेटर भेजा तो पासवर्ड पर लगाई रोक

रकम वसूलने के बाद सुधीर को एक ज्वाइनिंग लेटर भेजा गया, जिस पर पासवर्ड लगा था। पासवर्ड मांगने पर उन्होंने सुधीर को कहा कि इसके लिए उसकी आइडी बनाई जाएगी। इसका खर्च 20 हजार 900 रुपये है। साथ में यह भी कहा कि आइडी जेनरेट होते ही उसकी 20 हजार 900 रुपये की राशि रिफंड हो जाएगी। यह रकम उन्होंने सचिन के बताए खाते में डलवाई। परंतु बाद में उसका आइडी जेनरेट नहीं किया गया। उल्टा अगले दिन कॉल आया कि उसे मेडिकल चेकअप के लिए 32 हजार 900 रुपये की फीस भरनी पड़ेगी, जोकि उक्त राशि के साथ रिफंड की जाएगी। सुधीर को उनकी जालसाजी का पता चल गया और उसने एसएसपी को इसकी शिकायत कर दी, जिसके बाद जांच पड़ताल करने उपरांत उक्त तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

chat bot
आपका साथी