चंडीगढ़ से अच्छी खबर, GMCH-32 के सीरो सर्वे में 18 साल से कम उम्र के 80.2 फीसद बच्चों में पाई गई एंटीबाडी
Chandigarh Sero Survey Report चंडीगढ़ जीएमसीएच-32 द्वारा 18 वर्ष के बच्चों पर किए गए सीरो सर्वे की रिपोर्ट आ गई है। शहर में कुल 1200 सैंपल लिए गए थे। इनमें से 80.2 प्रतिशत बच्चों में एंटीबाडी पाई गई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Chandigarh Sero Survey Report: शहर में 18 साल से कम उम्र के 80.2 फीसद बच्चों में एंटीबाडी पाई गई है। यह तथ्य गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) के सीरो सर्वे रिपोर्ट सामने आए हैं। जीएमसीएच-32 ने जुलाई 2021 में शहर के 18 साल से कम उम्र के बच्चों में एंटीबाडी की जांच के लिए सीरो सर्वे शुरू किया था। सीरो सर्वे पूरा होने के बाद शुक्रवार को जीएमसीएच-32 अस्पताल प्रशासन की ओर से इसकी रिपोर्ट जारी की गई।
टेस्टिंग के लिए 1,200 सैंपल लिए गए
जीएमसीएच-32 अस्पताल प्रशासन की ओर से शहर में किए गए सीरो सर्वे में 1,200 बच्चों को सैंपल लिए गए थे। इनमें से 80.2 फीसद सैंपल में एंटीबाडी पाई गई। यानी ये बच्चे कभी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए थे। और संक्रमण से रिकवर करने के बाद इनकी शरीर में कुछ हफ्तों के बाद एंटीबाडी बननी शुरू हो गई थी। शहर में 30 अलग-अलग जगहाें से ये सैंपल लिए गए थे। इन 30 साइट्स में से 16 साइट्स सेक्टर्स की थी, 11 पुनर्वास कालोनी की साइट्स और तीन गांव की साइट्स शामिल थी, जहां से 18 साल से कम उम्र के बच्चों के सैंपल लिए गए।
सीरो सर्वे की ये रिपोर्ट आई सामने
शहरी इलाके से लिए गए सैंपल में से 84.1 फीसद बच्चे, पुर्नवास कालोनी के 77.8 फीसद और गांव एरिया से लिए गए सैंपल में से 69 फीसद बच्चों में एंटीबाडी पाई गई। सीरो सर्वे की रिपोर्ट से ये पता चलता है कि इन बच्चों में कोविड की अलग-अलग स्टेज रही है।
डायरेक्टर ने कहा- सभी लोग अब सुरक्षित
डायरेक्टर प्रिंसिपल डा. जसबिंदर कौर ने कहा कि सीरो सर्वे से यह पता चलता है कि 18 साल से कम उम्र के बच्चे संक्रमण की चपेट में आने के बाद उनमें एंटीबाडी डेवलप हो गई। इसके अलावा 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का शहर में टीकाकरण पूरा होने वाला है। केंद्र सरकार ने भी चंडीगढ़ को शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगने वाले राज्यों की सूची में शामिल कर लिया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि शहर के हर नागरिक में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबाडी मौजूद हैं। इसके बावजूद लोगों को कोविड प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए और जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें टीकाकरण कराना चाहिए।