क्रॉस वोटिंग मुद्दे पर बैठक में भिड़े भाजपाई, टंडन और खेर गुट के पार्षद आमने-सामने

नगर निगम के मेयर पद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्षदों की पहचान के लिए भाजपा ने बुधवार को कार्यालय में बैठक तो बुलाई, लेकिन इसमें टंडन और खेर गुट के पार्षद आपस में भिड़ गए।

By Edited By: Publish:Thu, 24 Jan 2019 02:33 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jan 2019 11:43 AM (IST)
क्रॉस वोटिंग मुद्दे पर बैठक में भिड़े भाजपाई, टंडन और खेर गुट के पार्षद आमने-सामने
क्रॉस वोटिंग मुद्दे पर बैठक में भिड़े भाजपाई, टंडन और खेर गुट के पार्षद आमने-सामने

जासं, चंडीगढ़ : नगर निगम के मेयर पद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग  करने वाले पार्षदों की पहचान के लिए भाजपा ने बुधवार शाम को पार्टी कार्यालय में बैठक तो बुलाई, लेकिन इसमें टंडन और खेर गुट के पार्षद आपस में भिड़ गए। इस बीच बैठक बुलाने का उद्देश्य तो सफल नहीं हुआ, लेकिन दोनों तरफ से एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोपों की खूब झड़ी लगी। संगठन मंत्री दिनेश कुमार भी उपस्थित रहे। जबकि सांसद किरण खेर गुट के पार्षद अनिल दुबे बैठक का बहिष्कार कर पार्टी कार्यालय से चले गए। मालूम हो कि क्रॉस वो¨टग के बाद भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन ने भाजपा पार्षद रवि शर्मा और प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर की दो सदस्य कमेटी का गठन किया है। बैठक में सांसद गुट की पार्षद हीरा नेगी ने कहा कि साल 2014 में जब वह मेयर का चुनाव लड़ी थीं, उस समय भी भाजपा के पार्षदों ने क्रॉस वो¨टग करके उन्हें हरवाया। लेकिन उस समय क्यों नहीं ऐसी कोई बैठक बुलाई गई। सांसद खेर गुट के पार्षदों ने कहा कि जिन लोगों ने उस समय क्रॉस वो¨टग की थी, वहीं पार्षद इस बार भी क्रॉस वो¨टग कर सकते हैं। 30 जनवरी को होने हैं अनुबंध कमेटी के चुनाव वीरवार को वित्त एवं अनुबंध कमेटी के पांच सदस्यों के लिए नामांकन भी दाखिल किए जाने हैं। भाजपा ने अपने 4 पार्षदों का नामांकन भरने की तैयारी की है। 30 जनवरी को अनुबंध कमेटी के चुनाव होने हैं। ऐसे में भाजपा ने इस चुनाव से पहले यह बैठक बुलाई। बैठक में मेयर चुनाव में क्रॉस वो¨टग करने वालों का तो पता नहीं लगा, लेकिन गुटबाजी जरूर बढ़ गई। गद्दारी करने वाले पढ़ा रहे हैं ईमानदारी का पाठ : दूबे भाजपा पार्षद अनिल दूबे ने अध्यक्ष संजय टंडन पर आरोप लगाते हुए कहा कि गद्दारी करने वाले ही ईमानदारी का पाठ पढ़ा रहे हैं। पिछले साल पूर्व मेयर आशा जसवाल का नामांकन भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ किसने भरवाया। पार्टी के ही नेता उनके बेटे के खिलाफ तीन-तीन झूठे मामले दर्ज करवा रहे हैं। मेयर ने प्रशासक से मांगा आरएलए विभाग चंडीगढ़ : सांसद किरण खेर और भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन के साथ नगर निगम के मेयर राजेश कालिया सभी पार्षदों को लेकर बुधवार को गवर्नर हाउस गए। यहां पर प्रशासक बदनौर के साथ उन्होंने मी¨टग की। इस बैठक में मेयर ने प्रशासक से जंडपुर में चल रहे कजौली वाटर व‌र्क्स के चल रहे काम में तेजी लाने के लिए हस्ताक्षेप करने की मांग की है। इस मौके पर मेयर ने वेंडर एक्ट का भी मामला उठाया। 

मेयर हाउस को लेकर मोदगिल और कालिया में ठनी

 सेक्टर-24 के सरकारी मेयर हाउस को लेकर पूर्व मेयर देवेश मोदगिल और वर्तमान मेयर राजेश कालिया के बीच विवाद छिड़ गया है। हालांकि पूर्व मेयर देवेश मोदगिल ने बुधवार को मेयर हाउस खाली कर इससे अधिकारियों को अवगत करा दिया।

मंजूरी के बिना ही मेयर हाउस के अंदर चले गए कालिया 

मोदगिल का कहना है कि उन्होंने 25 जनवरी तक मेयर हाउस को खाली करने की कमिश्नर से अधिकारिक तौर पर लिखित में मंजूरी ली हुई थी। आरोप लगाया कि आवास पर उनका कब्जा होने के बावजूद वर्तमान मेयर राजेश कालिया मंजूरी के बिना ही मेयर हाउस के अंदर चले गए। उन्होंने मकान के चौकीदार से चाबी ली। मोदगिल का कहना है कि उनकी गैरहाजिरी में मेयर का सरकारी आवास के भीतर जाना काफी हैरानी भरा है। मोदगिल का कहना है कि उन्हें पांच माह की देरी से ही यह मेयर हाउस मिला था, क्योंकि इसकी रेनोवेशन होनी थी। उनका कार्यकाल 18 जनवरी को पूरा हुआ था, लेकिन उन्होंने सेक्टर-21 में जहां नए घर में शिफ्ट हुए हैं, वहां पर सामान शिफ्ट करने में समय लगना था, इसलिए उन्होंने कमिश्नर से लिखित में एक सप्ताह और सरकारी हाउस में सामान रखने की मंजूरी ली थी।

कार्यकाल खत्म होने के बावजूद आवास खाली क्यों नहीं किया : कालिया

मेयर राजेश कालिया का कहना है कि देवेश मोदगिल का कार्यकाल 18 जनवरी को समाप्त हो गया था। जबकि उन्हें पहले ही 10 दिन का कार्यकाल चुनाव देरी होने के कारण मिल गए थे। ऐसे में उन्हें अपने कार्यकाल के दौरान ही मेयर हाउस खाली कर देना चाहिए था। कालिया का कहना है कि उन्होंने पिछले सोमवार को मेयर हाउस में परिवार सहित शिफ्ट होने का मुहुर्त निकाला था, लेकिन उन्हें पता लगा कि मोदगिल के घर का सामान अभी भी वहां पर पड़ा है। आज मेयर हाउस में लंच वीरवार दोपहर मेयर हाउस में सभी पार्षदों और अधिकारियों को लंच पर बुलाया गया है। मेयर का कहना है कि इससे शहर के भावी विकास पर चर्चा की जाएगी। इसके बाद मेयर अपने परिवार के साथ इस सरकारी घर में शिफ्ट होंगे।

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