चंडीगढ़ में करवाचौथ पर गौरी शंकर सेवादल ने बांटे गुड़मार के पौधे, कई बीमारियों के लिए रामबाण है यह खास पौधा

चंडीगढ़ एनवायरमेंट ग्रुप के फाउंडर राहुल महाजन ने बताया कि औषधीय उद्देश्‍य के लिए गुड़मार पेड़ की पत्तियों का उपयोग किया जाता है। इसकी ताजा पत्तियों को चबाने से कुछ समय के लिए आस्‍थायी रूप से आपको मीठे स्‍वाद का अनुभव नहीं होता है।

By Ankesh ThakurEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 01:51 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 01:51 PM (IST)
चंडीगढ़ में करवाचौथ पर गौरी शंकर सेवादल ने बांटे गुड़मार के पौधे, कई बीमारियों के लिए रामबाण है यह खास पौधा
सुबह 10 बजे तक करीब 1500 से ज्यादा पौधे वितरित किए जा चुके थे।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। करवाचौथ के मौके पर गौरीशंकर सेवादल सेक्टर-45 ने चंडीगढ़ एनवायरमेंट ग्रुप के सहयोग से गुड़मार के पौधे वितरित किए। यह पौधे करवाचौथ के उपलक्ष्य पर विशेष तौर पर फ्री बांटे गए। गौरीशंकर सेवादल के सदस्य सुमित शर्मा ने बताया कि गुड़मार का पौधा शगुर के मरीजों के लिए बेहद लाभकारी है। ऐसे में हमने करवाचौथ के मौके पर इसे बांटने का निर्णय लिया है और सुबह से लेकर 10 बजे तक करीब 1500 से ज्यादा पौधे वितरित किए हैं। गुड़मार का पौधा शगुर के अलावा मोटापा, खांसी, सांसी की परेशानी, आंखों में धुंधला दिखना, अल्सर, पेट दर्द जैसी बीमारियों को भी कम करता है।

चंडीगढ़ एनवायरमेंट ग्रुप के फाउंडर राहुल महाजन ने बताया कि औषधीय उद्देश्‍य के लिए गुड़मार पेड़ की पत्तियों का उपयोग किया जाता है। इसकी ताजा पत्तियों को चबाने से कुछ समय के लिए आस्‍थायी रूप से आपको मीठे स्‍वाद का अनुभव नहीं होता है। यह प्रभाव पत्तियों में मौजूद सक्रिय तत्‍वों के सीधे संपर्क के कारण होता है। इस जड़ी बूटी को मधुनाशिनी या गुरमार या गुद्रा के रूप में जाना जाता है, इन सभी शब्‍दों का शाब्दिक अर्थ यह है कि यह शुगर को नष्‍ट कर देता है। शुगर के अतिरिक्त इस जड़ी बूटी का उपयोग अन्‍य बीमारियों के उपचार में भी किया जाता है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक दवाइयों को बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है जिसके चलते मार्केट में इसकी कीमत भी बहुत ज्यादा होती है। हर व्यक्ति को यह पौधा घर में ही लगाना चाहिए और इसका फायदा लेना चाहिए ताकि स्वास्थ रहा जा सके।

शहर के हर घर में पौधा पहुंचाना है उद्देश्य

एनवायरमेंट ग्रुप के सदस्य यशपाल यादव ने कहा कि हमारा उद्देश्य हर घर में इस पौधे को पहुंचाना है क्योंकि इसके उपयोग से इंसान स्वस्थ रहने के साथ समाज विकास के लिए काम कर सकता है। करवाचौथ पर इस पौधे को गौशाला सेक्टर-45 में बांटा गया है जिसे भविष्य में कुछ अन्य स्थानों पर भी बांटा जाएगा ताकि यह ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच कर सके। यशपाल ने कहा कि कोई भी व्यक्ति गुड़मार का पौधा हमारे से हासिल कर सकता है जिसके लिए उसे एनवायरमेंटल ग्रुप से संपर्क करना होगा।

chat bot
आपका साथी