होप ऑन व्हील से गरीब बच्चों की जिंदगी में आएगा नया सवेरा

ओपन आइज फाउंडेशन की पहल खास व्हीकल डिजाइन कर बनाई चलती फिरती लाइब्रेरी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 10:40 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 06:11 AM (IST)
होप ऑन व्हील से गरीब बच्चों की जिंदगी में आएगा नया सवेरा
होप ऑन व्हील से गरीब बच्चों की जिंदगी में आएगा नया सवेरा

डॉ. सुमित सिंह श्योराण, चंडीगढ़ : शहर के युवक की गरीब बच्चों को पढ़ाने की मुहिम रंग लाने लगी है। कुछ बच्चों से शुरू किया गया अभियान एक मिशन बनता जा रहा है। शुक्रवार से इसमें नई शुरुआत होने जा रही है। ओपन आइज फाउंडेशन के संयोजक 28 साल के संदीप कुमार ट्राईसिटी की कॉलोनी में शिक्षा से वंचित गरीब बच्चों के लिए होप ऑन व्हील शुरू करने जा रहे हैं। इस तरह का यह शहर में अपनी तरह का पहला प्रयोग होगा। स्कूल नहीं जा पाने वाले बच्चों को अब उनके घर पर ही पढ़ाने की तैयारी है। दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में संदीप ने बताया कि बीते एक साल से वे इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे। तीन लाख की लागत से खास तौर पर इस व्हीकल को तैयार किया गया है। दोस्तों से उधार लेकर इसे तैयार किया गया है। वीरवार को होप ऑन व्हील की शुरुआत की जा रही है। कई खूबियों वाला है होप ऑन व्हील

होप ऑन व्हील एक तरह से चलती फिरती लाइब्रेरी है। जिसमें 500 से अधिक किताबों के साथ साथ 32 इंच की एलईडी लगाई गई है। संदीप के अनुसार बच्चों को डिजिटल माध्यम से पढ़ाया जाएगा। हफ्ते भर यह व्हीकल शहर के विभिन्न कॉलोनी में जाएगा। पहले चरण में इसे मनीमाजरा, बापूधाम, धनास और मोहाली के सेक्टर-74 में कोरोना महामारी के बाद शुरू किया जाएगा। व्हीकल में गरीब महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड, साबुन और हाईजीन से जुड़े सामान को भी निशुल्क वितरित किया जाएगा। संदीप ने बताया कि ट्राईसिटी के लोग हेल्पलाइन नंबर 7508408205 पर कॉल कर पुरानी किताबें गरीब बच्चों के लिए डोनेट कर सकते हैं। तीन साल पहले रद्दी से शिक्षा की शुरुआत

संदीप कुमार ने तीन साल पहले रद्दी से शिक्षा अभियान शुरू किया, जिसमें शहर के लोगों से पुराने किताबें लेकर उन्हें सरकारी स्कूल या स्लम कॉलोनी के जरूरतमंद बच्चों में बांटा जाता है। 15 हजार से अधिक किताबें बच्चों को दी जा चुकी हैं। खुड्डा अलीशेर में बनाई खास लाइब्रेरी में 35 हजार से अधिक किताबें और पुराना स्टेशनरी का सामान गरीब बच्चों के लिए है। संदीप ने बताया कि नया सवेरा अभियान के तहत सिगल पेरेंट्स वाले 40 गरीब बच्चों की पढ़ाई का पूरा खर्च उठाने का फैसला लिया है। ऐसे बच्चों को फीस, किताबें, ड्रेस सहित पूरा खर्च ओपन आइज फाउंडेशन उठाएगा। संदीप ने बताया कि जल्द ही ब्लाइंड स्टूडेंट्स के लिए किताबों को रिकॉर्डिग के प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू किया जा रहा है। ऐसे स्टूडेंट्स को ऑनलाइन ही स्कूल और कॉलेज स्तर पर पढ़ाई में दिक्कत नहीं आएगी। ट्राईसिटी में सैकड़ों ऐसे गरीब बच्चे हैं, जो स्कूल नहीं जा रहे। ऐसे बच्चों के लिए होप ऑन व्हीकल प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। 300 से अधिक वालंटियर्स इस प्रोजेक्ट से जुड़कर गरीब बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे। लोगों ने भी इस प्रोजेक्ट में बहुत अच्छा सहयोग दिया है। गरीब महिलाओं की जरूरत का सामान पहुंचाने में आसानी होगी।

-संदीप कुमार, संयोजक, ओपन आइज फाउंडेशन, चंडीगढ़

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