फ्रांसीसी महिला के अपहरण के बाद दुष्कर्म के प्रयास मामले में सरकार को नोटिस

फ्रांसीसी महिला के अपहरण के बाद दुष्कर्म के प्रयास के मामले में पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया गया है। दिल्ली की काउंसलर की शिकायत पर राष्ट्रीय महिला आयोग यह कार्रवाई की है।

By Kamlesh BhattEdited By: Publish:Sun, 17 Sep 2017 10:40 AM (IST) Updated:Sun, 17 Sep 2017 10:40 AM (IST)
फ्रांसीसी महिला के अपहरण के बाद दुष्कर्म के प्रयास मामले में सरकार को नोटिस
फ्रांसीसी महिला के अपहरण के बाद दुष्कर्म के प्रयास मामले में सरकार को नोटिस

जेएनएन, चंडीगढ़। फ्रांसीसी महिला से दुष्कर्म के प्रयास के 23 साल पुराने मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने दिल्ली की काउंसलर की शिकायत पर पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। महिला कातिया डरनांड ने एक खुले पत्र में न्याय की गुहार लगाई थी। यह खुला खत 14 अगस्त को एक अंग्रेजी अखबार ने प्रकाशित किया था। घटना वर्ष 1994 की है। कातिया ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते गुरकीरत सिंह कोटली व उनके साथियों ने उसका अपहरण कर छेड़छाड़ की व दुष्कर्म का प्रयास किया। गुरकीरत इस समय खन्ना से कांग्रेस के विधायक हैं।

गुरकीरत से उसकी मुलाकात एक होटल में हुई थी, लेकिन तब यह मामला दब गया था। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता महेश इंदर सिंह ग्रेवाल की पहल पर दिल्ली की काउंसलर गुरजीत कौर ने आयोग की चेयरपर्सन ललिता कुमार मंगलम से मुलाकात कर पीडि़ता को न्याय दिलाने की मांग की है। आयोग ने भरोसा दिलाया है कि पीडि़ता को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा। शिकायत करने वाली गुरजीत कौर ने आयोग से अपील की है कि पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए केस की पड़ताल दोबारा की जाए।

शिकायतकर्ता गुरजीत कौर ने कहा कि उन्होंने एक अखबार में प्रकाशित लेख पढऩे के बाद शिकायत का फैसला किया। उन्होंने कहा कि पीडि़ता ने खुले पत्र में लिखा है कि उसे अभी तक मामले को लेकर न्याय नहीं मिला है। उसे अपनी जान की रक्षा के लिए यहां से जाना पड़ा था।

कोटली ने ऑफर की थी ड्रिंक

गुरजीत ने बताया कि कातिया के अनुसार घटना के समय जब वह होटल में बैठी थीं, तो उसे गुरजीत सिंह कोटली ने ड्रिंक ऑफर की थी और उसके मना करने के बाद जब वह होटल से जाने लगी, उसका पीछा किया गया। बाद में उसका अपहरण करके उसके साथ बदसलूकी की गई और दुष्कर्म का प्रयास किया गया। इस केस की सरकार की तरफ से पैरवी नहीं की गई, क्योंकि उस समय मुख्यमंत्री के दबाव में सारे मामले को दबा दिया गया था।

भाजपा-शिअद ने कहा हम पीडि़ता के साथ, कांग्रेस का टिप्पणी से इन्कार

भाजपा के प्रदेश सचिव विनीत जोशी ने कहा है कि भाजपा पीडि़त महिला के साथ है। आयोग इस मामले में कारवाई कर रहा है। प्रदेश सरकार को भी मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने इस मामले पर फिलहाल कोई टिप्पणी करने से इन्कार किया है। अकाली दल के प्रवक्ता महेश इंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा है कि पीडि़त महिला को हर हाल में इंसाफ मिलना चाहिए।

ऐसे हुई पूरी घटना

-31 अगस्त 1994 को कातिया अपने दो दोस्तों केन्या के जेम्स व फिलिप के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर 22 स्थित होटल में पहुंची।
-कातिया के अनुसार वह दोस्तों संग होटल में बैठी थी और गुरकीरत सिंह कोटली अपने कुछ दोस्तों के साथ वहां पहुंचा और ड्रिंक ऑफर की।
-कातिया ने ड्रिंक लेने से इन्कार कर दिया और मोहाली में जेम्स के किराए पर लिए मकान के लिए रवाना हो गई।
-थोड़ी देर बाद कुछ हथियारबंद लोगों ने एक सरकारी जिप्सी में उनका पीछा शुरू कर दिया। वे जैसे ही मोहाली पहुंचे, हथियार बंद लोगों ने केन्या निवासियों पर हमला कर दिया।
-कातिया के अनुसार उसे गन प्वाइंट पर किडनैप कर लिया गया। हथियारबंद लोग उसे मोहाली स्थित एक बिल्ंिडग में ले गए। वहां गुरकीरत सिंह कोटली व उसके दोस्तों ने कातिया के साथ छेड़छाड़ की और दुष्कर्म का प्रयास किया। कातिया किसी तरह जान बचाकर भागने में कामयाब रही।
-अगले दिन कातिया ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। धारा 164 के तहत केस दर्ज किया गया।
-कातिया ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दर्ज करवाए और शिनाख्त परेड भी की। इसमें उसने कोटली समेत अन्य आरोपियों की पहचान की।
-इस सब के बावजूद मामला दबा दिया गया। हालांकि, यह मामला विधानसभा में भी गूंजा था। बाद में कातिया को धमकियां मिलने लगी और वह भारत छोड़कर चली गई।
-14 अगस्त, 2017 को एक अंग्रेजी अखबार ने कातिया का एक खुला खत प्रकाशित किया।
-दिल्ली की काउंसलर गुरजीत कौर ने राष्ट्रीय महिला आयोग से इसकी शिकायत की। अब महिला आयोग ने पंजाब सरकार को नोटिस जारी कर केस दोबारा खोलने को कहा है।

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